Published - 02 Jan 2021 by Tractor Junction
नए साल में पीएम मोदी ने लोगों को सस्ते घर तोहफा दिया है। अब गरीबों का सस्ता घर खरीदने का सपना साकार हो सकेगा। प्रधानमंत्री ने नए साल में रांची के 1008 लाइट हाउस प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इस नवीनतम तकनीक द्वारा बनाने वाले घरों का पीएम मोदी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया। इस प्रोजेक्ट के तहत केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड और तमिलनाडु में गरीब लोगों को सरकार सस्ते, भूकंप रोधी और मजबूत मकान मुहैया कराएगी।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
रांची के साथ ही इंदौर, अगरतला, लखनऊ, चेन्नई और राजकोट में ये नवीनतम तकनीक वाले मकान बनाए जाएंगे। प्रारंभ में इन शहरों में 1000-1000 से अधिक मकान बनाए जाने की योजना है।
415 वर्गफीट के एक लाइट हाउस में एक हॉल, एक शयन कक्ष, एक रसोई घर, एक बालकनी, एक बाथरूम एवं एक शौचालय होगा। बिजली, पानी, रसोई गैस, पार्किंग, हाई स्पीड लिफ्ट, पार्क, अग्निशमन, की भी परिसर में व्यवस्था रहेगी। इस प्रोजेक्ट के तहत पूरा कारपेट एरिया 34.50 वर्ग मीटर में होगा। इसके तहत 14 मंजिला टावर बनाए जाएंगे। कुल 1,040 फ्लैट तैयार होंगे।
शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश में प्रयोग की तरह है। इससे गरीबों को सस्ता और सुंदर घर मिल सकेगा। इन घरों में बिजली, पानी के साथ गैस की सुविधा होगी। कम समय में घरों का निर्माण हो सकेगा। हाउसिंग फॉर ऑल का सपना इससे पूरा हो सकता है।
1008 लाइट हाउसों की झारखंड की यह परियोजना 133.99 करोड़ की है। प्रति आवास केंद्र सरकार 5.50 लाख रुपए, राज्य सरकार द्वारा एक लाख रुपए और लाभार्थी का अंशदान 6.79 लाख का होगा।
नवीनतम तकनीक वाले घरों में प्लास्टर की जरूरत नहीं होगी। विश्व स्तर पर टिकाऊ, आपदा रोधी, पर्यावरण के अनुकूल इस परियोजना से निर्माण की नवीन प्रौद्योगिकियों को भारत में मुख्य धारा में लाने में मदद मिलेगी। रांची को वरीयता देते हुए मॉडल के रूप में चुना गया है। इसमें प्रीकास्ट कंक्रीट कंस्ट्रक्शन सिस्टम-3 डी प्रीकास्ट वाल्यूमेट्रिक को अपनाया जा रहा है। नई तकनीक से बनने वाले बिल्डिंग ब्लॉक को कारखानों में तैयार किया जायेगा और मल्टी स्टोरी टॉवर का निर्माण करने के लिए एक के ऊपर एक रखा जायेगा। 90 प्रतिशत निर्माण कार्य, कास्टिंग यार्ड में ही पूरा किया जायेगा। यह तकनीक प्रौद्योगिकी एवं धूल और प्रदूषण मुक्त वातावरण के साथ पारंपरिक इमारतों की तुलना में घरों का तेजी से और गुणवत्ता के साथ निर्माण करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत देश के 6 शहरों में 365 दिनों में 1 हजार मकान बनेंगे। पीएम ने कहा कि इसका मतलब ये है कि रोजाना ढाई से तीन मकान बनेंगे। उन्होंने इंजीनियर, विद्यार्थियों और प्रोफेसरों से अपील की कि वे इन साइटों पर जाएं और इन प्रोजेक्ट का अध्ययन करें। पीएम ने इन सभी प्रोजेक्ट के लिए विदेशी तकनीक का सहारा लिया गया है, आप इसका अध्ययन करें और ये देखें कि क्या ये भारत के लिए सही है या फिर इसमें कुछ सुधार की गुंजाइश है।
लखनऊ में प्रोजेक्ट को लेकर यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि प्रॉजेक्ट का क्रियान्वयन शहीद पथ स्थित अवध विहार योजना में किया जा रहा है। नई तकनीक के प्रयोग के कारण निर्माण कार्य करीब एक साल में पूरा हो सकेगा। प्री फैब्रिकेटेड चीजों के प्रयोग से निर्माण ज्यादा टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल होगा।
शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि गरीबों को इस योजना का सही तरीके से फायदा मिल सके इसके लिए जरूरी है कि लाभार्थी के अंशदान को सरकार कम करे। मौके पर संबंधित राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नये साल पर शुभकामनाएं दीं।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।