Published - 22 Mar 2022
इस बार मार्च में गर्मी गजब ढा रही है। राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी बंगाल सहित कई राज्यों में तापमान अधिक होने के कारण लोगों के पसीने टपकने लगे हैं। मौसम के मिजाज की बात करें तो अगले 24 घंटो में अंडमान निकोबार द्वीप समूह सहित कुछ स्थानों पर हल्की बारिश तो कहीं तेज बारिश के आसार हैं। वहीं बता दें कि मौसम विभाग की ताजा जानकारी के अनुसार दिल्ली एनसीआर में अगले छह दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है, हां यहां 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इधर राजस्थान सहित कई प्रदेशों में अभी गेहूं की फसल खेतों में खड़ी है। ऐसे में मौसम बिगड़ा और तेज बारिश हुई तो किसानों को नुकसान हो सकता है। आइए, जानते हैं ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में मौसम का ताजा हाल।
इस बार मार्च का महीना पूरी तरह से सूखा बीत रहा है। धूप में इतनी तेजी कि लोगों को दोपहर में कुछ देर खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा है। पिछले कई दिनों से दिल्ली और राजस्थान का तापमान 37 से 40 डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को एनसीआर दिल्ली में 20 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे अधिकतम तापमान एक से दो डिग्री सेल्सियस घट सकता है। एक अन्य अधिकारी ने कहा है ऐसा चार साल में पहली बार हुआ है जब मार्च में अभी तक एक बार भी बारिश नहीं हुई। अगले छह घंटों में भी एनसीआर क्षेत्र में बारिश की कतई संभावना नही है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में अंडमान निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा कहीं-कहीं ज्यादा वर्षा की भी संभावना है। अंडमान सागर, पूर्व मध्य और उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत खराब होगी। वहीं केरल, तमिलनाडु, दक्षिणी कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में कुछ मध्यम स्थानों के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ गरज के छींटे पड़ सकते हैं। पश्चिमी राजस्थान, मध्यप्रदेश और कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है।
मार्च के इस महीने में दिल्ली का हाल गर्मी ने खराब कर रखा है। यहां दिन-रात लोग गर्मी से परेशान हैं। दिल्लीवाले हैरान हैं कि आखिर मौसम को इस बार क्या हो गया है? उधर एसी, कूलर, फ्रिज और पंखों की दुकानों पर जम कर भीड़ पड़ रही है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पीतमपुरा में सोमवार को 40 डिग्री के करीब पारा चढ़ गया था। यह मार्च के सामान्य तापमान से 8 डिग्री ज्यादा था। 1945 के बाद दिल्ली का तापमान इतना अधिक रहा। 30 मार्च 1945 का दिन मौसम विभाग में मार्च डे के रूप में सबसे गर्म दिन रिकार्ड है। अभी कई दिनों तक गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक जेनामणि ने कहा है कि तीन दिनों तक दिल्ली एनसीआर में पूर्व से हवाएं चलीं। वहीं रविवार को पश्चिम से चली हवाएं राजस्थान में गर्मी लेकर पहुंची हैं।
यहां बता दें कि तेजी से बढ़ता तापमान इन दिनों खेतों में खड़ी गेहूं की पछेती फसल के लिए हानिकारक है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार तापमान का लगातार बढऩा गेहूं की फसल के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता। इससे कुल उत्पादन घटेगा। इस बार फरवरी में गेहूं के लिए अच्छा मौसम रहा और फसल में बढ़वार सही हुई लेकिन अब जबकि गेहूं का दाना पकने वाला है तो तापमान अधिक होने से दाना छोटा रहने की आशंका है। वहीं गेहूं के अलावा कई सब्जियों की फसलों पर भी इसका असर उल्टा हो सकता है। इससे किसानों में मौसम के सख्त मिजाज को लेकर चिंता हो गई है।
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