प्रकाशित - 24 Sep 2022
दिवाली का त्यौहार आने में अब कुछ दिन ही बाकी है। लोग बेसब्री से इस त्यौहार की इंतजार करते हैं। लोग धूमधाम से इस त्यौहार को मनाते हैं। इस दिन लोग महालक्ष्मी की पूजा करते हैं और उनसे धन-धान्य और समृद्धि की कामना करते हैं। त्यौहारों पर पाठ-पूजन में पान का काफी महत्व होता है। इसके अलावा पान को माऊथ फ्रेशनर और औषधी के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
त्यौहारों में इसकी मांग काफी बढ़ जाती है जिससे इसके बाजार में काफी बेहतर दाम मिलते हैं। इसे देखते हुए किसानों के लिए पान की खेती लाभ का सौंदा साबित हो रही है। जैसा कि दिवाली का त्यौहार आने में कुछ दिन शेष हैं। ऐसे में दिवाली का त्यौहार आने से पहले ही सरकार ने किसानों को खुश करने की तैयारी शुरू कर दी है। दिवाली के त्यौहार को देखते हुए बिहार सरकार की ओर से मगही पान की खेती पर किसानों को 35,250 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। इसके लिए जिलों का चयन भी कर लिया गया है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसानों को मगही पान की खेती की जानकारी दे रहे हैं।
बिहार सरकार ने मगही पान की खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी देने का फैसला किया है। बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय की ओर से इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जारी नोटिफिकेशन के अनुसार मगही पान की खेती करने के लिये अधिकतम 300 वर्गमीटर के लिए 70,500 रुपए की लागत निर्धारित की गई हैं। विशेष उद्यानिकी फसल योजना के तहत निर्धारित की गई लागत पर किसानों को 50 प्रतिशत तक यानी 35,250 रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
बिहार सरकार द्वारा मगध क्षेत्र में पान की खेती (paan ki kheti) करने वाले किसानों को इस योजना के तहत सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत बिहार के मगध क्षेत्र के जिले नवादा, गया, औरंगाबाद, नालंदा और शेखपुरा जिले के किसानों को प्राथमिकता से इस सब्सिडी योजना का लाभ दिया जाएगा।
बिहार सरकार की सब्सिडी योजना के तहत वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। किसान योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करके योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको बिहार का निवासी होना अनिवार्य हैं। अगर आप बिहार के निवासी है तो आप बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय या बिहार कृषि निवेश प्रोत्साहन नीति की आधिकारिक वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस योजना की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अपने जनपद के सहायक निदेश उद्यान विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।
पान की खेती पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जो इस प्रकार से हैं
भारत में पान की खेती करीब 50,000 हैक्टेयर क्षेत्रफल में की जाती है। भारत में पान की खेती करने वाले प्रमुख राज्य हैं जिनमें कर्नाटक, तमिलनाडु, उड़ीसा, केरल, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम (पूर्वोत्तर राज्य), आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान हैं।
पान के पत्ते में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। पान के पत्ते का उपयोग बहुत से रोगों में किया जाता है। पान के औषधीय गुण इस प्रकार से हैं
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