प्रकाशित - 07 Jul 2022
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के दौरान भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात राज्य, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना और कर्नाटक में अलग-अलग भारी वर्षा के साथ भारी या भारी बारिश और गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार 8 जुलाई से लेकर 11 जुलाई के दौरान गुजरात क्षेत्र में बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इस दौरान सौराष्ट्र और कच्छ 8 जुलाई और 9 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है।
अगले 5 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा में छिटपुट अत्यधिक भारी वर्षा के साथ छिटपुट भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में 8 तारीख को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली और राजस्थान में अलग-अलग गरज / बिजली के साथ अलग-अलग / बिखरी हुई वर्षा गतिविधि के साथ व्यापक बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है।
मौसम केंद्र ने 8 जुलाई की प्रात: तक भोपाल,शहडोल और जबलपुर संभागों के जिलों में वर्षा होने /गरज -चमक के साथ बौछारें पडऩे के साथ ही इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं -कहींभारी से अति भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है। जबकि छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट ,मंडला और डिंडोरी जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। ग्वालियर ,चंबल,जबलपुर और शहडोल संभागों के जिलों में और सागरऔर दमोह जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने/गिरने की संभावना है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार इस समय कई तरह के मौसमी सिस्टम बन रहे हैं जिनमें कम दबाव का क्षेत्र पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे दक्षिण पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। वहीं संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है।
इधर मॉनसून की अक्षीय रेखा दक्षिण पाकिस्तान तथा उत्तर पूर्वी अरब सागर पर बने हुए कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए, दीसा, भोपाल, अंबिकापुर, झारसुगुड़ा, पुरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की ओर जा रही है। उधर अपतटीय ट्रफ रेखा गुजरात तट से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। इसके अलावा उत्तरी उड़ीसा और इससे सटे छत्तीसगढ़ के हिस्से पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है और पूर्व पश्चिम शेयर जॉन करीब 20 डिग्री उत्तर अक्षांश के साथ समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी के बीच चल रहा है।
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