प्रकाशित - 24 Jun 2024
खरीफ फसलों की बुवाई का सीजन शुरू हो गया है। मानसून की बारिश के साथ ही खरीफ की बुवाई में तेजी आ जाएगी। ऐसे में किसानों को खेती के काम आने वाले कृषि यंत्रों (Agricultural Machinery) की आवश्यकता को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से हैरो, कल्टीवेटर सहित कई प्रकार के कृषि यंत्रों पर भारी सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
जो किसान सब्सिडी पर कृषि यंत्रों को लेना चाहते हैं, वे कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि कृषि यांत्रिकरण योजना (Agricultural Mechanization Scheme) के तहत किसानों को कृषि यंत्रों पर 40 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) का लाभ दिया जा रहा है। वहीं किसानों को इस योजना के तहत अवशेष प्रबंधन के कृषि यंत्रों सहित 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है।
कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत राज्य के किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर अलग-अलग सब्सिडी (subsidy) दिए जाने का प्रावधान है। इसमें अवशेष प्रबंधन के काम आने वाले कृषि यंत्रों पर जैसे- स्ट्रॉ रीपर (straw reaper), सुपर सीडर (super seeder), हैप्पी सीडर (Happy Seeder) , रीपर कम बाइंडर (reaper cum binder), स्ट्रा बेलर (straw baler), ब्रश कटर (brush cutter) आदि कृषि यंत्रों पर 40 से 80 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। इसके अलावा लघु एवं सीमांत किसानों के लिए छोटे यंत्र जैसे हंसिया, खुरपी, कुदाल, वीडर, मेज सेलर का किट बनाकर उस 80 प्रतिशत छूट के साथ उपलब्ध कराई जा रही है।
बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कृषि यांत्रिकरण योजना (Agricultural Mechanization Scheme) के तहत लाभार्थियों को अनुदान के साथ यंत्र उपलब्ध कराने के लिए आनलाइन लॉटरी की शुरुआत कर दी है। इसके अलावा किसानों की खेती में सहायता करने के लिए 26 जून से 5 जुलाई 2024 तक सभी जिला मुख्यालयों में कृषि यांत्रिकरण मेला लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चौथे कृषि रोड मैप के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि यांत्रिकरण राज्य योजना के माध्यम से कुल 82.25 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मेकेनाईजेशन (SMAM) के तहत कुल 104.16 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
बिहार कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि कृषि यांत्रिकरण योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सब्सिडी पर उन्नत कृषि यंत्र उपलब्ध कराना है ताकि किसान उचित समय पर कृषि कार्यों को पूरा कर सकें। उन्होंने बताया कि पहली बार यांत्रिकरण योजना के लिए किसानों को सब्सिडी पर कृषि यंत्र की खरीद करने के लिए आवेदन की सुविधा अप्रैल के महीने से शुरू की गई थी। इस दौरान 31 मई 2024 तक कुल प्राप्त 77867 आवेदनों में से लॉटरी के जरिये विभिन्न कृषि यंत्रों के जिलावार भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य के अधीन परमिट दिए जा रहे हैं।
कृषि विभाग के सचिव के मुताबिक 26 जून से 5 जुलाई 2024 तक सभी जिला मुख्यालयों में प्रथम जिला स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक पंचायत में कृषि यंत्र बैंक की स्थापना भी की जा रही है। किसानों को उन्नत तरीके से खेती करने में सहायता करने हेतु राज्य सरकार की ओर से तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।
बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को सस्ती दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि यांत्रिकरण योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत राज्य के किसानों को राज्य व केंद्र सरकार की ओर से 40 से लेकर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी पर 75 प्रकार के कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। किसान इसमें आवेदन करके सरकारी सब्सिडी पर खेती की जरूरत के लगभग सभी कृषि यंत्र की खरीद कर सकते हैं।
बिहार सरकार की ओर से संचालित कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत प्रदेश के किसान अनुदान का लाभ पाने के लिए राज्य किसान प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, कृषि विभाग, बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर जाकर OFMAS पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। योजना की अधिक जानकारी के लिए किसान अपने निकट के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
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