प्रकाशित - 07 Sep 2024 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के तहत किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi) का लाभ दिया जाता है। यह देश की सबसे बड़ी डीबीटी (DBT) योजना है जिससे करीब 11 करोड़ किसान जुड़े हुए हैं। यह योजना गरीब और जरूरतमंद किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से चलाई गई थी लेकिन इसमें अपात्र लोग भी शामिल हो गए और योजना का लाभ प्राप्त करने लग गए। अब ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है। हाल ही में करीब ऐसे 13 लाख लोगों को अपात्र घोषित किया गया है जो योजना के पात्र नहीं होते हुए भी इसका लाभ उठा रहे थे। अब इन किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त (18th installment of Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) नहीं मिल पाएगी। इन लोगों को योजना से बाहर किया जाएगा। इतना ही नहीं इन लोगों को नोटिस देकर उनसे इस योजना के तहत अब तक प्राप्त किस्तों की वसूली भी की जाएगी।
बिहार में 13 लाख से अधिक अपात्र किसानों की जानकारी सामने आई है जो पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के तहत प्रतिवर्ष मिलने वाली 6,000 रुपए की राशि का लाभ ले रहे थे। इस तरह छह हजार रुपए के हिसाब से देखा जाए तो इन किसानों के खाते में करीब 780 करोड़ रुपए ट्रांसफर हो चुके हैं। कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर पीएम किसान योजना के लाभुकों का भौतिक सत्यापन कराने को कहा है ताकि अपात्र किसानों के खाते में योजना का पैसा ट्रांसफर होने से रोका जा सके।
कृषि सचिव ने डीएम को जारी पत्र में लिखा है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) का लाभ परिवार के एक व्यक्ति को ही दिया जाना है। लेकिन जन वितरण प्रणाली के तहत लाभ ले रहे लाभार्थियों के राशन कार्ड से लिंक आधार कार्ड से वन-टू-वन मिलान करने पर यह बात सामने आई कि इस योजना का लाभ परिवार के एक से अधिक व्यक्ति ले रहे हैं।
राज्य में 53 लाख 10 हजार 72 ऐसे राशनकार्डधारी है, जिनके राशन कार्ड से जुड़े परिवार के 66 लाख 59 हजार 871 लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) का लाभ ले रहे हैं। इनके खाते में प्रतिवर्ष हर चार माह के अंतराल पर तीन किस्तों में 2000-2000 रुपए की राशि भेजी जा रही है। यह नियम विरुद्ध है। सचिव के पत्र के मुताबिक इन अपात्रों को 17 किस्तों तक राशि का भुगतान किया जा चुका है। कृषि सचिव ने सभी डीएम को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अगली किस्त यानी पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त (18th installment amount of PM Kisan Yojana) राशि अपात्र के खाते में नहीं भेजी जाए। इसके लिए एक-एक परिवार का सत्यापन कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सिर्फ योजना के पात्र किसानों को ही अगली किस्त उसके खाते में ट्रांसफर हो।
कृषि सचिव द्वारा भेजे गए आंकड़ों के मुताबिक पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के तहत ऐसे अपात्रों की संख्या मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में सबसे ज्यादा है। यदि बात की जाए मुजफ्फरपुर की तो यहां 3 लाख 6 हजार 707 परिवारों के 3 लाख 63 हजार 119 लोग योजना के तहत मिलने वाली राशि का लाभ ले रहे हैं जो गलत है। इस तरह यहां पर करीब 57 हजार अपात्रों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि भेजी जा रही है।
वहीं चंपारण में 3 लाख 22 हजार 455 परिवारों के 4 लाख 17 हजार 87 व्यक्ति को राशि भेजी जा रही है। इस तरह यहां 95 हजार अपात्र लोग पीएम किसान सम्मान निधि की राशि का लाभ ले रहे हैं। सारण का आंकड़ा सबसे अलग है। यहां दो लाख 69 हजार 246 परिवारों के चार लाख 13 हजार 279 लोगों के खाते में योजना के तहत प्रतिवर्ष 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता भेजी जा रही है। इस तरह एक लाख 44 हजार 33 अपात्र लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि प्राप्त कर रहे हैं।
जो अपात्र किसान स्वयं ऑनलाइन तरीके से पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) की राशि को लौटाना चाहते हैं उनके लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर बकायदा ऑनलाइन रिफंड का ऑप्शन दिया गया है। इस विकल्प का उपयोग करके अपात्र किसान ऑनलाइन तरीके से पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली सम्मान निधि वापस सरकार को लौटा सकते हैं। पीएम किसान सम्मान निधि को ऑनलाइन तरीके से रिफंड करने के लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं-
सबसे पहले पीएम किसान सम्मान निधि की आधिकारिक वेबसाइट पर जाए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त (18th installment of PM Kisan Samman Nidhi Yojana) अक्टूबर माह में जारी की जा सकती है। हालांकि 18वीं किस्त जारी करने को लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत हर साल 6,000 रुपए की राशि हर चार माह के अंतराल में 2,000-2,000 रुपए की किस्त के रूप में किसानों को भेजी जाती है। पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त (17th installment of PM Kisan Yojana) किसानों 30 जून 2024 को जारी की गई थी।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों जॉन डियर ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।