स्वीट कॉर्न की खेती पर मिलेगी 50,000 रुपए की सब्सिडी, ऐसे उठाएं लाभ

Share Product प्रकाशित - 31 Jul 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

स्वीट कॉर्न की खेती पर मिलेगी 50,000 रुपए की सब्सिडी, ऐसे उठाएं लाभ

जानें, क्या है सरकार की योजना और इससे कैसे मिलेगा लाभ

इस बार कमजोर मानसून के कारण कई जगह पर सूखे और बाढ़ के हालात हो गए हैं। इसी बीच बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। राज्य सरकार ने बाढ़ और सूखे से प्रभावित किसानों को धान की खेती की जगह मक्का, बाजारा, ज्वार, दलहन व तिलहन जैसी फसलों की बुवाई करने की सलाह दी है। इसके साथ ही इसके लिए सब्सिडी पर बीज उपलब्ध कराया जा रहा है।  वहीं मक्का की खेती के लिए विशेष तौर से किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकि मक्का के बाजार में सही भाव मिल जाते हैं और इसके उपयोग को देखते हुए मक्का की खास प्रजातियों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी दी जा रही है।

मक्का के बीजों पर कितनी मिल रही है सब्सिडी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में राज्य सरकार की ओर से स्थानीय मक्का, संकर मक्का और पॉपकार्न मक्का की खेती करने वाले किसानों को 6,000 रुपए प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दी जा रही है। वहीं बेबी कॉर्न मक्का के लिए 40,000 रुपए का प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार स्वीट कॉर्न मक्का की खेती के लिए 50,000 रुपए प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यूपी के हर ब्लॉक में निजी कंपनियों के मक्का, बाजरा और ज्वार के संकर बीजों के स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें इन बीजों की खरीद पर किसान को 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है और अनुदान की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा की जा रही है।

75 जिलों के किसानों को मिलेगी संकर मक्के के बीजों पर सब्सिडी

मौसम विभाग के अनुसार अभी यहां अच्छी बारिश की उम्मीद कम बताई गई है। ऐसे में राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने धान की बुवाई के लिए बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को धान की जगह अन्य फसलों की बुवाई करने की सलाह दी है जो कम पानी में तैयार हो जाती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि किसान धान के विकल्प के रूप में मक्का, ज्वार, बाजरा, दलहन व तिलहन फसलों की खेती कर सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत राज्य के 75 जिलों में संकर मक्का के सामान्य बीजों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय किया गया है।

मुफ्त दिए जा रहे हैं फिंगर बाजरा के बीज

राज्य सरकार की ओर से सभी ब्लॉकों में विभागीय बिक्री केंद्रों पर फिंगर बाजरा की खेती के लिए किसानों को मुफ्त में बाजरा बीज की मिनीकिट दी जा रही है। इसके अलावा दलहन और तिलहन के बीज भी सामान्य वितरण कार्यक्रम के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश के किसान सब्सिडी लागू होने के बाद की कीमत के अनुसार केवल 50 प्रतिशत का भुगतान करके पोस मशीन के जरिये बीज प्राप्त कर सकते हैं।

क्या है त्वरित मक्का कार्यक्रम यूपी

यूपी सरकार की ओर से राज्य में मक्का के उत्पादन, उत्पादकता और बुवाई क्षेत्र में बढ़ोतरी के लिए त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। योजना को प्रदेश के सभी जिलों में लागू किया गया है। योजना के तहत राज्य में किसानों को मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी के साथ ही मक्का उत्पादन से अतिरिक्त लाभ प्रदान करने के लिए कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मंत्री परिषद द्वारा प्रस्तावित 4 वर्षीय योजना के माध्यम से मक्का के आच्छादन में करीब 2 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में विस्तार और 11 लाख मीट्रिक टन से अधिक का अतिरिक्त उत्पादन का अनुमान रखा गया है। इस योजना के तहत मुख्य रूप से मक्का, संकर मक्का के साथ ही प्रदेश में पॉपकार्न, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न की बढ़ती मांग को देखते हुए मक्का की इन सभी प्रजातियों के उन्नत तकनीकी प्रदर्शन, अनुदान पर संकर बीज वितरण, प्रचार-प्रसार कार्यों के तहत कृषक अध्ययन भ्रमण, ग्राम पंचायत, विकास खंड, जनपद एवं राज्य स्तर पर गोष्ठियों अथवा कार्यशालाओं का आयोजन तथा मक्का प्रसंस्करण के अंतर्गत मेज सेलर एवं बेच ड्रायर मशीनों पर अनुदान की सुविधा प्रस्तावित की गई है। 

त्वरित मक्का कार्यक्रम पर कितना खर्चा करेगी सरकार

योजना के तहत 2024-25 से 2027-28 तक यानी 4 वर्ष की अवधि में एक लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में उन्नत तकनीकी प्रदर्शन, 22,500 क्विंटल मक्का संकर बीज का अनुदान पर वितरण सहित प्रचार-प्रसार के कार्यक्रमों और मक्का प्रसंस्करण पर अनुदान सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के लिए सरकार 146.56 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

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