Published - 10 Feb 2021
अब सिर्फ खेती करने वाले किसानों का ही किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनेगा बल्कि पशुपालन और डेयरी का कार्य करने वालों को भी सरकार इस दायरे लाने जा रही है। इसके लिए सरकार अधिक संख्या में पशुपालकों और डेयरी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने जा रही है ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके। इस संबंध में पशुपालन सचिव अतुल चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया कि बैंक पशुपालकों और डेयरी किसानों को केसीसी जारी करने में हिचकिचाहट दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उन्होंने वित्त मंत्रालय में अपने समकक्ष से बात की है, जिससे इस श्रेणी के किसानों को बैंकों द्वारा केसीसी जारी करने का लक्ष्य निर्धारित किया जा सके।
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केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कृषि लोन लक्ष्य को बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपए कर दिया है ताकि अधिक से अधिक किसानों को लोन मुहैया कराया जा सके। 2020-21 के लिए यह 15 लाख करोड़ रुपए है। बता दें कि पहले केसीसी फसल उगाने वाले किसानों को ही जारी किया जाता रहा है, लेकिन 2018 में इसका विस्तार मत्स्यपालन, पशुपालकों और डेयरी किसानों के लिए भी कर दिया गया है।
खेती-किसानी के लिए किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए गए 3 लाख रुपए तक के लोन की ब्याज दर वैसे तो 9 फीसदी है। लेकिन सरकार इसमें 2 परसेंट की सब्सिडी देती है। इस तरह यह 7 फीसदी पड़ता है। लेकिन समय पर लौटा देने पर 3 फीसदी और छूट मिल जाती है। इस तरह इसकी दर ईमानदार किसानों के लिए मात्र 4 फीसदी रह जाती है।
खेती-किसानी, मछलीपालन और पशुपालन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति, भले ही वो किसी और की जमीन पर खेती करता हो, इसका लाभ ले सकता है। न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होनी चाहिए। किसान की उम्र 60 साल से अधिक है तो एक को-अप्लीकेंट भी लगेगा। जिसकी उम्र 60 से कम हो। किसान के फॉर्म भरने के बाद बैंक कर्मचारी देखेगा कि आप इसके लिए योग्य हैं या नहीं।
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के दो और तरीके हैं। जिस बैंक से क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं उस बैंक की वेबसाइट पर जाएं और उस बैंक के किसान क्रेडिट कार्ड सेक्शन पर जाएं। आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर प्रिंट कर लें। इस फॉर्म को सावधानीपूर्वक भर ले। अधिकतर कॉमर्शियल बैंकों की वेबसाइट पर यह फॉर्म उपलब्ध है। किसान आवेदन और आवश्यक दस्तावेजों को निकटतम बैंक की शाखा में जमा करें। लोन अधिकारी आवेदक के साथ आवश्यक जानकारी साझा करेगा। इसके बाद लोन की राशि (लिमिट) मंजूर होते ही कार्ड भेज दिया जाएगा।
किसान किसी भी वाणिज्यिक बैंक में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसान बैंक के सक्षम अधिकारी से भी मिल सकते हैं। बता दें कि सरकार ने किसान के्रडिट कार्ड पर लोन लेना पहले से आसान कर दिया है। बैंकों से केसीसी बनवाने के लिए लगने वाली हर तरह की फीस खत्म करवा दी गई है। पीएम किसान निधि से जोड़ दिया गया है। आवेदक का नाम और किसानों को पीएम किसान योजना के लिए दिए गए बैंक अकाउंट का नाम भरना होगा। बाकी सभी जरूरी जानकारी बैंक पीएम किसान वाले खाते से खुद मिलान कर लेगा।
किसान क्रेडिट कार्ड की वजह से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवा सकते हैं जिस किसी भी कारण से अपनी फसल नष्ट होने पर उनको मुआवजा भी दिया जाता है। बाढ़ की स्थिति में फसल के पानी में डूबने से खराब होने या फिर सूखा पडऩे पर फसल के जल जाने पर किसान क्रेडिट कार्ड बहुत काम आता है।
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