प्रकाशित - 30 Oct 2024
राष्ट्रीय बीज कांग्रेस 2024 : भारत के किसान की आय कैसे दोगुनी हो, किसान कैसे समृद्ध बनें, कृषि में क्या परिवर्तन करें कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले? इस तरह के सवालों का जवाब देने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा कई तरह की पहल की जा रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय बीज कांग्रेस (एनएससी) के 13वें संस्करण का आयोजन 28 से 30 नवंबर 2024 तक किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (आईएसएआरसी) और राष्ट्रीय बीज एवं अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र (एनएसआरटीसी) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में एक सतत एवं समग्र बीज क्षेत्र के विकास के लिए रोडमैप तैयार करना है। इस बीज सम्मेलन में नीति निर्माताओं, किसानों, निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाकर बीज क्षेत्र की चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। इस वर्ष की थीम "बीज क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग, भागीदारी और ज्ञान का आदान-प्रदान" रहेगी। एनएससी 2024 बीज उत्पादन, फसल सुधार, और बीज वितरण प्रणालियों में नवाचारों और शोध पर प्रकाश डालेगा।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव, शुभा ठाकुर ने राष्ट्रीय बीज कांग्रेस की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, "किसानों की आय बढ़ाने और खाद्य एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, उच्च गुणवत्ता वाले और जलवायु अनुकूल बीजों तक पहुंच महत्वपूर्ण है। एनएससी 2024 इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और बीज क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहित करेगा।“
अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान की महानिदेशक डॉ. यवोन पिंटो ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब कृषि क्षेत्र में अधिक समावेशी और टिकाऊ बीज प्रणालियों की आवश्यकता बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "बीज मूल्य श्रृंखला से जुड़े विशेषज्ञ और हितधारक एक मंच पर आकर जटिल समस्याओं का समाधान निकाल सकेंगे।" अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में वाराणसी में इस केंद्र का उद्घाटन किया था। इसके बाद से आइसार्क ने जलवायु- अनुकूल चावल की किस्मों, पोषण से समृद्ध बीजों, और सीमा पार बीज विनिमय जैसी नीतियों के माध्यम से बीज क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
राष्ट्रीय बीज कांग्रेस (एनएससी) 2024 के प्रमुख उद्देश्यों में वैज्ञानिक प्रगति को गति देना, बीज गुणवत्ता और प्रौद्योगिकी में सुधार लाना और किसानों के लिए टिकाऊ और समतामूलक बीज प्रणालियों का निर्माण करना है। इस आयोजन में विशेषज्ञ बीज क्षेत्र में प्रगति और वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे। साथ ही नवाचारों और तकनीकी समाधानों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। एनएससी ज्ञान के आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण का एक प्रमुख मंच होगा, जो देशभर में बीज गुणवत्ता में सुधार और आधुनिक तकनीकों के हस्तांतरण को बढ़ावा देगा। इस सम्मेलन में जलवायु अनुकूल बीज प्रणालियों, बीज की गुणवत्ता, प्रजनन और डिजिटल समाधान और बीज वितरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी।
राष्ट्रीय बीज कांग्रेस में रजिस्ट्रेशन व अन्य जानकारी के लिए इच्छुक हितधारक https://13thnscindia2024.com/index.html पर विजिट कर सकते हैं। साथ ही अधिक जानकारी के आयोजन सचिव, एनएससी 2024 : डॉ. स्वाति नायक, आईआरआरआई (बोरलॉग फील्ड अवार्ड प्राप्तकर्ता 2023) info-nsc2024@irri.org पर मेल कर सकते हैं।
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