पीएम किसान सम्मान निधि योजना : जल्द कराएं केवाईसी वरना नहीं मिलेगा लाभ

Share Product Published - 27 Jan 2022 by Tractor Junction

पीएम किसान सम्मान निधि योजना : जल्द कराएं केवाईसी वरना नहीं मिलेगा लाभ

जानें, क्या है केवाईसी, क्यों है जरूरी और कैसे की जाती है?

किसानों के बीच काफी लोकप्रिय योजनाओं में से एक पीएम किसान सम्मान निधि योजना है। इस योजना की खास बात ये हैं कि इसमें मिलने वाला पैसा सरकार की ओर से सीधा किसान के खाते में ट्रांसफर किया जाता है। इस योजना का सीधा फायदा किसान को मिलता है। इस योजना के तहत सरकार की ओर से साल भर में 6 हजार रुपए की सहायता किसानों को दी जाती है। 

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से किसानों को हर चार माह के अंतराल में तीन समान किस्तों में 2-2 हजार रुपए की राशि किसानों के खातें में ट्रांसफर की जाती है। ऐसे में कई अपात्र किसान भी इस योजना से जुड़ गए और इस योजना का लाभ लें रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने इस योजना से जुड़े किसानों के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है ताकि अपात्र किसानों की पहचान हो सके और उन्हें योजना से बाहर कर केवल पात्र किसानों को इसका लाभ दिया जा सकें। बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना में कई राज्यों में काफी संख्या में लोगों द्वारा फर्जी तरीके से सम्मान निधि की राशि उठाई गई जिसकी वसूली की कार्रवाई सरकार की ओर से की जा रही है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली 6 हजार रुपए की सालाना राशि आपको आगे भी मिलती रहे तो आप अपनी ई-केवाईसी जरूर कराएं। सरकार ने इसे अब अनिवार्य कर दिया है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको ई-केवाईसी क्या होती है, क्यों जरूरी है और इसे कैसे करते हैं? इन बातों की जानकारी दे रहे हैं इसलिए खबर को शुरू से लेकर अंत तक पढ़े ताकि आपको बिना रूकावट पीएम सम्मान निधि का लाभ मिलता रहे। 

PM Kisan Samman Nidhi Yojana : ई-केवाईसी क्यों है जरूरी

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देश के सभी पात्र किसानों को मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार ने अब सभी किसानों के लिए ई- केवाईसी को आवश्यक बना दिया गया है। सरकार ने योजना के अपात्र किसानों तथा आवेदकों को अलग करने के लिए ई-केवाईसी करवाने का फैसला लिया है। इसके तहत देश के किसान https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। पीएम किसान योजना की वेबसाइट से या नजदीकी सीएससी सेंटर से किसान आवेदन कर सकते हैं। अब नये वित्त वर्ष से उन्हीं किसानों को पीएम-किसान योजना का लाभ उन्हें ही दिया जाएगा जिन किसानों ने अपना ई-केवाईसी कराया है, इसलिए सभी पात्र लाभार्थी किसान योजना का लाभ लेने के लिए जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी कराएं। 

किसान कब तक करा सकते हैं ई-केवाईसी

पीएम किसान योजना के अंतर्गत ई-केवाईसी कराने के लिए अंतिम तिथि निर्धारित कर दी गई है। बिहार राज्य नोडल पदाधिकारी पीएम किसान सम्मान निधि योजना कृषि विभाग, पटना के द्वारा यह बताया गया है कि 31 मार्च 2022 तक ई-केवाईसी कराना जरूरी है। 

क्या होता है केवाईसी

केवाईसी की फुल फॉर्म नो योर कस्टमर होता है। जिसका हिंदी में अर्थ होता है कि अपने ग्राहक को पहचानना। बैंक अपने कस्टमर यानि आपकी पहचान करती है तो इस केवाईसी यानि पहचानने की प्रक्रिया में बैंक आपसे आपके कुछ डॉक्यूमेंट मांगता है। आपके ये डॉक्यूमेंट केवाईसी दस्तावेज या डॉक्यूमेंट कहलाते हैं। आपको बता दें कि अगर आपका बैंक अकाउंट निष्क्रिय हो गया है तो बैंक आपके निष्क्रिय अकाउंट को फिर से चालू करने के लिए आपके केवाईसी डॉक्यूमेंट मांगता है। 

केवाईसी कराने के लिए किन दस्तावेजों की होती है जरूरत

केवाईसी के लिए जो दस्तावेज या डॉक्यूमेंट जरूरी होते हैं उनमें पहचान पत्र, आपके एड्रेस प्रूफ, आपका हाल ही का पासपोर्ट साइज फोटो आता है। आप अपने आइडेंटिटी और आपके एड्रेस प्रूफ में से कोई भी वैलिड आईडी प्रूफ  जैसे- आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या पैन कार्ड लगा सकते हैं। हालांकि पैन कार्ड सिर्फ आइडेटिटी प्रूफ होता है। इसमें आपका पता नहीं होता है लेकिन बाकी के डॉक्यूमेंट में आप अपने एड्रेस को भी वेरिफाई कर सकते हैं। ये सभी डॉक्यूमेंट केवाईसी दस्तावेज कहलाते हैं। 

कैसे करें ई-केवाईसी

इस योजना अंतर्गत ई-केवाईसी ऑथोन्टिकेशन (प्रमाणीकरण) कार्य ई-केवाईसी ओटीपी (मोबाइल पर एक पासवर्ड प्राप्त करके) तथा ई-केवाईसी बायोमेट्रिक मोड (उंगलियों के निशान) द्वारा किया जा सकता है। योजना के लाभार्थी सीएससी केंद्र/वसुधा केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी बायोमेट्रिक मोड द्वारा करा सकते हैं। 

ई-केवाईसी के लिए कितना लगता है शुल्क

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ई-केवाईसी करने के लिए लाभार्थियों को निर्धारित राशि का भुगतान सीएससी केंद्र पर करना होगा। इस कार्य के लिए भारत सरकार द्वारा प्रति किसान सत्यापन हेतु 15 रुपए की दर से निर्धारित किया गया है।

किसान भाई घर बैठे भी कर सकते हैं ई-केवाईसी

किसान भाई स्वयं भी ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए आपको लैपटॉप या मोबाइल की जरूरत होगी। इसके लिए किसानों को आधार कार्ड के जरिये वेरिफिकेशन को पूरा करना होता है। जो किसान भाई स्वयं ये काम नहीं कर सकते हैं वे सीएससी सेंटर पर जाकर भी इस काम को पूरा कर सकते हैं। 

ई-केवाईसी करने की प्रक्रिया

किसानों की सुविधा के लिए ई-केवाईसी करने का पूरी प्रक्रिया यहां बताई जा रही है ताकि वे स्वयं भी ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर सकें।  

•    ई-केवाईसी के लिए सबसे पहले आपको पीएम किसान की अधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाना होगा।
•   यहां दायीं ओर आपको फार्म कॉर्नर दिखाई देगा।
•    फार्मर्स कॉर्नर के पास ही ई-केवाईसी का लिंक दिया गया है, उस पर क्लिक करना होगा। 
•    अब आपको अपना आधार नंबर टाइप करना होगा।
•    आधार नंबर डालने के बाद इमेज कोड एंटर करें और सर्च पर क्लिक कर दें।
•    अब आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, उसे एंटर करें।
•    अगर आपके द्वारा दी गई सारी जानकारियां सही है, तो ओटीपी एंटर करते ही ई-केवाईसी पूरी हो जाएगी।


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