Published - 27 May 2022 by Tractor Junction
किसानों को सिंचाई कार्य में सुविधा हो इसके लिए सरकार की ओर से 50 हजार किसानों के खेत में सब्सिडी पर सोलर पंप लगाए जाएंगे। इसके लिए किसान आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि देश में अक्षय ऊर्जाके उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को सिंचाई के लिए बिजली उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार के नवीन एवं नवीनकरण उर्जा मंत्रालय की ओर से कुसुम योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को सोलर प्लांट लगाने एवं सिंचाई के लिए सोलर पंप लगवाने के लिए सब्सिडी दी जाती है। आज हम आपको ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से मध्यप्रदेश में कुसुम योजना के तहत किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी और उसमें आवेदन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
किसानों को गांव में पावर कट की समस्या का सामना करना पड़ता है जिससे उनका सिंचाई कार्य बाधित हो जाता है। ऐसे में यदि वे अपने खेत में सोलर पंप लगवाते हैं तो उन्हें बिजली कट की समस्या से निजात मिल जाएगी और उन्हें सिंचाई के लिए हर समय बिजली उपलब्ध होगी। किसानों को बिजली बिल से भी छूटकारा मिल जाएगा। इतना ही नहीं किसान कृषि कार्य के बाद बची हुई अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर पैसा कमा सकते हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। सोलर पंप पर परफार्मेंस गारंटी घटकर एक लाख रुपए कर दी है। जबकि पहले परफार्मेंस गारंटी पांच लाख रुपए प्रति मेगावॉट थी। इस संबंध में राज्य के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (कुसुम-‘अ’) में अब परफार्मेंस गांरटी 5 लाख रुपए प्रति मेगावॉट से घटाकर एक लाख रुपए कर दी गई है। ऊर्जा मंत्री डंग ने यह जानकारी ऊर्जा भवन में कुसुम-‘अ’ के 71 कृषकों को लेटर ऑफ अवार्ड वितरित करते हुए दी। कार्यक्रम में 6 विकासकों द्वारा मध्यप्रदेश पावर मैंनेजमेंट कंपनी के मध्य विक्रय-क्रय अनुबंध (पीपीए) का भी आदान-प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना के तहत जल्द ही किसानों के खेतों पर सोलर पंप लगाए जाएंगे।
राज्य के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना में एक हजार किसानों के खेतों पर सोलर पंप लगाने का काम प्राथमिकता से शुरू किया जा रहा है, जहां विद्युत की उपलब्धता नहीं है। प्रदेश में 50 हजार किसानों के खेतों पर सोलर पंप लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे बिजली-डीजल का खर्चा बचने के साथ 8 घंटे बिजली मिलने से किसानों के अन्य कार्य भी पूरे हो जाएंगे।
सोलर पंप पर कितनी मिलेगी सब्सिडी
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना के तहत किसानों को 10 हॉर्स पॉवर तक के सोलर पंप पर सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए किसानों को अलग-अलग प्रकार के सोलर पंप के लिए कितने रुपये देने होंगे इसकी जानकारी नीचे तालिका में दी गई है-
सोलर पंपिंग सिस्टम के प्रकार हितग्राही किसान अंश (रु.) डिस्चार्ज (लीटर में प्रतिदिन)
सोलर पंप स्थापना हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं, जिसमें भारत सरकार व मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। इस योजनांतर्गत किसान को सोलर पंप का लाभ इस शर्त पर दिया जाएगा कि किसान की कृषि भूमि के उस खसरे/बटांकित खसरे पर भविष्य में विद्युत पंप लगाए जाने पर उसको विद्युत प्रदाय पर कोई अनुदान देय नहीं होगा। किसान द्वारा स्वप्रमाणीकरण भी दिया जाएगा कि वर्तमान में कृषक के उस खसरे/बटांकित खसरे की भूमि पर विद्युत पंप संचालित/ संयोजित नहीं है। यदि संबंधित कृषक उक्त विद्युत पंप का कनेक्शन विच्छेद करवा लेता है अथवा उस पर प्राप्त अनुदान छोड़ देता है, तब उसे सोलर पम्प स्थापना पर अनुदान दिया जा सकता है।
सोलर पंप पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजोंं की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं-
मध्यप्रदेश राज्य के किसान सब्सिडी पर सोलर पंप लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल cmsolarpump.mp.gov.in पर जाकर कर सकते हैं। यहां पर किसान का मोबाइल नंबर जिससे पंजीकरण करना हो, उसे दर्ज करना होगा। ऐप्लिकेशन मोबाइल पर ओटीपी भेजकर सही नंबर की जांच करेगा। ओटीपी सत्यापन के बाद किसान को सामान्य जानकारी दर्ज करनी होगी। यहां पर किसान का आधार, ईकेवाईसी, बैंक अकाउंट संबंधी जानकारी, जाति, स्व:घोषणा, जमीन से संबंधित खसरे की जानकारी एवं लेने वाले सोलर पंप की जानकारी दर्ज की करनी होगी। मांगी गई सभी जानकारी भरने के बाद फार्म को सब्मिट कर दें।
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