प्रकाशित - 08 Nov 2024
गन्ना किसानों के लिए खुशखबर है। राज्य सरकार ने गन्ने की खेती (Sugarcane Cultivation) करने वाले किसानों को 90 लाख रुपए की सब्सिडी (Subsidy) देने का फैसला किया है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से गन्ना कृषि यंत्रीकरण योजना (Sugarcane Farming Mechanization Scheme) शुरू की गई है। इस योजना के तहत गन्ना किसानों को गन्ने की खेती में काम आने वाले कृषि यंत्रों पर सब्सिडी (Subsidy) दी जाएगी।
खास बात यह है कि इस योजना के तहत किसानों को गन्ने की बुवाई से लेकर कटाई तक के कृषि यंत्र/कृषि मशीन (Agricultural Machinery) पर सब्सिडी (Subsidy) दी जाएगी जो अधिकतम 90 लाख रुपए तक होगी। राज्य सरकार ने गन्ना किसानों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए गन्ने की खेती में काम आने वाली कृषि मशीनों पर सब्सिडी देने ऐलान किया है ताकि किसान गन्ने की उन्नत खेती कर सके।
राज्य सरकार की ओर से गन्ना किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से गन्ना यंत्रीकरण योजना शुरू की है। इस योजना के शुरू होने से राज्य के किसान परंपरागत तरीके से गन्ने की खेती की जगह आधुनिक कृषि मशीनों से गन्ने की खेती (Sugarcane Cultivation) कर सकेंगे। इससे राज्य में गन्ने का उत्पादन बढ़ने के साथ ही किसानों की आय भी बढ़ेगी। इस योजना का लाभ किसानों के साथ ही चीनी और इथेनॉल उत्पादन में भी होगा।
गन्ना यंत्रीकरण योजना के तहत राज्य के किसानों को गन्ने की खेती में काम में आने वाले कृषि यंत्रों पर 50 से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी (Subsidy) दी जाएगी। इसमें व्यक्तिगत किसानों को कृषि यंत्र पर 50 प्रतिशत सब्सिडी (Subsidy) दी जाएगी। एससी और एसटी वर्ग के किसानों को कृषि यंत्रों पर 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। वहीं किसान समूहों को 70 से 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। इसके तहत तीन वर्गों में अनुदान दिया जाएगा। योजना के तहत किसान समूह के वर्ग ए को 70 प्रतिशत या अधिकतम 8,08,500 रुपए अनुदान दिया जाएगा। किसान समूह वर्ग बी को अधिकतम 23.48 लाख रुपए की सब्सिडी (Subsidy) मिलेगी और किसान समूह वर्ग सी को अधिकतम 90.68 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
गन्ना यंत्रीकरण योजना (Sugarcane Agriculture Mechanization Scheme) के तहत राज्य के किसानों को बीज उपचार, उसे लगाने से लेकर खरपतवार नियंत्रण और गन्ना कटाई, गन्ना ज्यूस निकालने वाले कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जाएगी। इस तरह इस योजना के तहत किसानों को गन्ने की बुवाई से लेकर कटाई तक के काम आने वाले आधुनिक कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाएगा। बता दें कि गन्ना कृषि यंत्र काफी महंगे आते हैं जिसमें शुगरकेन हार्वेस्टर की कीमत करीब 96 लाख रुपए होती है। इसलिए किसान समूह और चीनी मिलों को भी कृषि यंत्र बैंक स्थापित करने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
गन्ना यंत्रीकरण योजना (Sugarcane Mechanization Scheme) के तहत जो कुछ पात्रता व शर्तें भी निर्धारित की गई हैं। योजना में जो पात्रता व शर्तें तय की गई हैं, वे इस प्रकार से हैं-
गन्ना यंत्रीकरण योजना (Sugarcane Mechanization Scheme) में आवेदन के लिए किसानों को कुछ दस्तावेजों (Documents) की आवश्यकता होगी। योजना के तहत आवेदन करते समय आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे दस्तावेज इस प्रकार से हैं-
यदि आप बिहार राज्य के किसान हैं तो आप गन्ना यंत्रीकरण योजना (Sugarcane Mechanization Scheme) के लिए आवेदन कर सकते हैं, क्योंकि बिहार सरकार ने ही राज्य के किसानों के लिए इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन रखी गई है। ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर रैंडमाइजेशन के जरिये चयनित किसान या किसान समूह की पात्रता की जांच की जाएगी। स्वीकृति पत्र जारी किया जाएगा। स्वीकृति पत्र जारी होने के 30 दिनों के भीतर किसान को अनिवार्य रूप से कृषि यंत्र की खरीद करनी होगी। कृषि यंत्र की खरीद के बाद किसान को कृषि यंत्र की खरीद का बिल ऑनलाइन अपलोड करना होगा। इसके बाद विभाग की ओर से लाभार्थी किसान के खाते में सब्सिडी दी जाएगी। योजना से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖