प्रकाशित - 18 Oct 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों के साथ ही सरकार की ओर से पशुपालक किसानों के लिए भी कई लाभकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना (Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana) का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत हाल ही में पशुपालक किसानों के खाते में 92.41 करोड़ रुपए की सब्सिडी (Subsidy) जारी की गई है। इस योजना के तहत राज्य के करीब 3.25 लाख पशुपालकों को लाभ मिलेगा। यह सब्सिडी डेयरी किसानों को प्रदान की गई है। दिवाली से पहले दूध सब्सिडी (Subsidy) का पैसा पाकर पशुपालक किसान काफी खुश हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए राजस्थान के पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि दुग्ध उत्पादकों को दूध के मूल्य का भुगतान आरसीडीएफ द्वारा किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादन संबल योजना (Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana) के तहत 5 रुपए प्रति लीटर का अनुदान भी दुग्ध उत्पादक पशुपालकों को दिया जा रहा है। इससे दुग्ध उत्पादकों को दुगुना लाभ हो रहा है। इस योजना का लाभ सीधे दुग्ध उत्पादकों को उनके बैंक खातों के जरिये डीबीटी (DBT) के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है।
पशुपालन मंत्री बताया कि इस वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना (Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana) के लिए 600 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। मंत्री ने बताया कि इस योजना के लागू होने से दुग्ध उत्पादकों की आय में बढ़ोतरी हुई है, जिससे दुग्ध उत्पादक किसान पशुधन का अच्छे तरीके से पालन-पोषण कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य में दूध का उत्पादन भी बढ़ा है जिससे राजस्थान दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
पशुपालन मंत्री ने राशि वितरण के तुरंत बाद नागौर की डेगाना तहसील के पशुपालक सहदेव दिया से फोन पर बात की तो उसने खुश होते हुए बताया कि उसे दो माह की अनुदान की राशि 10 हजार रुपए खाते में प्राप्त हुई है। इसका मैसेज भी उन्हें मोबाइल पर मिल गया है। उन्होंने कहा कि समय पर अनुदान राशि मिलने से वह बेहद खुश है।
राजस्थान में पशुपालकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना (Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana) चलाई जा रही है। इस योजना के तहत सरकारी डेयरी में दूध बेचने वाले पशुपालकों को सरकार की ओर से दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से सब्सिडी दी जाती है। इससे पहले यहां के पशुपालक किसानों को 2 रुपए प्रति लीटर का अनुदान मिलता था।
यदि आप राजस्थान के पशुपालक किसान हैं तो आप मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना (Mukhyamantri Dugdh Utpadak Sambal Yojana) के तहत राजस्थान सरकार की डेयरी में दूध बेचकर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए आपको पहले सरकारी डेयरी में अपना रजिस्ट्रेशन या आवेदन करना होगा उसके बाद आप सरकारी डेयरी पर दूध बेचकर सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। बता दें कि जून 2024 में राज्य सरकार ने डेयरी के दूध की खरीद मूल्य में 50 पैसे की बढ़ोतरी की थी। दूध की दरों में बढ़ोतरी 11 जून 2024 से लागू हो चुकी है। अब किसानों को 700 रुपए प्रति किलो फैट के स्थान पर 750 रुपए किलो प्रति फैट एवं पांच रुपए मुख्यमंत्री संबल योजना के अतिरिक्त दिया जाता है। इस बढ़ोतरी से राज्य के पशुपालक किसानों को लाभ हो रहा है।
राजस्थान में सरस टोंड (नीला) 52 रुपए लीटर, स्टैंडर्ड (हरा) 58 रुपए लीटर, गोल्ड 66 रुपए लीटर और डीटीएम 44 रुपए प्रति लीटर के भाव से बेचा जा रहा है। शहर के हिसाब से इन कीमतों में अंतर संभव है।
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