प्रकाशित - 10 Nov 2022
किसानों को कृषि कार्यों के लिए ट्रैक्टर सहित कल्टीवेटर, थ्रेसर, हैरो, सीड ड्रील, ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर आदि कृषि यंत्रों की आवश्यकता होती है। इन यंत्रों की सहायता से कम समय में खेती से संबंधित अनेक कार्य आसानी से निपटाए जा सकते हैं। हर किसान चाहता है कि उनके पास आधुनिक कृषि यंत्र हो ताकि वे कम समय और परिश्रम के अधिक पैदावार प्राप्त कर बढ़िया लाभ कमा सके। लेकिन कई किसान कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण इन आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीदने में समर्थ नहीं होते हैं। ऐसे किसानों के लिए सरकार की ओर से इन आधुनिक कृषि यंत्रों की खरीद के लिए सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। अलग-अलग राज्य सरकारें अपने स्तर पर राज्य के किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान करती हैं।
इसी क्रम में बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों की खरीद के लिए 75 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इच्छुक किसान इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसबंर 2022 है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको कृषि यंत्रीकरण योजना बिहार के तहत किसानों को कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी की पूरी जानकारी और आवेदन की प्रक्रिया बताएंगे, इसलिए इस पोस्ट को आप ध्यान से पढ़े और इसे आगे शेयर करें ताकि इस योजना का लाभ राज्य के अधिक से अधिक किसानों को मिले सके।
बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों के लिए कृषि यंत्रीकरण योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 9405.54 लाख रुपए की लागत से किसानों को कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाना है। कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत कुल 90 प्रकार के कृषि यंत्रों को शामिल किया गया है। इसमें जुताई, बुवाई, निराई, गुड़ाई, सिंचाई सहित अनेक प्रकार के यंत्रों को सूचीबद्ध किया गया है जिस पर किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। कृषि यंत्र सूची में शामिल किए गए यंत्रों पर अलग-अलग दर से अनुदान देय है। जिसकी जानकारी आप कृषि विभाग बिहार सरकार की वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं। हम यहां आपको इस पोस्ट में कृषि में काम आने वाले खास प्रकार के प्रमुख 5 यंंत्रों सहित अन्य यंत्रों पर सब्सिडी की जानकारी दे रहे हैं।
कृषि यंत्रीकरण योजना बिहार की सूची में खेती में काम आने वाले खास प्रकार के प्रमुख यंत्र 5 भी शामिल किए गए हैं जिनका संक्षिप्त परिचय इस प्रकार से है।
कल्टीवेटर एक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग खेत की जुताई करने में किया जाता है। खेत में मिट्टी के ढेलों को तोड़ने में भी इसका उपयोग किया जाता है। इस यंत्र की सहायता से खेत बुवाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है।
हैरो मशीन की सहायता से खेत को अच्छी तरह से तैयार किया जा सकता है। इसे ट्रैक्टर से जोड़कर चलाया जाता है। यह मशीन खेत में मिट्टी के ढेलों को तोडऩे के साथ ही मिट्टी को मोडऩे या ढीला करने का काम करता है। ये यंत्र खरपतवार निकालने और बीजों को ढकने के लिए भी काम में आता है। इस उपकरण में लोहे के डिस्क या दांते दिए गए हैं जो मिट्टी को तोडऩे का काम करते हैं। इनका आकार 5 से 7 सेंटीमीटर होता है। ये खेत की जमीन को समतल बनाने का काम करते हैं।
सीड ड्रिल की सहायता से कम समय में बीजों की बुवाई की जा सकती है। सीड ड्रिल मशीन को ट्रैक्टर में जोड़कर चलाया जा सकता है। इससे धान, बाजरा, मूंगफली, गेहूं, मक्का, मटर, मसूर, सोयाबीन, आलू, प्याज, लहसुन, सूरजमुखी, जीरा, चना, कपास, आदि फसलों की बुवाई आसानी से की जा सकती है।
ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर की मदद से किसान कम समय में अधिक क्षेत्र में कीटनाशक दवा आदि का छिड़काव कर सकते हैं। विभिन्न कम्पनी अलग-अलग तरह के ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर बनाती हैं किसान अपनी पसंद एवं भूमि के क्षेत्र के अनुसार इस मशीन का चयन कर सकते हैं |
थ्रेसर फसल की कटाई के काम आता है। ये अनाज को काटता है और दानों को भूसी से अलग करता है। इस मशीन की सहायता से सोयाबीन, गेहूं, मटर, मक्का, धान और अन्य छोटे अनाज और दलहन व तिलहन फसलों को उनके पुआल और भूसे से अलग किया जा सकता है। इसके प्रयोग से श्रम की बचत होती है जिससे फसल की लागत में कमी आती है।
कृषि यंत्रीकरण योजना की सूची में शामिल किए गए इन प्रमुख 5 यंत्रों पर जो सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा वे इस प्रकार से है-
कृषि यंत्र का नाम | अनुदान दर सामान्य वर्ग | अनुसूचित जाति/जन जाति/ अन्य पिछड़ा वर्ग |
---|---|---|
कल्टीवेटर | 50 प्रतिशत या 10,000 रुपए | 50 प्रतिशत या 14,000 रुपए |
डिस्क हैरो | 50 प्रतिशत या 15,000 रुपए | 50 प्रतिशत या 20,000 रुपए |
ट्रैक्टर चालित सीड ड्रिल | 50 प्रतिशत या 25,000 | 50 प्रतिशत या 30,000 रुपए |
ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर | 40 प्रतिशत या 24,000 | 50 प्रतिशत या 30,000 रुपए |
थ्रेसर | 40 प्रतिशत या 80,000 रुपए | 50 प्रतिशत या 1,00,000 रुपए |
नोट : उपरोक्त यंत्रों के अलावा अन्य आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की जानकारी के लिए कृषि विभाग बिहार की वेबसाइट http://farmech.bih.nic.in/FMNEW/Homenew.aspx# पर जाकर 90 प्रकार के यंत्रों की सूची देखी जा सकती है।
कृषि यंत्रीकरण योजना में आवदेन के लिए आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-
यदि आप खुद आवेदन करने में असमर्थ है तो सीएससी पर जाकर कुछ शुल्क देकर आवेदन कर सकते हैं। वहीं आप स्वयं मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को फोलो करना होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि ऑनलाइन आवेदन के लिए पहले आपको कृषि विभाग के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण डीबीटी पर पंजीकरण करवा के पंजीकरण संख्या प्राप्त करनी होगी। उसके बाद आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
कृषि यंत्रीकरण योजना बिहार से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप बिहार कृषि विभाग की वेबसाइट https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर जाकर ले सकते हैं। इसके अलावा आप अपने जिले के उपनिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सोनालिका ट्रैक्टर, जॉन डियर ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
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