प्रकाशित - 03 Jun 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
इस साल नौतपा में सूर्य की तपिश ने उत्तरी भारत के राज्यों में जमकर कहर बरपाया है। पिछले नौ दिनों के तापमान के आंकड़ों पर नजर डाले तो तापमान 50 डिग्री के आंकड़े को पार कर गया था। दिल्ली में सबसे अधिक पारा 50.2 डिग्री दर्ज किया गया जो अब तक सबसे अधिक पारा रहा। 2 जून को नोतपा के अंतिम दिन कई जगहों पर हल्की बारिश हुई जिसके बाद तापमान में गिरावट देखने को मिली। तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट देखी जा रही है।
हालांकि उत्तरी भारत के अधिकांश जगहों पर अब भी तापमान 40 डिग्री से ऊपर है। बताया जा रहा है जून माह में अल नीनो से न्यूट्रल कंडीशन आ जाएगी। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में ली लीना प्रभावित होने लगेगा और मानसून की बारिश (Monsoon rain) को बढ़ा देगा। इंडियन ओशन डिपोल भी जुलाई में पॉजिटिव होने लगेगा और इन दोनों के प्रभाव से जुलाई के दूसरे पखवाड़े से सितंबर तक झमाझम बारिश पूरे भारत में देखने को मिल सकती है। यह पूरे देश और किसानों भाइयों के लिए बहुत अच्छी खबर है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर (Private weather agency Skymet Weather) के अनुसार आपको आज का मौसम, कल का मौसम सहित आगामी दिनों के मौसम की जानकारी दे रहे हैं। साथ ही मानसून 2024 के बारे में बता रहे हैं।
पिछले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में एक से 3 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई है। श्रीगंगानगर को छोड़कर शेष भागों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री श्रीगंगानगर में दर्ज किया गया।
आगामी 48 घंटों में पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों को छोड़कर शेष अधिकांश भागों में तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। सीमावर्ती क्षेत्रों में आगामी 4-5 दिन अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज होने के साथ ही हीटवेव की संभावना है। शेष भागों में तापमान 45 डिग्री से नीचे दर्ज होने की संभावना है तथा अधिकांश भागों में हीटवेव से राहत बने रहने की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश डीडवाना नागौर में 22 मिमी दर्ज की गई है।
बिहार में मानसून का निर्धारित समय 10 से 12 जून के बीच होता है। लेकिन इस बार मानसून 2024 निर्धारित समय से पहले दस्तक दे सकता है। बता दें कि केरल में दस्तक देने के बाद एक-दो दिन बाद ही पूरे पूर्वोत्तर भारत को मानसून ने कवर कर लिया है। मानसून बिहार की सीमा के काफी पास बताया जा रहा है। बिहार में मानसून के प्रवेश को लेकर अगले 72 घंटे महत्वपूर्ण हो सकते हैं। हालांकि मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसको लेकर अधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी है। आईएमडी के मुताबिक पूर्वोत्तर में पहुंचे मानसून को आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल मौसमी परिस्थतियां बनी हुई है। इधर अगले तीन से चार दिन उत्तरी और पूर्वी बिहार में अधिकतर क्षेत्रों में बारिश के मजबूत आसार बने हुए हैं।
बिहार के किशनगंज की सीमा पर मानसून कुछ दिन पहले ही दस्तक दे चुका है। हालांकि बिहार में इसकी एंट्री अभी नहीं हुई है। कोसी-सीमांचल में मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है। मौसम का मिजाज इन दिनों बदला भी हुआ है। हालांकि मौसम के करवट लेने से कभी गर्मी तो कभी बदलों के आसमान में छाने से लोगों को राहत मिल रही है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार प्रदेश के कुछ जिलों में ग्रीष्म लहर चलने की संभावना है। जबकि अन्य क्षेत्रों में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कुछ भागों में बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है, जबकि एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात होने के भी आसार हैं।
नौतपा खत्म होने के साथ ही यूपी में गर्मी के तीखे तेवर थोड़े नरम पड़ने लगे हैं। प्रदेश के कई भागों में लू के थपेड़े कम हुए हैं। बीते दिन राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई भागों में हल्की बूंदाबांदी हुई। अगले दो दिन भी पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं। मौसम विभाग ने अभी भी जलौन, झांसी, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर व इसके आसपास में लू की चेतावनी जारी की है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार तीन जून से पांच जून के बीच सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मेरठ सहित प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में गरज के वज्रपात 30 से 40 किलोमीटर की गति से हवा चलने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी मो. दानिश के अनुसार लखनऊ के अलावा गोरखपुर के आसपास के क्षेत्र और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में तीन दिन हल्की बारिश हो सकती है। इससे तापमान में बढ़ोतरी नहीं होगी लेकिन उमस परेशान करेगी।
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक 3-4 जून को हवाएं चलने से आसामान में बादल छाए रहेंगे। दिन-रात तापमान में राहत मिलेगी। 5 जून को हवाओं को नमी मिलने से रात का तापमान बढ़ेगा लेकिन दिन में सामान्य रहेगा। 6-7 जून को पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होगा जिससे तापमान बढ़ेगा। 8 जून के बाद फिर गर्म हवाएं चलने से दिन में गर्मी बढ़ेगी और तापमान भी 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। 3 जून सोमवार को मुरैना, भिंड, इंदौर, रायसेन, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हो सकती है। 4 जून को बुरहानपुर, बैतूल, नर्मदापुरम, सिवनी, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल और बालाघाट में बारिश के साथ आंधी की आशंका है। इधर दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसके 15 से 20 के बीच तक मध्यप्रदेश में दस्तक दे सकता है। वहीं इंदौर में 16 जून और भोपाल में 18 जून तक मानसून के दस्तक देने की उम्मीद है।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, कर्नाटक, सिक्किम और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसी के साथ केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इधर दक्षिण मध्य प्रदेश, दक्षिण गुजरात, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना है।
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