ट्रैक्टर सब्सिडी : ऋण मेले में किसानों को सब्सिडी पर दिए ट्रैक्टर और पावर टिलर

Share Product Published - 19 Mar 2022 by Tractor Junction

ट्रैक्टर सब्सिडी : ऋण मेले में किसानों को सब्सिडी पर दिए ट्रैक्टर और पावर टिलर

जानें, अरुणाचल प्रदेश में  ट्रैक्टर खरीदने के लिए किसानों को कितनी मिलती है सब्सिडी 

किसानों को खेतीबाड़ी और बागवानी के कामों में आसानी हो, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। सरकार का उद्देश्य है कि हर किसान तक कृषि यंत्रों की पहुंच हो ताकि उन्हें कृषि कार्य में कोई परेशानी नहीं आए और कम समय और श्रम में कार्य को पूरा किया जा सके। इसके लिए केंद्र के साथ ही राज्य स्तर पर भी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। 

इसी क्रम में बीते दिनों अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में किसानों के लिए ऋण मेले का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को सब्सिडी पर ट्रैक्टर और पावर टिलर का वितरण किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सियांग जिले के किसान हितग्राहियों को आत्मानिर्भर कृषि योजना और आत्मनिर्भर बागवानी योजना के तहत बीते दिनों पासीघाट में आयोजित ऋण मेला के दौरान 36 कृषि यंत्रों का वितरण किया गया।

किसानों को किस योजना के तहत मिले ट्रैक्टर और पावर टिलर

बता दें कि कृषि विभाग ने दो योजनाओं जिनमें से उप मिशन कृषि मशीनीकरण के तहत 6 ट्रैक्टर और 12 पावर टिलर और बागवानी के एकीकृत विकास मिशन के तहत तीन पावर टिलर का वितरण किया गया। कृषि एवं उद्यान मंत्री तागे तकी ने ईटानगर से ऋण मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दो योजनाओं के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं किसानों की आय दुगुनी करने के लिए कृषि यंत्रीकरण के महत्व पर जोर दिया जा रहा है। मंत्री ने किसानों से क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी योजना ( Credit-Linked Subsidy Scheme ) के माध्यम से प्राप्त ट्रैक्टरों, पावर टिलर ( Power Tiller )और अन्य कृषि मशीनरी का अधिकतम उपयोग करने का आग्रह किया।

कृषि मशीनरी के लिए 100 करोड़ रुपए का बजट आवंटित

उन्होंने बताया कि पूर्वी सियांग में कृषि-बागवानी और संबद्ध क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं, ताकी ने कहा कि 2022-23 के इस बजट में, आत्मनिर्भर योजना के तहत कृषि और बागवानी विभागों के लिए प्रत्येक को 100 करोड़ रुपए आवंटित करके प्राथमिकता दी गई है, ताकि राज्य के अधिक से अधिक किसान कृषि मशीनरी और अन्य उद्यान योजनाओं का लाभ उठा सकें।

एक्सपो सह किसान मेला, बिक्री-प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

इधर आरकेवीवाई- रफ्तार 2021-22 के तहत बीते दिनों एक्सपो सह किसान मेला-बिक्री प्रदर्शनी और एएनकेवाई के तहत ट्रैक्टर और पावर टिलर का हैंडओवर समारोह जनरल ग्राउंड, रोइंग में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मंत्री (कृषि) तागे तकी और ईटानगर के सीएस नरेश कुमार ने भाग लिया और झंडी दिखाकर रवाना किया। एक्सपो सह किसान मेले के उद्घाटन अवसर पर सीएम पेमा खांडू ने कहा कि सरकार ने राज्य के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्म निर्भर कृषि योजना और आत्मनिर्भर बागवानी योजना शुरू की है। उन्होंने योजनाओं के सफलतापूर्वक शुरू होने पर संतोष व्यक्त किया और बजट में इन दोनों योजनाओं के लिए राशि आवंटन को बढ़ाने का आश्वासन दिया ताकि अधिक से अधिक किसानों को कृषि यंत्रों का लाभ मिल सके। सीएम ने किसानों को ऋण/सब्सिडी, कृषि उपकरण, मशीनरी, उर्वरक और बीज के प्रावधान के माध्यम से हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित केंद्र और राज्य के प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी दी। 

किसानों के लिए ऋण आवेदन प्रक्रिया को बनाया जाएगा सरल

सीएस नरेश कुमार ने एएनकेवाई और एएनबीवाई के तहत ऋण आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के निर्णय की जानकारी दी और कहा कि भविष्य में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने योजनाओं के तहत सब्सिडी का एक बड़ा हिस्सा स्वयं सहायता समूहों को आवंटित करने के निर्णय के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि किसानों की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को खेतीबाड़ी और बागवानी से संबंधित सवालों के जवाब देने और समाधान प्रदान करने के लिए एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।

किसानों को कृषि यंत्र पर मिलेगी 45 प्रतिशत सब्सिडी

सचिव (कृषि) बिदोल तायेंग ने एएनकेवाई के बारे में बताया कि किसानों को ऋण प्रदान करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक, एपेक्स बैंक और एपी ग्रामीण बैंक द्वारा क्रेडिट लिंकेज किया जा रहा है। इसके तहत किसान को 45 प्रतिशत राशि बैंक से ऋण के रूप में उपलब्ध होगी और 45 प्रतिशत सब्सिडी दी सरकार की ओर से दी जाएगी। मात्र 10 प्रतिशत पैसा ही किसान को देना होगा। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा बिना जमानत के 10 लाख तक की राशि ली जा सकती है। 

चयनित लाभार्थियों को सौंपे ट्रैक्टर और पावर टिलर

मेले में एएनकेवाई के तहत 23 ट्रैक्टर और 12 पावर टिलर और एसएमएएम के तहत 10 ट्रैक्टरों को चयनित लाभार्थियों को सौंपने के लिए हरी झंडी दिखाई गई। महिंद्रा और वीएसटी, जैन इरिगेशन और प्रीमियर इरीगेशन कंपनी जैसे व्यापारिक संगठनों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। केवीके बालेक ने तकनीकी सत्र के दौरान किसानों को प्रयोगशाला से भूमि हस्तांतरण पर तकनीकी की जानकारी दी। 

ये लोग हुए कार्यक्रम में शामिल

एक्सपो सह किसान मेले में सचिव (कृषि) बिदोल तायेंग, निदेशक (कृषि) अनोंग लेगो, डीसी सौम्य सौरभ (आईएएस), एसपी जेके लेगो, विभिन्न जिलों के कृषि विभागों के अधिकारी, विभागाध्यक्ष के अलावा जिले के किसान, एसएचजी सदस्यों ने भाग लिया। मेले में एलडीवी के 8 जिलों, पूर्वी सियांग, लोअर सियांग, सियांग, अपर सियांग, पश्चिम सियांग, शि योमी और दिबांग घाटी के किसान शामिल हुए।

 

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