प्रकाशित - 22 May 2024
सरकार की ओर से किसानों को कृषि यंत्रों/कृषि मशीनों (agricultural machinery/agriculture machines) पर सब्सिडी (subsidy) दी जाती है ताकि वे अपने खेती के काम आसानी से निपटा सके। इसके लिए राज्य में ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना (E-Agriculture Equipment Subsidy Scheme) का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत इस समय किसानों को सुपर सीडर मशीन (super seeder machine) पर सब्सिडी (subsidy) का लाभ प्रदान किया जा रहा है। खास बात यह है कि योजना के तहत किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। ऐसे में राज्य के किसान सरकारी अनुदान का लाभ उठाकर लगभग आधी कीमत पर सुपर सीडर मशीन की खरीद कर सकते हैं।
सुपर सीडर (super seeder) एक ऐसा कृषि यंत्र है जिसकी सहायता से फसल अवशेष जिसे नरवाई या पराली भी कहा जाता है उसका निदान किया जा सकता है। इतना ही नहीं इस सुपर सीडर से किसान बुवाई का काम भी कर सकते हैं। यह कृषि यंत्र उन किसानों के लिए काफी उपयोगी है जो धान की खेती (Paddy farming) के बाद गेहूं और चने की बुवाई करते हैं। सुपर सीडर, धान या अन्य फसलों के अवशेषों यानी पराली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में मिलाने का काम करता है। सुपर सीडर के इस्तेमाल से फसल अवशेषों का जलाने की आवश्यकता नहीं होती है। सुपर सीडर (super seeder) फसल अवशेषों को मिट्टी में मिलाकर खाद के रूप बदलने का काम करता है। सुपर सीडर (super seeder) से फसल अवशेष वाले खेत में सीधे गेहूं, चने और अन्य फसलों की बुवाई की जा सकती है।
सुपर सीडर मशीन (super seeder machine) से बुवाई करने पर समय व श्रम की बचत होती है। यह मशीन सामान्य रूप से एक घंटे में एक एकड़ क्षेत्र में फसल अवशेष नष्ट करने के बाद फसल की फसल की बुवाई करती है। जिन क्षेत्रों में गेहूं के बाद मूंग की खेती की जाती है वहां के लिए सुपर सीडर मशीन (super seeder machine) काफी उपयोगी है। किसान हार्वेस्टर (Harvester) से कटाई के बाद गेहूं के शेष बचे अवशेषों को आसानी से मिट्टी में मिलाकर दूसरी फसल की बुवाई कर सकते है।
सुपर सीडर मशीन (super seeder machine) के इस्तेमाल से किसान का खेत की जुताई का खर्च बच जाता है, क्योंकि फसल अवशेष को नष्ट कर मिट्टी में मिला दिया जाता है। इस मशीन की सहायता से फसल अवशेषों को नष्ट करने का कार्य, जुताई और बुवाई एक साथ हो जाती है जिससे खेती की लागत में कमी आती है। जिन किसानों के पास ट्रैक्टर हैं वे किसान सुपर सीडर (super seeder) खरीदकर एक सीजन में एक लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं।
सुपर सीडर मशीन पर राज्य सरकार की ओर से 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। यदि बात करें सुपर सीडर मशीन की कीमत (super seeder machine price) की तो बाजार में कई कंपनियों के सुपर सीडर आते हैं जिनकी अनुमानित कीमत 80 हजार रुपए से 3 लाख रुपए तक होती है। इस पर शासन की ओर से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अत्यंत पिछड़ा वर्ग व महिला किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है यानी ढाई लाख रुपए की मशीन पर आपको 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। ऐसे में आप सरकारी सब्सिडी का लाभ लेकर सुपर सीडर मशीन (super seeder machine) को करीब सवा लाख रुपए में प्राप्त कर सकते हैं। वहीं सामान्य किसानों को 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
सुपर सीडर मशीन पर सब्सिडी का लाभ मध्यप्रदेश सरकार की ओर से राज्य किसानों को प्रदान किया जा रहा है। ऐसे में एमपी के किसान सुपर सीडर मशीन पर सब्सिडी (Subsidy on Super Seeder Machine) का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए प्रदेश के किसानों को सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन MP Kisan App या kisan.mp.gov.in पर करवा सकते हैं। इसके लिए किसानों को आधार कार्ड, खसरा बी-1 की कॉपी, समग्र आईडी, मोबाइल नंबर, जाति प्रमाण पत्र (केवल अनुसूचित जाति व अनसूचित जनजाति के लिए) आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
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