प्रकाशित - 22 May 2024
इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। ऐसे में किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए पॉलीहाउस तकनीक (polyhouse technology) का इस्तेमाल कर सकते हैं। खास बात यह है कि पॉलीहाउस खेती (polyhouse farming) के लिए सरकार की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। किसान इस योजना का लाभ उठाकर आधी कीमत पर पॉलीहाउस का निर्माण कर उसके अंदर फल और सब्जियों की खेती कर सकते हैं।
दरअसल राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को संरक्षित खेती (protected cultivation) के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे मौसम की मार के कारण उनकी फसल को नुकसान से बचाया जा सके। इसके लिए पॉलीहाउस व शेडनेट तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है और इसके लिए बागवानी विकास योजना (Horticulture Development Scheme) के तहत अनुदान दिया जा रहा है। राज्य के जो किसान बागवानी फसलों की खेती करना चाहते हैं वे अपनी खाली पड़ी जमीन पर पॉलीहाउस (polyhouse) या शेडनेट (shade net) की व्यवस्था करके सुरक्षित तरीके से फल और सब्जियों की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह तकनीक बेहतर पैदावार तो देती ही है साथ ही किसान की आय बढ़ाने में भी मददगार है। जो किसान इस बागवानी विकास योजना के तहत सब्सिडी पर पॉलीहाउस या शेडनेट हाउस (Shade Net House) बनवाना चाहते हैं, वे इस योजना के तहत आवेदन करके इसका लाभ उठा सकते हैं।
पॉलीहाउस या पॉलीहाउस प्रोजेक्ट/शेडनेट के लिए राज्य सरकार की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इसमें पॉलीहाउस लगाने के लिए प्रति वर्ग मीटर इकाई लागत (पॉलीहाउस की कीमत) 935 रुपए निर्धारित की गई है। इस पर किसानों को 50 प्रतिशत यानी 467 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं शेडनेट हाउस के लिए प्रति वर्ग मीटर इकाई लागत 710 रुपए निर्धारित की गई है जिस पर 50 प्रतिशत यानी 355 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी।
पॉलीहाउस प्रोजेक्ट के अनुसार यदि आप 100 वर्ग मीटर में पॉलीहाउस का निर्माण करते हैं तो आपका खर्चा 935 रुपए के हिसाब से 93500 रुपए का आएगा जिस पर आपको 50 प्रतिशत यानी 46700 रुपए की सब्सिडी मिल जाएगी और शेष 46700 रुपए आपको स्वयं अपनी जेब से खर्च करने होंगे। इस तरह आप आधी कीमत पर अपनी जमीन पर संरक्षित खेती के तहत पॉलीहाउस निर्माण कर सकते हैं।
पॉलीहाउस या शेडनेट तकनीक (Polyhouse or shednet technology) से फसलों की खेती के लाभ या फायदे होते हैं और पैदावार भी अधिक मिलती है। पॉलीहाउस या शेडनेट तकनीक से खेती करने पर आपको जो फायदे मिल सकते हैं, वे इस प्रकार से हैं
यदि आप बिहार के किसान है तो आप पॉलीहाउस या शेडनेट लगाने के लिए सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए आपको बागवानी विभाग बिहार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है
पॉलीहाउस या शेडनेट खेती (Shednet farming) के लिए सरकारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए आप बिहार कृषि विभाग निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। इसके अलावा अपने जिले के उद्यान विभाग के सहायक निदेशक से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों जॉन डियर ट्रैक्टर, महिंद्रा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖