प्रकाशित - 21 Sep 2022
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों के लिए कई प्रकार की लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजना के तहत किसानों को बुवाई से लेकर कटाई तक के कामों में सहायता दी जाती है। किसानों को कृषि यंत्रों सब्सिडी, सस्ती दर पर खाद-बीज उपलब्ध कराएं जाते हैं। वहीं पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर साल 6 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से बीज अनुदान योजना चलाई जा रही है। राज्य सरकार ने इस योजना के तहत किसानों को सरसों और रागी के बीज निशुल्क वितरण करने का फैसला लिया है।
बताया जा रहा है कि इससे किसानों को प्रति हैक्टेयर 10 हजार रुपए का लाभ होगा। बता दें कि प्रदेश में मानसून की अनियमितता के कारण किसान समय पर फसलों की बुवाई नहीं कर पाएं हैं। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से किसानों को कम पानी में तैयार होने वाली सरसों व रागी के बीजों का वितरण किया जाएगा ताकि किसान इनकी बुवाई करके लाभ कमा सकें। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को निशुल्क बीज वितरण का फैसला लिया गया है।
इस साल राज्य में अनियमित मानसून के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के लिए यूपी सरकार ने बीज वितरण योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत किसानों को बीजों पर अनुदान का लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत किसानों को कम अवधि में पकने वाले सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के नि:शुल्क बीज मिनी किट वितरण किए जाने की कार्य योजना के तहत 867 लाख रुपए की धनराशि की व्यवस्था प्रमाणित बीजों पर अनुदान के मद से किए जाने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है।
यूपी सरकार की ओर से बीज प्रमाणीकरण योजना के तहत किसानों को आवश्यक किस्मों के बीज आदि के वितरण/निशुल्क वितरण के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है। यह योजना वित्त वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है। इसके तहत अल्पकालीन सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के प्रमाणित बीजों अनुदान दिया जाएगा। अल्पकालीन सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के नि:शुल्क बीज मिनी किट का वितरण जनपदों में किया जाएगा। इसमें 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसानों को बीज वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा बाकी बचे बीजों का 75 प्रतिशत अन्य जाति के किसानों को अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं योजना के तहत चयनित किसानों में 30 प्रतिशत महिला किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस सुविधा का लाभ किसानों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा।
बीज अनुदान योजना के तहत किसानों को नि:शुल्क सरसों एवं रागी के प्रमाणित बीजों का वितरण किया जाएगा। इससे इन फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी होगी, जिससे किसानों को काफी लाभ होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार इस योजना से रागी का करीब 1,80,000 मीट्रिक टन उत्पादन प्राप्त होगा जिससे लाभार्थी किसानों को औसतन 10 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर का लाभ प्राप्त होगा।
यूपी सरकार की ओर से किसानों के लाभार्थ बीज अनुदान योजना शुरू की गई है। इसके तहत किसानों को प्रमाणिक बीजों का वितरण किया जाता है। योजना के तहत किसानों को विभिन्न फसलों के बीजों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना में किसानों को बीज खरीदने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। लेकिन इस बार मानसून की बारिश की मार झेल रहे किसानों को सरसों और रागी के बीजों पर 100 प्रतिशत यानि शत-प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए विशेष योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। किसान को इस योजना का लाभ पाने के लिए पहले पंजीकरण करना जरूरी होता है, पंजीकरण करने के बाद ही उसे अनुदान राशि प्रदान की जाती है। अनुदान की राशि लाभार्थी किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
यदि आप भी योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते है तो इसके लिए आपको पंजीकरण करना बहुत ही आवश्यक है। योजना में पंजीयन की प्रक्रिया इस प्रकार है-
यदि आप इस योजना में पंजीयन करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-
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