प्रकाशित - 26 Jul 2023
किसान खेती के साथ पशुपालन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस समय गाय, भैंस, मुर्गी और बकरी पालन बिजनेस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। खास बात यह है कि इसके लिए सरकार की ओर से लोन और सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। इनमें से बकरी पालन बिजनेस सबसे कम पूंजी में शुरू किया जा सकता है। किसान कम पूंजी से बकरी पालन बिजनेस को शुरू करके इसे बड़ा आकार दे सकते हैं। जो किसान या अन्य लोग बकरी पालन बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो उन्हें इसके लिए सबसे पहले ट्रेनिंग लेनी चाहिए। ट्रेनिंग के बाद यदि बकरी पालन बिजनेस किया जाएगा तो वे इससे काफी बेहतर मुनाफा कमा सकेंगे। हाल ही में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विश्वविद्यालय की ओर से बकरी पालन (Goat Farming) के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। किसान इसके तहत आवेदन करके बकरी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर इस बिजनेस की बारीकियों को समझ सकते हैं।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको बकरी पालन के लिए दिए जा रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दे रहे ताकि आप इसका लाभ उठा सकें।
छत्तीसगढ़ के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोर, दुर्ग में तीन दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 26 से लेकर 28 जुलाई तक दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग में संभागायुक्त एवं विश्वविद्यालय के कुलपित महादेव कावरे के मार्गदर्शन व निर्देशन में आयोजित किया जाएगा।
महाविद्यालय की ओर से आयोजित किए जा रहे इस बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम में लाभार्थियों को बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी दी जाएगी। इसके अंतर्गत प्रदेश में बकरी पालन की संभावनाएं, प्रदेश की जलवायु के लिए उपयुक्त नस्लें, उनका आवास एवं सामान्य प्रबंधन, भोजन प्रबंधन, बकरियों में होने वाली बीमारियां, उनका टीकाकरण, रोकथाम आदि की जानकारी दी जाएगी।
बकरी पालन प्रशिक्षण शिविर के दौरान किसानों को राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा बकरी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। उनमें एनएलएम एवं नाबार्ड पोषित योजनाएं, इन योजनाओं में आवेदन की प्रक्रिया, बैंक लोन की प्रक्रिया के बारे में विषय विशेषज्ञों द्वारा सारगर्भित व्याख्यान एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जो व्यक्ति बकरी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं। उन्हें प्रदेश के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोर, दुर्ग में तीन दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के लिए शुल्क जमा कराना होगा। इसके तहत जो व्यक्ति प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिना रहे प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें 3 हजार रुपए शुल्क जमा कराना होगा। वहीं जो व्यक्ति वहां रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें 4 हजार रुपए शुल्क जमा कराना होगा।
अगर आप छत्तीसगढ़ के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोर, दुर्ग में 26 से 28 जुलाई को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं, तो इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में अधिक जानकारी के लिए प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. रामचंद्र रामटेके सहायक प्राध्यापक एवं डॉ. एसके तिवारी अधिष्ठाता पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्याल, अंजोरा, दुर्ग में कार्यालय समय पर संपर्क कर सकते हैं।
बकरी पालन बिजनेस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से इस बिजनेस के लिए सब्सिडी दी जाती है। यदि आप बकरी पालन बिजनेस (Goat Farming Business) करना चाहते हैं और इसके लिए आपके पास पैसा नहीं है तो चिंता की कोई बात नहीं। आपको इसके लिए पैसा बैंक से लोन मिल जाएगा और इस पर सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जाती है। इसके तहत बकरी पालन से संबंधित केंद्रीय योजना से आप कुल लागत का 25 प्रतिशत तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं यदि आप हरियाणा से है तो आपको राज्य सरकार की ओर से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ मिल सकता है। इसी प्रकार बिहार और मध्यप्रदेश सरकार भी बकरी पालन के लिए किसानों को अपने यहां तय नियमों के अनुसार सब्सिडी का लाभ प्रदान करती है।
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