प्रकाशित - 21 May 2024
रबी और जायद के बाद किसान खरीफ फसलों की बुवाई शुरू करेंगे। मानसून की पहली बारिश के साथ खरीफ की बुवाई का काम शुरू हो जाएगा। ऐसे में किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों व मशीनों (Modern agricultural implements and machines) की आवश्यकता होगी। क्योंकि आजकल हर किसान चाहता है कि फसलों की बुवाई कम समय और श्रम में हो और उससे उत्पादन भी अधिक मिले। आज के समय में बड़े से लेकर छोटा किसान भी खेती में कृषि यंत्रों का उपयोग करने लगा है। इसी के साथ ही सरकार की ओर से भी किसानों को खेती में आधुनिक कृषि मशीनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। खास बात यह है कि आधुनिक कृषि यंत्रों की पहुंच छोटे से छोटे किसान तक हो, इसके लिए सरकार की ओर कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत इन कृषि यंत्रों व मशीनों पर सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसानों को फसलों की बुवाई में इस्तेमाल किए जाने वाले टॉप 3 कृषि यंत्रों के विशेषता और कीमत और सब्सिडी की जानकारी दे रहे हैं।
मल्टी क्रॉप-रेज्ड बेड प्लांटर मशीन (Multi Crop-Raised Bed Planter Machine) की सहायता से 20 ये 22 इंजन चौड़ी और 6 इंच ऊंची क्यारियां बनाई जा सकती है। वहीं प्रत्येक क्यारी के दोनों ओर नालियां होती है। इससे एक बार में दो क्यारियां और तीन नालियां बनाई जाती हैं। इसके जरिये निश्चित गहराई पर रीजन एंड फरो विधि से फसल की बुवाई की जाती है। इस विधि से फसल की बुवाई करने पर फसल तेज हवा और आंधी में भी सुरक्षित रहती है, फसल नीचे नहीं गिरती है। इस मशीन की सहायता से किसान अरहर, सोयाबीन, मूंग, उड़द, चना, मक्का, मसूर और गेहूं जैसी फसलों की बुवाई आसानी से कर सकते हैं। इसके अलावा इस मशीन से बहुत सी सब्जियों जैसे मिर्ची, टमाटर, बैंगन, प्याज, लहसुन सहित बेल वाली सब्जियों की फसल की बुवाई की जा सकती है।
मल्टी क्रॉप-रेज्ड बेड प्लांटर मशीन (Multi Crop-Raised Bed Planter Machine) दो प्रकार की आती हैं। इसमें लाइट वेट और हैवी वेट मशीन होती हैं। लाइट वेट मशीन की कीमत 35,000 रुपए तक और हैवी वेट मशीन 45,000 रुपए तक होती है। इसके ब्रांड और फीचर्स के हिसाब से इसकी कीमत अलग-अलग हो सकती है।
मल्टी क्रॉप-रेज़्ड बेड प्लांटर मशीन की कीमत (Multi Crop-Raised Bed Planter Machine Price) पर सरकार की ओर से किसानों को 50 से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु व सीमांत और महिला किसानों को लागत का 60 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। वहीं सामान्य किसानों को लागत का 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। इसमें लाइट वेट मशीन जिसकी कीमत 35,000 रुपए निर्धारित की गई है जिस पर किसानों को 26,250 रुपए की सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। वहीं हैवी वेट मशीन की कीमत विभाग द्वारा 45,000 रुपए निर्धारित की गई है जिस पर किसानों को 33,750 रुपए की सब्सिडी दी जाती है।
हैप्पी सीडर मशीन (Happy Seeder Machine) की सहायता से किसान एक घंटे में एक एकड़ से अधिक क्षेत्र में बीजों की बुवाई कर सकते हैं। इस मशीन से बुवाई करने पर फसल में पानी कम लगता है जिससे पानी की बचत होती है। इतना ही नहीं खेत में खरपतवार भी कम होती है और फसल की पैदावार भी अधिक मिलती है। हैप्पी सीडर मशीन से फसल की बुवाई करने पर समय और लागत दोनों की बचत होती है। इस यंत्र में आगे की ओर रोटावेटर यूनिट लगी होती है जो मिट्टी की एक समान कतार में जुताई करती है। इसमें पीछे की तरफ जीरो ट्रेलर लगा होता है, जो फसलों की बुवाई का काम करता है। हैप्पी सीडर को कार्य शक्ति के हिसाब से 35 से 65 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर की सहायता से चलाया जाता है। इस मशीनरी से गेहूं की बुवाई करने पर बीज और समय दोनों की बचत होती है। इससे बुवाई करने पर बीज कम लगता है। एक अनुमान के मुताबिक यदि आप सामान्य तरीके से गेहूं की बुवाई करते हैं तो प्रति हैक्टेयर करीब 54 किलो गेहूं का बीज लगता है। जबकि हैप्पी सीडर मशीन से बुवाई करने पर प्रति हैक्टेयर 40 किलोग्राम गेहूं लगता है इस तरह कम लागत में गेहूं की बेहतर पैदावार मिलती है। इस मशीन की सहायता से किसान गेहूं के अलावा धान, मसूर, मटर, मूंग आदि की बुवाई कर सकता है।
हैप्पी सीडर मशीन की कीमत (happy seeder machine price) 1.58 लाख रुपए से लेकर 2.53 लाख रुपए तक होती है। यह कीमत कंपनी के ब्रांड और यंत्र के फीचर्स के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है, जैसे- दशमेश 610-हैप्पी सीडर की कीमत 1,58,000 रुपए, जगजीत हैप्पी सीडर की कीमत 1,70,000 और मलकित हैप्पी सीडर की कीमत 2,53,000 रुपए है।
सरकार की ओर से हैप्पी सीडर की खरीद पर किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। वहीं बिहार में कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को हैप्पी सीडर पर 80 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाती है जो अधिकतम 1,20,000 रुपए तक हो सकती है। अलग-अलग राज्यों में हैप्पी सीडर पर वहां के नियमानुसार सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। ऐसे में किसानों को हैप्पी सीडर पर सब्सिडी की जानकारी के लिए अपने निकटतम कृषि विभाग से संपर्क करना चाहिए।
सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन (Seed cum fertilizer drill machine) की सहायता से किसान बीज को मिट्टी में निर्धारित गहराई पर बो सकते हैं जिससे अंकुरण बेहतर होता है। इसके साथ इस मशीन की सहायता से उचित अनुपात में उर्वरक दिया जा सकता है जो पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है। इस मशीन की सहायता से बीजों की बुवाई और उर्वरक दोनों एक साथ दिया जा सकता है। यह सभी प्रकार की मिट्टी में गेहूं, मक्का, तिलहन, सोयाबीन, दलहन और बाजरा जैसी फसलों की बुवाई के लिए उपयुक्त मशीन है। इस मशीन की सहायता से कम समय में फसलों की बुवाई कर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
बाजार में कई ब्रांड की सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन (seed cum fertilizer drill machine price) उपलब्ध हैं। इसमें लैंडफोर्स, खेदूत व जॉन डियर आदि शामिल हैं। यदि बात करें सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन की कीमत की तो बाजार में सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन की कीमत (seed cum fertilizer drill machine price) 65,000 से 1.50 लाख* रुपए तक है। इसमें दशमेश 911 सीड ड्रिल की कीमत 1,26,000 रुपए और लैंडफोर्स जीरो टिल ड्रिल ( कन्वेंशनल मॉडल) सीड ड्रिल की कीमत 66,000 रुपए है।
सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन (seed cum fertilizer drill machine price) पर अलग- अलग राज्यों में वहां के नियमानुसार सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। यदि बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां किसानों को सरकार की ओर से सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन पर निर्धारित मूल्य का 50 प्रतिशत या अधिकतम 15,000 रुपए जो भी कम हो अनुदान दिया जाता है। वहीं मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के महिला-पुरुष किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। वहीं सामान्य वर्ग के पुरुष किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। जबकि सामान्य वर्ग की महिला किसान को 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाती है।
नोट- उपरोक्त कृषि यंत्रों पर सब्सिडी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के निकटतम कृषि विभाग या उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों जॉन डियर ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖