Published - 27 Feb 2021
भारत में सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने को लेकर सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से अनेक सुविधाएं प्रदान कर रही है ताकि किसानों को खेती करना आसान हो जाए और उन्हें आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसी दिशा में महाराष्ट्र सरकार ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर योजना चलाई हैं जिसका पूरा नाम डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर कृषि स्वावलंबन योजना है। इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 500 रुपए से लेकर 2.5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत सिर्फ अनुसूचित जाति एवं नवबौद्ध किसान ही इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को आत्मनिर्भर बनना है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर कृषि स्वावलंबन योजना को 27 अप्रैल 2016 को आरंभ किया गया है। वहीं कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के कारण इस बंद कर दिया गया था। अब इस योजना को फिर से शुरू किया गया है। ये योजना राज्य के सभी जिलों में मुंबई, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, सतारा, सांगली तथा कोल्हापुर को छोडक़र संचालित किया जा रहा है।
नए कुओं का निर्माण, पुराने कुओं की मरम्मत, इंवेल बोरिंग, पंप सेट, पावर कनेक्शन साइज, फार्म ऑन प्लास्टिक लाइनिंग, माइक्रो इरिगेशन सेट, स्प्रिंकलर इरिगेशन सेट, पीवीसी पाइप, गार्डन के लिए सरकारी सहायता किसान प्राप्त कर सकते हैं।
नए कुओं का निर्माण के लिए 2.50 लाख रुपए, पुराने कुओं की मरम्मत के लिए 50 हजार रुपए, इंवेल बोरिंग के लिए 20 हजार रुपए, पंप सेट के लिए 20 हजार रुपए, पावर कनेक्शन साइज के लिए 90 हजार रुपए, फार्म ऑन प्लास्टिक लाइनिंग के लिए 1 लाख रुपए, माइक्रो इरिगेशन सेट के लिए 50 हजार रुपए, स्प्रिंकलर इरिगेशन सेट के लिए 25 हजार रुपए, पीवीसी पाइप के लिए 30 हजार रुपए, गार्डन के लिए 500 रुपए की सरकारी सहायता प्रदान की जाती है।
पुराने कुओं की मरम्मत के लिए/इन्वेल बोरिंग- पुराने कुओं की मरम्मत कराने के लिए संबंधित विभाग से जाति प्रमाण-पत्र तहसीलदार से पिछले वर्ष का आय प्रमाण पत्रकृषि भूमि को 7/12 सर्टिफिकेट तथा 8 ट्रांसक्रिप्टग्राम सभा का रेजोल्यूशनतलाठी से सर्टिफिकेट -टोटल रिटेंशन एरिया, वेल बीइंग, वेल सर्वे नंबर मेप एंड बाउंड्रीजबेनेफिशरी बॉन्डएग्रीकल्चर ऑफिसर का फील्ड इंस्पेक्शन तथा रिकमेंडेशन लेटरगु्रप डेवलपमेंट ऑफिसर का रिकमेंडेशन लेटरकाम शुरू होने से पहले का फोटो ग्राउंड वॉटर सर्वे डेवलपमेंट सिस्टम द्वारा प्रदान की गई फीजिबिलिटी रिपोर्ट इन वेल बोरिंग के लिए डिसेबिलिटी का सर्टिफिकेट ।
लाइनिंग/पावर कनेक्शन साइज/पंप सेट/माइक्रो इरिगेशन सेट फॉर द फार्म- लाइनिंग/पावर कनेक्शन साइज/पंप सेट/माइक्रो इरिगेशन सेट फॉर द फार्म के लिए संबंधित विभाग से जाति प्रमाण पत्रतहसीलदार से पिछले वर्ष का आय प्रमाण पत्रकृषि भूमि को 7/12 सर्टिफिकेट तथा 8 ट्रांसक्रिप्टतलाठी से टोटल रिटेंशन एरिया का प्रमाणग्राम सभा का रिकमेंडेशन या अप्रूवलफार्म लाइनिंग पूरे होने की गारंटीकाम शुरू होने से पहले की फोटोकोई इलेक्ट्रिक कनेक्शन या फिर पंप सेट न होने की गारंटी।
यदि आप इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको आधिकारिक वेबसाइट https://agriwell.mahaonline.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आप चाहे तो घर बैठे भी इसकी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आपको ऑनलाइन आवेदन की प्रति सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ कृषि अधिकारी के पास जमा करनी होगी। यदि आप बाबासाहेब अंबेडकर कृषि स्वावलंबन योजना से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत चयन प्रक्रिया महा डीबीटी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। इस योजना में आवेदन करने में यदि आपको कोई समस्या आ रही हो तो आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके समस्या का समाधान कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 022-49150800 है।
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