Published - 31 Mar 2022 by Tractor Junction
पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े उन किसानों के लिए बहुत ही राहत भरी खबर सामने आई है जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थी किसानों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में कई किसान ऐसे थे जिन्होंने केवाईसी कराने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2022 तक ई-केवाईसी नहीं कराई थी। ऐसे में इन किसानों को ये चिंता सता रही थी कि यदि ई-केवाईसी नहीं कराई तो हमारी किस्त अटक जाएगी। अब चिंता की बात नहीं है सरकार ने केवाईसी कराने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 22 मई 2022 कर दी है। अब किसान इस तिथि तक अपनी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
बता दें पीएम किसान सम्मान निधि योजना से देश के करीब 12 करोड़ किसान जुड़े हुए हैं। सरकार की ओर से केवाईसी की तिथि बढऩे से किसानों को राहत मिली है। अब चूंकि सरकार ने दो माह का अतिरिक्त समय किसानों को ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दे दिया है। ऐसे में किसानों को राहत मिली है और वे इत्मीनान से ई-केवाईसी करा सकेंगे।
ई-केवाईसी के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी उनमें किसान का पहचान पत्र, पते का सबूत के लिए राशन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड में से कोई एक की आवश्यकता होगी। यहां आपको ये बता दें कि पैन कार्ड सिर्फ आइडेंटिटी प्रूफ होता है। इसमें आपका पता नहीं होता है लेकिन बाकी के डॉक्यूमेंट में आप अपने एड्रेस को भी वेरिफाई कर सकते हैं। ये सभी डॉक्यूमेंट केवाईसी दस्तावेज कहलाते हैं।
ई-केवाईसी के लिए किसानों को आधार कार्ड के जरिये वेरिफिकेशन को पूरा करना होता है। ई-केवाईसी करने का तरीका इस प्रकार से है-
ई-केवाईसी के लिए आपका मोबाइल आधार से लिंक होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो आपको इसके लिए सीएससी सेंटर जाकर ई-केवाईसी करानी होगी। वहींं आधार कार्ड से संबंधित कोई समस्या है तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी आधार सेवा केंद्र से संपर्क करना होगा।
केवाईसी का मतलब होता है ग्राहक को पहचानना। यानि बैंक अपने ग्राहक की पहचान करता है जिसे सेवाओं का लाभ मिल रहा है। इसी तरह पीएम किसान सम्मान निधि के तहत योजना से जुड़े लाभार्थी किसानों की पहचान का काम ई-केवाईसी के माध्यम से किया जा रहा है। ई-केवाईसी कराने का सबसे बड़ा फायदा है कि सही पात्र व्यक्ति को योजना का लाभ मिल सकेगा। बता दें कि कई लोगों ने किसान न होते हुए भी इस योजना में अपना नाम जुड़वाकर फर्जी तरीके से इसका फायदा उठाया। जब ये बात सरकार को पता चली तो उसने ऐसे लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी और योजना से जुड़े किसानों के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया ताकि वास्तविक पात्र किसान को इस योजना का लाभ मिल सके।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना है। इसे 1 दिसम्बर 2018 से लागू किया गया था। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपए की राशि बतौर आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाती है। ये राशि हर चार माह के अंतराल में 2-2 हजार की तीन किस्तों में किसानों के खातों में सीधा ट्रांसफर की जाती है।
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