प्रकाशित - 21 Oct 2024
कई किसान परंपरागत फसलों जैसे- गेहूं, सरसों, जौ, चना आदि की खेती के साथ ही आलू व प्याज की खेती (Potato and onion farming) करके काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं। किसानों को फसलों की बुवाई के लिए बेहतर बीज मिले, इसके लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से किसानों को सस्ती कीमत पर आलू का बीज (Potato Seed) उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से आलू के बीजों की नई कीमतें (New prices of potato seeds) निर्धारित कर दी है जिसकी दरों में 500 रुपए प्रति क्विंटल की कमी की है। ऐसे में किसानों को अब आलू का बीज सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो जाएगा। सरकार का मानना है कि आलू के बीजों के दामों को कम करने से राज्य में अच्छी क्वालिटी के आलू के बीज की उपलब्धता में बढ़ोतरी हो सकेगी।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आलू की खेती (Potato Cultivation) करने वाले किसानों को आलू बीज की उपलब्धता को सुगम बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के किसानों को बीजोत्पादन के लिए विक्रय हेतु आलू बीज की विभागीय दरों में 500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से कमी करके विक्रय दर (शोध संस्थाओं एवं सरकारी संस्थाओं को छोड़कर) निर्धारित की गई है जो इस प्रकार से है-
इससे पहले आलू के बीज की विक्रय दर आधारित प्रथम आलू बीज के लिए 3495 रुपए प्रति क्विंटल, आधारित द्वितीय आलू बीज के लिए 3095 रुपए प्रति क्विंटल, ओवर साइज (आधाारित प्रथम) आलू बीज के लिए 2770 रुपए प्रति क्विंटल, ओवर साइज (आधारित द्वितीय) के लिए 2710 रुपए प्रति क्विंटल तथा आधारित प्रथम ट्रूथफूल के लिए 2680 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई थी।
उद्यान मंत्री के मुताबिक उत्तर प्रदेश में करीब 6.96 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए करीब 24-25 लाख मैट्रिक टन आलू बीज की आवश्यकता होगी। इसे देखते हुए उद्यान विभाग की ओर से करीब 40 से 45 हजार क्विंटल आधारित श्रेणी का आलू बीज किसानों को बीज उत्पादन के लिए वितरित किया जाएगा। सरकार की इस योजना के तहत राज्य के किसान बेहतर क्वालिटी के आलू के बीज का उत्पादन करके प्रदेश में उच्च क्वालिटी आलू के बीजों की कमी को पूरा करने में अपनी सहभागिता निभा सकते हैं।
निदेशक उद्यान के मुताबिक मार्च 2023 में प्रदेश के राजकीय प्रक्षेत्रों पर उत्पादन के लिए सीपीआरआई, भारत सरकार से 9214.94 क्विंटल जनक (ब्रीडर) आलू बीज प्राप्त कर राजकीय प्रदेश के 21 राजकीय प्रक्षेत्रों पर कुल 224.83 हैक्टेयर क्षेत्रफल में आलू बीज का उत्पादन कराया गया जिससे 45168.50 क्विंटल आधारीय एवं टी.एल. श्रेणी के आलू बीज (कुफरी बहार, कुफरी चिप्सोना-1 एवं 3, कुफरी आनंद, कुफरी पुखराज, कुफरी सूर्या, कुफरी ख्याति, कुफरी सिंदूरी, कुफरी फ्राईसोना, कुफरी मोहन, कुफरी गंगा, कुफरी नीलकंठ, कुफरी लवकार एवं कुफरी बादशाह) का उत्पादन प्राप्त हुआ। इससे राजकीय कोल्ड स्टोरेज अलीगंज लखनऊ तथा मोदीपुरम, मेरठ में भंडारित किया गया।
यदि आप यूपी के किसान हैं तो आप उपरोक्त दरों पर सस्ती कीमत में बेहतर क्वालिटी का बीज प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने जनपदीय उद्यान अधिकारी से संपर्क करना होगा। आप उद्यान अधिकारी के माध्यम से नकद मूल्य पर बीज खरीद कर आलू बीज का उत्पादन कर सकते हैं। भंडारित आलू बीज का प्रदेश के समस्त जनपदों को आवंटित कर किसानों के बीच नकद मूल्य पर वितरित किया जाएगा। प्रसंस्कृत प्रजातियों के लिए उत्तर प्रदेश राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था से पंजीकरण के बाद आलू बीज उत्पादन की बैगिंग, टैगिंग पर किसानों को 25 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर की दर से अनुदान की भी व्यवस्था की गई है। आलू बीज की प्रंस्करण प्रजातियां कुफरी चिप्सोना-1 एवं 3, कुफरी फ्राईसोना तथा कुफरी सूर्या हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖