Published - 26 Apr 2022 by Tractor Junction
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब किसान बिना गारंटी के लोन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बना दिया गया है। इतना ही नहीं किसान यदि समय से ऋण चुका देते हैं तो उन्हें 3 लाख रुपए तक का ऋण मात्र 4 फीसदी ब्याज पर उपलब्ध हो जाएगा। बता दें कि केसीसी के जरिये किसानों को सहकारी बैंकों से बहुत ही कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार 1 मई 2022 तक किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी के रूप में विशेष स्प्रिंट अभियान चलाया जाएगा। बिहार में भी इस अभियान की शुरुआत कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार किसानों के लिए विशेष अभियान की शुरुआत कर दी गई है जो एक मई तक चलेगा। इस विशेष अभियान में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी चलाने का निर्णय लिया है, ताकि बचे हुए पात्र किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा जा सके। बता दें कि बिहार के रामपुर जिले में कार्यक्रम की शुरुआत 24 अप्रैल से हो चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पंचायती राज विभाग की ओर देशभर में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया है। इसमें प्रधानमंत्री पीएम मोदी द्वारा संबोधित कर किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान को लॉन्च किया गया। इस संबंध में केसीसी के लिए बिहार के रामपुर जिले के पटवारी एवं राजस्व अधिकारियों को अधिक से अधिक शिविरों, बैंकों और बैंक मित्रों के माध्यम से किसानों को केसीसी मिल सके। इसके लिए बैंकों को अग्रणी जिला प्रबंधक कार्यालय के माध्यम से आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं।
केसीसी का लाभ कृषि करने वाले किसानों के अलावा पशुपालन और मस्य पालन करने वाले किसान भी ले सकते हैं। किसान अपना केसीसी निकटवर्ती बैंक से संपर्क कर बनवा सकते हैं। कृषि के साथ ही पशुपालन व मत्स्य पालन के लिए भी ऋण केसीसी के तहत अतिरिक्त ऋण सीमा निर्धारित करा सकते हैं। इसके लिए एक पेज का सामान्य आवेदन पत्र तैयार कर सभी बैंकों की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है।
मिशन के तहत बचे हुए किसानों को केसीसी प्रदान किया जाना है। केसीसी ऋण की सबसे बड़ी विशेषता ये हैं कि इसमें 1.60 लाख तक के ऋण के लिए किसानों से किसी प्रकार की गारंटी या कोई वस्तु गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। किसानों को बिना बंधक के ऋण प्रदान किया जाएगा। बता दें कि इस योजना में केवल पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के किसान क्रेडिट कार्ड ही स्वीकृत किए जाएंगे।
बिहार के मोतीहारी जिले के हरसिद्धि प्रखंड क्षेत्र में रविवार को किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान की शुरुआत की गई है। यहां प्रत्येक पंचायत के कृषि कार्यालय में किसान सलाहकार या कृषि समन्वयक सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक आवेदन लिए जा रहे हैं। इसी प्रकार पानापुर रंजीता पंचायत कृषि कार्यालय में केसीसी के लिए किसानों से आवेदन लिए जा रहे हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने से किसानों को कई लाभ मिलते हैं। उनमें से कुछ लाभ इस प्रकार से हैं-
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से फसली ऋण के अलावा अन्य कार्यों के लिए भी ऋण ले सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 4 जुलाई 2018 में जारी किए गए परिपत्र के आधार पर जिसमें इस योजना का उद्देश्य किसानों व्यक्तिगत/ संयुक्त उधार कर्ताओं जो स्वयं किसान हैं, काश्तकार किसान, मौखिक पट्टेदार और बटाईदार, स्वयं सहायता समूहों या काश्तकार किसानों, बटाईदारों आदि सहित किसानों के संयुक्त देयता को उनकी खेती और अन्य जरूरतों के लिए लचीली और सरल प्रक्रिया के साथ एकल खिडक़ी के तहत बैंकिंग प्रणाली से पर्याप्त समयवद्ध सहायता प्रदान करना है।
केसीसी बनवाने के लिए किसानों को जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, वे इस प्रकार से हैं-
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।