प्रकाशित - 10 Mar 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
देश में लगातार गिरते भू-जल स्तर को देखते हुए सरकार की ओर से किसानों को कम पानी में अधिक क्षेत्र में फसलों की सिंचाई के लिए कम पानी की खपत करने वाले कृषि सिंचाई यंत्रों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिस्टम के उपयोग से पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है और कम पानी में अधिक क्षेत्र में फसलों की सिंचाई की जा सकती है। जहां ड्रिप सिंचाई के उपयोग से 80 प्रतिशत पानी की बचत की जा सकती है, वहीं दूसरी ओर स्प्रिंकलर के उपयोग से 40 से 50 प्रतिशत तक पानी बचाया जा सकता है। ऐसे में सरकार की ओर से किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार की ओर से किसानों को ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम की स्थापना पर भारी सब्सिडी दी जा रही है। इसके लिए किसानों को 75 प्रतिशत तक अनुदान का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इच्छुक किसान आवेदन करके अपने खेत पर ड्रिप सिंचाई सिस्टम और स्प्रिंकलर सिस्टम लगवाकर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। बता दें कि इस साल प्रदेश सरकार का चार लाख किसानों को ड्रिप व स्प्रिंकलर पर अनुदान दिए जाने का लक्ष्य है।
राज्य के किसानों को ये अनुदान सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत दिया जाएगा। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु किसान, सीमांत किसान और महिला किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। वहीं अन्य शेष किसानों को 70 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।
राजस्थान कृषि आयुक्त कानाराम के अनुसार राज्य में संचालित सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत बीते चार वर्षों में 2 लाख 82 हजार 291 किसानों को 736 करोड़ 18 लाख रुपए का अनुदान दिया जा चुका है। इस संयंत्र को स्थापित कर किसान 3 लाख 78 हजार 550 हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई कर रहे हैं। कृषि आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अपने कृषि बजट 2022-23 में 4 लाख किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर संयंत्र के लिए 1705 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाना प्रस्तावित है। बता दें कि राजस्थान राज्य सोलर पंप संयंत्र स्थापित करने वाले राज्यों में प्रथम स्थान पर है। वहीं सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम की स्थापना में भी शीर्ष स्थान पर है। इस तरह राजस्थान सरकार जल संरक्षण की दिशा में अहम कार्य कर रही है।
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्र का लाभ प्रदान करने के लिए योजना के तहत कुछ पात्रता और शर्तें निर्धारित की गई हैं, जो इस प्रकार से है
राज्य के जो किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए किसान, राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ ही किसानों को नवीनतम जमाबंदी के साथ ही आवश्यक पूर्ण दस्तावेज भी ऑनलाइन प्रस्तुत करने होंगे।
जो किसान ड्रिप व स्प्रिंकलर सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। ये दस्तावेज इस प्रकार से है
किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर पर मिलने वाली सब्सिडी के संबंधित अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा किसान राज किसान पोर्टल पर जाकर भी योजना का विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
कम पानी में अधिक क्षेत्रफल में सिंचाई के लिए किसानों को ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्र अपने खेत में लगाना चाहिए। इससे पानी की बचत होती है और सिंचाई कार्य में पानी कम लगता है। ड्रिप सिस्टम को बाग में लगाया जा सकता है। इस सिस्टम से पौधे पर एक-एक बूंद पानी गिरता रहता है। इससे पौधे को सीधा पानी मिलता है और भूमि में आवश्यक नमी बनी रहती है। इस पद्धिति में पानी की करीब 80 प्रतिशत तक बचत हो जाती है। वहीं स्प्रिंकलर सिस्टम में पानी की बौछार फसल पर होती है। इससे कम पानी में अधिक क्षेत्र में फसलों को पानी दिया जा सकता है। इस सिस्टम के इस्तेमाल से करीब 40 से 50 प्रतिशत तक पानी की बचत की जा सकती है।
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