Published - 20 May 2021 by Tractor Junction
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के किसानों को फसल उत्पादन के लिए आवश्यक आदान जैसे उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनिकी में पर्याप्त निवेश करने और काश्त लागत में राहत देने के लिए इनपुट सब्सिडी देने का फैसला किया है। इसके तहत किसानों को खेती की बढ़ती लागत से बढ़े खर्चों को पूरा करने में किसान को मदद मिलेगी।
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छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ मौसम में धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल लगाने वाले किसानों को आदान सहायता राशि दी जाती है।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को 21 मई को आदान सहायता राशि (इनपुट सब्सिडी) की पहली किश्त जारी करेगी। किसानों को आदान सहायता के रूप में 9,000 रुपए प्रति एकड़ राशि प्रदान की जाएगी। धान बेचने वाले किसानों को 9 हजार रुपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी देने को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि वर्ष 2020-21 और आगे प्रतिवर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को 9 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।
वर्ष 2020-21 में जिन किसानों ने धान का विक्रय किया था यदि वे किसान वर्ष 2021-22 धान के बदले अन्य फसल लेते हैं उन्हें प्रति एकड़ 10 हजार रूपए तथा जो पेड़ लगाते हैं उन्हें आगामी 3 वर्षों तक प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने और अन्य पहलुओं पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल की उपस्थिति में 19 मई को मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक होगी। इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित होंगे। तथा उप समिति की बैठक द्वारा प्रस्तावित विषयों पर आगामी 21 मई को होने वाली कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
छतीसगढ़ सरकार पिछले वर्ष से किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को इनपुट सब्सिडी के तौर पर किसानों को सीधे सहायता राशि दे रही है। यह राशि किसानों को चार किश्तों में दी जाती है। अभी जो किसानों की दी जाएगी वह इस वित्त वर्ष में पहली किश्त होगी।
खरीफ सत्र 2018-19 में राज्य सरकार ने धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अतिरिक्त राशि जोडक़र किसानों को 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया था। 2019 में केंद्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए किसी भी तरह का बोनस नहीं देने की शर्त लगा दी थी। ऐसे में सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के अलावा 13 अन्य फसलों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपए की दर से आदान सहायता देना शुरू किया। 21 मई 2020 से यह योजना शुरू हुई।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत अभी तक राज्य 18 लाख 43 हजार किसानों को 1 हजार 104 करोड़ 27 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना के तहत लघु, सीमांत तथा दीर्घ सभी तरह के किसानों को लाभ दिया गया है। जिसमें सीमांत किसान-9 लाख 50 हजार, लघु सीमांत किसान-।5 लाख 60 हजार, दीर्घ कृषक- 3 लाख 21 हजार शामिल हैं।
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