प्रकाशित - 19 Dec 2024
PM Kisan Yojana : पीएम किसान योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना से देश के करीब 11 करोड़ किसान जुड़े हुए हैं। इस योजना के तहत किसानों को हर साल 6,000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है। यह राशि किसानों को उनके बैंक खाते में सीधा ट्रांसफर की जाती है। केंद्र सरकार की इस योजना का उद्देश्य देश के छोटे व सीमांत किसानों को सहायता राशि प्रदान करना है ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सके। लेकिन अब इस योजना के नाम पर धोखाधड़ी होने की सूचना मिली है। ये मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। थोड़ी सी भी लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है, आपका बैंक अकाउंट एक मिनट में खाली हो सकता है। ऐसे में सरकार ने किसानों को ऐसी धोखाधड़ी से सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी है।
इस खबर का उद्देश्य आपको डराना नहीं है बल्कि आपको सावधान, सतर्क व सचेत करना है कि योजना के लाभार्थी किसान क्या-क्या सावधानी बरतें ताकि साइबर क्राइम के शिकार न हो। तो आइये जानते हैं, इसके बारे में।
ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के लाभार्थी किसानों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के खतरे को लेकर सतर्क किया जा रहा है। ऐसे में यदि आप थोड़ी सी भी लापरवाही करते हैं तो आपका बैंक खाता खाली हो सकता है। ऐसे में किसानों को चाहिए कि योजना से जुड़ी कोई भी जानकारी केवल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) की आधिकारिक वेबसाइट से ही लें, अन्य स्त्रोतों से कोई जानकारी नहीं लें यानी किसी भी तरह के अन्य प्लेटफॉर्म का सहारा नहीं लें।
आजकल साइबर क्राइम बहुत बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि किसान कुछ सावधानी रखें तो ऑनलाइन धोखाधड़ी से खुद को बचा सकते हैं। किसानों को जो सावधानी बरतनी चाहिए, वे इस प्रकार से हैं-
किसानों को किसी भी तरह की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से साझा नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा अपनी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया पर कभी भी साझा नहीं करें। इससे आप किसी परेशानी में पड़ सकते हैं, क्योंकि सोशल मीडिया से जानकारी लेकर साइबर क्रिमिनल्स आपसे धोखाधड़ी कर सकते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया या किसी अनजान व्यक्ति से अपनी व्यक्तिगत जानकारी कभी साझा न करें।
आजकल सोशल मीडिया पर फर्जी लिंक भी डाले जा रहे हैं। आपको इससे भी सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे में किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले यह जांच कर लें कि यह आधिकारिक वेबसाइट है या नहीं। क्योंकि पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप सब्सिडी को लेकर कई फर्जी वेबसाइट चल रही है जिसके लिए भी सरकार ने सतर्क किया हुआ है। ऐसे में आप किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें। केवल आधिकारिक वेबसाइट लिंक पर ही क्लिक करके योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।
आजकल फर्जी कॉल का सहारा लेकर भी धोखाधड़ी की जा रही है। धोखाधड़ी करने वाले आपको अनजान नंबर से कॉल करके अपने को किसी बैंक या सरकारी विभाग का आदमी बताकर आपसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि से संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं। ऐसे में यदि आपके मोबाइल या फोन पर अनजान नंबर या संदिग्ध मैसेज आए तो आप इसका जवाब नहीं दें। क्योंकि बैंक या सरकारी विभाग यदि आपसे कोई डाक्यूमेंट मांगता है तो आपको कॉल नहीं करता है, बल्कि कार्यालय पर संपर्क करने की कहता है। ऐसे में यदि आपको ऐसा संदेश या कॉल मिले तो इसका जवाब नहीं दें, वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आवश्यक हो तो अपने बैंक या संबंधित विभाग पर स्वयं जाकर जानकारी करें।
यदि आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी या ठगी से बचना है तो आपकाे हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का ही उपयोग करना चाहिए। अन्य वेबसाइट या ऐप का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसी वेबसाइट व ऐप फर्जी हो सकते हैं जो आपके बैंक की जमा पूंजी में सेंध लगा सकते हैं और आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या ऐप का उपयोग करें। सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या अपने अपने क्षेत्र के अधिकारियों से संपर्क करें।
किसानों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए अपने बैंक खाते की समय-समय पर जांच करनी चाहिए। इसके लिए आप खाते को चेक करते रहे। बैंक स्टेटमेंट में हर ट्रांजेक्शन को ध्यान से देखें। ऐसा करने से यदि खाते में कोई गड़बड़ी हुई है तो आपको इसका तुरंत पता चल जाएगा जिससे आप इसके संबंध में तुरंत निर्णय ले सकेंगे।
पीएम किसान योजना का लाभ पात्र किसान को मिले, इसके लिए ई-केवाईसी (e-KYC) की प्रक्रिया को शुरू किया गया। देखने में आया कि कई ऐसे व्यक्ति जो किसान नहीं है फिर भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और सरकार की इस योजना का अनुचित तरीके से लाभ प्राप्त कर रहे हैं। मामला संज्ञान में आते ही सरकार ने इस योजना के तहत ई-केवाईसी की प्रक्रिया को अनिवार्य किया जिससे वास्तविक पात्र किसान की पहचान की जा सके और उसे योजना का लाभ मिल सके। ई-केवाईसी की प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसे आसानी से पूरा किया जा सकता है।
किसानों की सहायता के लिए सरकार की ओर से किसान ई-मित्र चैटबॉट (Kisan E-Mitra Chatbot) सेवा शुरू की गई है। इसके तहत किसान अपनी शिकायतों का शीघ्र समाधान प्राप्त कर सकते हैं। यह किसानों को भुगतान, पंजीकरण, पात्रता और ईकेवाईसी अपडेट जैसी समस्याओं में तुरंत सहायता प्रदान करता है। यह चैटबॉट हिंदी, अंग्रेजी सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। इस चैटबॉट से किसान पंजीकरण की स्थिति, भुगतान की जानकारी और योजना से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
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