Published - 05 Apr 2022
बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो काफी कम पैसों से शुरू किया जा सकता है और इससे अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यानि लागत कम और मुनाफा ज्यादा। आज बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रह गया है। अब शहरों में भी बड़े स्तर पर बकरी पालन व्यवसाय किया जा रहा है। इस व्यवसाय के लिए कई बैंक लोन देते हैं। इसके लिए आपको प्रोजेक्ट बनाकर देना होता है। उस प्रोजेक्ट के आधार पर आपको बैंक आपको लोन देता है। मीडिया में जारी खबरों में बताया जा रहा है कि इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए बैंक से 25 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है। बता दें कि बकरी पालन बिजनेस सिर्फ दूध के लिए ही नहीं किया जाता है अपितु इसके मांस के लिए भी इसे बिजनेस को किया जाता है। बकरी के मांस की मांग इसके दूध से कई गुना ज्यादा होती है। आज बकरी पालन कम लागत में मोटी कमाई का जरिया बनता जा रहा है।
बकरी पालन व्यवसाय के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। सरकार द्वारा इस व्यवसाय के लिए 90 प्रतिशत वित्त पोषण प्रदान किया जाता है। साथ ही, कुछ राज्य अपने यहां तय नियमों के अनुसार सब्सिडी का लाभ प्रदान करते हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको बकरी पालन व्यवसाय के लिए कौनसे बैंक लोन देते हैं और इसके लिए कैसे अप्लाई किया जा सकता है इसकी जानकारी दे रहे हैं।
हरियाणा में मवेशियों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से, पशुपालन विभाग की ओर से एक भेड़ और बकरी चराई कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पशुपालन के उप निदेशक डॉ. नरेंद्र सिंह ने कार्यक्रम के बारे में मीडिया को दी गई जानकारी में बताया कि किसानों को बकरी पालन के लिए सरकारी अनुदान प्रदान किया जाता है। बता दें कि हरियाणा सरकार वर्तमान में कुछ डेयरी से संबंधित योजनाओं का विकास कर रही है। इसके तहत कोई भी किसान 4, 10 या 20 भेड़/बकरी के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि जो राज्य वित्त पोषित बकरी योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, वे सीधे किसी भी सीएचसी पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा वे सीधे एक साधारण वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आवेदन पशुपालन विभाग को प्रस्तुत किया जाएगा। जो बकरी पालन व्यवसाय के लिए ऋण लेना चाहते हैं उन्हें बैंक विवरण देने करने की आवश्यकता होगी।
आवेदन लिंक – https://saralharyana.gov.in/
बकरी खरीदने के लिए, बकरियों और बकरियों के लिए भोजन और चारा खरीदने के लिए छत या धातु शेड बनाने के लिए ऋण प्रदान किया जाता है। इसमें सरकारी ऋण और व्यापार ऋण शामिल हैं। बकरी पालन व्यवसाय के लिए दो तरीकों से क्रेडिट प्राप्त की जा सकती है। बिजनेस लोन ऑपरेशंस के लिए वर्किंग कैपिटल लोन और दूसरी बकरी होल्डिंग्स। बकरी पालन व्यवसाय एमएसएमई का हिस्सा है। एमएसएमई घटक अनुसार इस व्यवसाय के लिए सरकारी ऋण के लिए पात्रता है। बकरियों पालन बिजनेस के तहत सरकारी स्टार्ट-अप कार्यक्रमों के अंतर्गत ऋण दिया जाता है। एक व्यापार ऋण एक बंधक ऋण से 50,000 रुपए से 10 लाख रुपए से कम हो सकता है। इसके अलावा, बैंकों की ओर से बकरी पालन व्यवसाय के लिए ऋण दिया जाता है।
बकरी पालन के लिए कई बड़े बैंक लोन देते हैं। इनमें प्रमुख बैंकों के नाम इस प्रकार से हैं-
यदि आप नाबार्ड, बकरी पालन योजना के तहत लोन लेना चाहते हैं, तो आपके पास किसी भी बैंक का एक क्रेडिट अकाउंट होना अनिवार्य है। इसके अलावा आपके पास बैंक अकाउंट का स्टेटमेंट कम से कम 2 साल की होना चाहिए। बकरी और भेड़ पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए आप पहले अपना पैसा भी लगा सकते हैं। और उसके बाद जरूरत पडऩे पर आप इस योजना के तहत आवेदन करके अपने नजदीकी बैंक शाखा जाकर 5 से 10 या 20 भेड़ एवं बकरी पर ऋण कम ब्याज दर पर ले सकते हैं। इस लोन की राशि का भुगतान आप बैंक के नियमानुसार कर सकते हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त बकरी ऋण भुगतान का निर्धारण व्यापार प्रोफाइल और आवेदक प्रोफाइल पर निर्भर करता है। ऐसा करने के लिए, आपको एक अच्छी तरह से संगठित व्यापार योजना की आवश्यकता है। व्यापार योजना, व्यापार क्षेत्र, बकरी की जानकारी, व्यापार संसाधन, ऑपरेटिंग शुल्क संग्रह शुल्क, कुल बजट, विपणन रणनीति, व्यापार कर्मियों की जानकारी आदि महत्वपूर्ण जानकारी अनिवार्य है। इसके अलावा, बकरी ऋण आवेदन के लिए आवेदन में सभी स्थितियां पूरी की जानी चाहिए। आवेदक द्वारा योग्यता शर्तों को पूरा करने के बाद एसबीआई आवश्यकता के अनुसार लोन राशि को मंजूरी देता है। एसबीआई भूमि के कागजातों को गारंटी के रूप में पेश करने के लिए कह सकता है। ब्याज दर आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
कृषि और ग्रामीण विकास के लिए नेशनल बैंक पशुधन व्यवसाय के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। नाबार्ड इसे ऋण कार्यक्रम के लिए उपयोग करता है। नाबार्ड विभिन्न बैंकों या उधार संस्थानों की मदद से बकरी ऋण प्रदान करता है। नाबार्ड कार्यक्रम के अनुसार, गरीबी रेखा के नीचे, एस / एसटी श्रेणी 33 अनुदान प्राप्त करता है। साथ ही, ओबीसी और सामान्य श्रेणी को 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
नाबार्ड विभिन्न बैंकों या लोन संस्थानों की मदद से बकरी पालन लोन प्रदान करता है। जो बैंक नाबार्ड के तहत आते हैं, वे इस प्रकार हैं-
कैनरा बैंक अपने ग्राहकों को आकर्षक ब्याज दरों पर भेड़ और बकरी पालन लोन देता है। लोन की राशि व्यावसायिक आवश्यकताओं पर निर्भर करती है। इसलिए पहले आप ये तय कर लें कि आपको छोटे स्तर पर ये बिजनेस शुरू करना है या बड़े स्तर पर और उसी के अनुसार लोन के लिए आवेदन करें। कैनरा बैंक से लिए गए लोन की भुगतान अवधि 4 से 5 वर्ष तक (तिमाही / छमाही वार्षिक भुगतान) के रूप में होती है। इसमें ब्याज दर की बात करें तो एक लाख रुपए के लोन पर शून्य ब्याज दर और एक लाख रुपए से अधिक के लोन पर 15 से 25 प्रतिशत तक ब्याज दर निर्धारित की हुई है। कैनरा बैंक से एक लाख रुपए तक के लोन लेने के लिए आपको लोन राशि से बनाई जाने वाली संपत्ति को गिरवी रखना होगा। वहीं एक लाख रुपए से अधिक के लोन के लिए जमीन और लोन राशि से बनाई जाने वाली संपत्ति गिरवी रखनी होगी।
आईडीबीआई बैंक अपनी एग्रीकल्चर फाइनेंस शीप एंड गोट रियरिंग योजना के तहत भेड़ और बकरी पालन के लिए लोन प्रदान करता है। भेड़ और बकरी पालन के लिए आईडीबीआई बैंक द्वारा दी जाने वाली न्यूनतम लोन की राशि 50,000 रुपए है और अधिकतम लोन राशि 50 लाख रुपए तक लिया जा सकता है। यह लोन राशि व्यक्तियों, समूहों, सीमित कंपनियों, शेपर्ड के सह-ऑप सोसायटी और संस्थाओं द्वारा लिया जा सकता है जो इस गतिविधि में लगे हुए हैं।
जैसा कि बकरी पालन कृषि क्षेत्र के अंतर्गत आता है, इसलिए पीएमएमवाई के तहत शुरू की गई माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा) लोन योजना के तहत बकरी पालन के लिए लोन बैंकों द्वारा प्रदान नहीं किया जाएगा। बैंकों की मदद से मुद्रा गैर-कृषि क्षेत्र में लगे व्यक्यिों और उद्यमों को सेवा और विनिर्माण क्षेत्रों में आय उत्पन्न करने वाली गतिविधियों के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन प्रदान करती है। हालांकि, राज्य और केंद्र सरकार ने बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न लोन योजनाएं और सब्सिडी शुरू की हैं।
बकरी पालन पर बैंक से लोन लेने के लिए आवेदन करते समय आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्कता होगी, जो इस प्रकार से हैं-
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