Published - 23 May 2022 by Tractor Junction
गेहूं की फसल की कटाई और विक्रय के बाद किसान खरीफ फसलों की बुवाई के काम में लग जाएंगे। ऐसे कई राज्यों किसान धान की बुवाई करेंगे। जैसा कि धान की बुवाई में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। इसे देखते हुए सरकार की ओर से किसानों को पानी की बचत के लिए धान की सीधी बुवाई करने की सलाह दी जा रही है। हरियाणा सरकार की ओर से राज्य में सीधी बुवाई करने वाले किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों से रजिस्ट्रेशन कराने को भी कहा गया है। राज्य सरकार ने इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा किसानों को दी है। सरकार की ओर से इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए अंतिम तिथि का निर्धारण भी कर दिया गया है। राज्य के किसान 30 जून 2022 तक धान की सीधी बुवाई के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
हरियाणा सरकार ने इस खरीफ सीजन के लिए एक लाख एकड़ में सीधी बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है। इसको लेकर सरकार की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। राज्य सरकार धान की सीधी बुवाई करने वाले किसानों को 4 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से अनुदान (सब्सिडी) देगी। ये सब्सिडी सीधे किसानों के खातों मेें ट्रांसफर की जाएगी।
हरियाणा सरकार की ओर से धान की सीधी बुवाई के लिए जिन जिलों का चयन किया गया है उनमें 12 जिलों को शामिल किया गया है। उनमें अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत, जींद, हिसार, सिरसा, रोहतक और फतेहाबाद के किसानों को शामिल किया गया है।
धान की सीधी बुवाई करने से किसानों को कम पानी की आवश्यकता होगी। इस विधि से बुवाई करने पर करीब 20 प्रतिशत पानी की बचत होती है। इस तकनीक से मशीन से सीधे धान की बुवाई की जाती है। इस विधि से बुवाई करने पर नर्सरी से लेकर पौध रोपण तक की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इससे पानी की बचत होती है और किसान का श्रम भी कम लगता है। यह तकनीक उन राज्यों के लिए लाभकारी है जहां पानी का स्तर नीचे जा रहा है। यहां सीधी धान की बुवाई करना ही एक विकल्प है। बता दें कि धान की फसल को सबसे अधिक पानी की आवश्यकता होती है। ये ज्यादा पानी चाहने वाली फसल है और हरियाणा में जल स्तर काफी नीचे चला गया है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से किसानों से कम पानी में धान बुवाई करने के लिए सलाह दी जा रही है। इसके लिए धान की सीधी बुवाई करने पर किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
किसान अपनी फसल का ब्यौरा ऑनलाइन दर्ज करवाने के लिए अपने नजदीकी अटल सेवा केंद्रों अथवा कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा स्वयं भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया इस प्रकार से है-
मेरी फसल मेरा ब्योरा योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं-
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