Published - 06 Aug 2021 by Tractor Junction
पूरी दुनिया को संकट में डालने वाले कोरोना संक्रमण से निपटने की कवायत शुरू हो गई है। सभी देशों में इस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया काफी तेज कर दी गई है। सरकार इस दिशा मेें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। यदि इसी तरह से वैक्सीनेशन कार्य चलता रहा तो हम इस बिन बुलाई बीमारी से निपटने में जरूर कामयाब होंगे। हालांकि वैक्सीनेशन से पहले कोरोना की पहली लहर और इसके बाद दूसरी लहर ने लाखों जिंदगियों को लील लिया। दूसरी लहर, पहली लहर से तेज साबित हुई और मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया। दूसरी लहर ने तो ऐसा तांडव दिखाया कि रोजाना मौतों का आंकड़ा चौंकाने वाला साबित हुआ। इस दौरान भारत में प्रतिदिन मौतों का आंकड़ा 4 हजार को पार कर गया था। हालांकि दूसरी लहर पर अब काफी हद तक काबू पा लिया गया है। कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर काफी कमजोर हो चुकी है। इधर दूसरी लहर से राहत मिली ही थी कि इसी बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर के आने के संकेत दे दिए हैं। इससे सरकार की चिंता और बढ़ गई है। इसको देखते हुए सरकार की ओर से देश में वैक्सीनेशन का काम और तेज कर दिया गया है। रोजाना लाखों की संख्या में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। क्या आप भी वैक्सीन लगवाने के लिए सेेंटर पर जा रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। तो आइए जानते हैं कोविड-19 की वैक्सीन से जुड़ी खास बातें और वैक्सीन लेने से पहले और बाद में रखने वाली सावधानियों के बारे में। हम आशा करते हैं कि ये जानकारी आपके लिए लाभदायक साबित होगी।
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कोविड-19 की वैक्सीन सभी देशवासियों के लिए लेना जरूरी है। अभी फिलहाल 18 से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसलिए सभी को वैक्सीन लेनी चाहिए। वैक्सीन लगवाने से ये फायदा है कि आपको कोरोना वायरस से लडऩे की ताकत मिल जाती है। शरीर में इम्युनिटी बढ़ जाती है जिससे आपका शरीर हानिकारक जीवाणु और रोगाणुओं से लडऩे मेें सक्षम हो जाता है। अधिकांशत: देखने में आया है कि कमजोर इम्युनिटी वाले लोग ही कोराना वायरस की चपेट में सबसे अधिक आए हैं। वहीं कोविड-19 वैक्सीन लेने से शरीर की रोगप्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ ही इससे बीमारी के संक्रमण का खतरा कम होता है।
कोविड-19 की वैक्सीन शरीर के इम्यून सिस्टम को रोगों से लडऩे के लिए तैयार करती है। वैक्सीन को वायरस के खिलाफ मानव शरीर को सुरक्षित रखने के लिए विकसित किया जाता है। वैक्सीन लगने के बाद इम्यून सिस्टम वायरस के हमले से सचेत हो जाता है और उसके बढऩे से पहले ही मौजूद प्रतिरक्षा तंत्र उसे खत्म कर हमारी सुरक्षा करता है। वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए की शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत होने में कुछ हफ्तों का समय लगता है। मान लें कि आपने पहली वैक्सीन लगवा ली और आप ये सोच कर लापरवाह हो गए कि मेरे वैक्सीन लग गई है मेरे कुछ नहीं होगा। इस दरम्यान आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए जिसके वैक्सीन की डोज नहीं लगी है। तो आपके इस बात की कोई गारंटी नहीं की आपके कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता है। इसलिए जब तक दूसरी डोज नहीं लग जाती है आपको अपना ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसलिए वैक्सीन को पूरी तरह से प्रभावी बनाने के लिए इसकी डोज लेना जरूरी है। कोविड-19 वैक्सीन तभी पूरी तरह प्रभावित होगी जब इसकी दोनों डोज की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी।
यह सलाह दी जाती है कि कोवैक्सीन की दूसरी डोज, पहली डोज के 4 से 6 सप्ताह के अंतराल पर ली जानी चाहिए। कोविशील्ड के लिए यह अंतराल 4 से 8 सप्ताह करने की सलाह दी जाती है, हालांकि 6-8 सप्ताह के अंतराल से सुरक्षा बढ़ जाती है। आप अपने सुविधा के अनुसार दूसरे डोज की दिन चुन सकते हैं। प्राय: वैक्सीन की पहली डोज के बाद 28 वें दिन इसकी दूसरी डोज लगाना निर्धारित किया गया है। वहीं कोविशील्ड में ये अंतर अधिक हो सकता है। दूसरी डोज लेने के बाद ही वैक्सीन पूरी तरह से प्रभावी होगी। वैक्सीन लगवाने के बाद भी स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है।
विशेषज्ञ डॉक्टरर्स के अनुसार पहली खुराक के बाद संक्रमण होने के दो हालात बन सकते हैं। पहली खुराक लेने के बाद अगर 21 दिनों के अंदर संक्रमण हुआ, तो इसका मतलब यह है कि वैक्सीन ने अपना असर दिखाना शुरू नहीं किया और व्यक्ति संक्रमित हो गया। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार संक्रमण से ठीक होने के 28 से 56 दिनों के बीच में दूसरी खुराक लेनी चाहिए। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ ) के मुताबिक स्वस्थ होने के बाद व्यक्ति 60 से 180 दिनों के बीच वैक्सीन की दूसरी खुराक ले सकते है। वहीं दूसरी स्थिति में अगर पहली खुराक लेने के 21 दिनों के बाद संक्रमण हुआ, तो इस हालत में यह बूस्टर डोज का काम करेगा। ऐसे में लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं होते और व्यक्ति आसानी से स्वस्थ हो जाता है। ऐसे लोगों को 6 महीने के बाद ही वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है।
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संक्रमण वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद भी हो सकता है, लेकिन वैसी स्थिति में वैक्सीन कोरोना के लक्षणों को ज्यादा गंभीर नहीं होने देता है। यह ज्यादा से ज्यादा माइल्ड से मॉडरेट हो सकता है। ऐसा इसलिए कि कोविड-19 की दोनों डोज लगने के बाद शरीर में इतनी इम्युनिटी डबलप हो जाती है कि इसके बाद दुबारा संक्रमित होने की गुंजाइश बहुत कम हो जाती है। इसके बावजूद वैक्सीन की दोनों डोज लगने बाद दुबारा संक्रमण की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन यह तभी संभव हो सकेगा जब वायरस का फैलाव काफी तीव्र गति से हो रहा हो। इसलिए तो कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद भी डाक्ट्र्स कोविड-19 के नियमों की पालना करने की सलाह देते हैं। जैसे- मास्क पहनना, दो गज की दूरी रखना और बार-बार हाथ धोना आदि।
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