प्रकाशित - 12 Jul 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस योजना से जुड़े किसानों को हर साल 6000 रुपए हर चार माह के अंतराल में 2000-2000 रुपए की किस्त के रूप सीधा उनके खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। इस राशि से किसान अपनी खेती संबंधी या स्वयं के छोटे-मोटे खर्चों का पूरा करते हैं। लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए साइबर क्राइम ने हर जगह अपना जाल बिछा लिया है और अब इन साइबर अपराधियों की नजर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान योजना के लाभार्थी किसानों के खातों पर है।
इसके लिए इन्होंने एक अलग ही तरह का जाल बिछाना शुरू कर दिया है। इसके तहत फर्जी मैसेज भेजकर किसानों को योजना से जुड़ी एपीके फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल करने को कहा जा रहा है। इस तरह का एक मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ऐसे में सरकार की ओर से सावधान किया जा रहा है कि किसान ऐसे किसी मैसेज को सही न मानें और इसे डिलीट कर दें ताकि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे। सरकार की ओर से ऐसा कोई मैसेज नहीं भेजा गया है। ऐसे में किसान ऐसे मैसेज पर कोई ध्यान नहीं दें।
ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आज हम आपको पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) से संबंधित सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फर्जी व्हाट्सअप मैसेज की हकीकत से रूबरू करा रहे हैं, तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में कहा गया है कि पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) से जुड़ी एपीके फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल करें। यह एक व्हाट्सएप मैसेज है जिसमें पीएम किसान योजना के तहत सरकार की ओर से एपीके फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल करने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन मामला कुछ और ही है, यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी पाया गया है। यह मैसेज साइबर अपराधियों की एक चाल है आपके खाते से पैसे निकलवाने की। ऐसे में किसानों को सावधान रहने की जरूरत है। इधर सरकार ने भी इस मैसेज को लेकर आम लोगों को आगाह किया है। लोगों से इस मैसेज को फर्जी मानते हुए तुरंत डिलीट करने की अपील की है।
पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के ट्विटर एक्स हैंडल पर ट्वीट करके ये बताया जा रहा है कि व्हाट्सएप मैसेज या किसी भी अनजान नंबर से पीएम किसान योजना से जुड़ी एपीके फाइल डाउनलोड और इंस्टॉल न करें। पीएम किसान ऐप डाउनलोड करने के लिए इस लिंक पर क्लिक https://play.google.com/store/apps/details?id=com.nic.project.pmkisan करें। इसके अलावा ये भी बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद आधिकारिक पीएम किसान मोबाइल ऐप QR कोड के माध्यम से ही डाउनलोड करें।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) के ट्विटर एक्स हैंडल ने खबर के स्क्रीनशॉट के साथ इस दावे को फर्जी करार दिया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार की ओर से पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) को लेकर व्हाट्सएप मैसेज नहीं किया जा रहा है। ये मैसेज फर्जी है, जो किसान को मिलने वाली सम्मान निधि की राशि में सेंध लगा सकता है। ऐसे में किसानों को इससे सावधान रहने की आवश्यकता है।
आज साइबर क्राइम का जाल सभी जगह फैलता जा रहा है जिससे सभी को बचने की जरूरत है। साइबर ठगी से बचने के लिए किसान को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि उनके खाते में सरकारी सब्सिडी (subsidy) का पैसा आता है और सरकार के नाम से मैसेज वायरल करके साइबर ठग अपना जाल बिछाते हैं और ठगी की वारदात को ऑनलाइन अंजाम देते हैं। अक्सर किसान सीधे सादे होते हैं और जल्द ही विश्वास कर लेते हैं, ऐसे उन्हें जागरूक होना बेहद जरूरी है ताकि साइबर ठगी से बचा जा सके। किसानों को साइबर ठगी से बचाने के लिए नीचे कुछ बातें बताई जा रही है जिनका किसानों को ध्यान रखना चाहिए।
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