प्रकाशित - 21 Nov 2022
इस समय देश में रबी फसलों की बुवाई का काम तेजी से चल रहा है। किसान अपने खेतों में रबी की फसल गेहूं, जौ,आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों की बुवाई कर रहे हैं। ऐसे में जिन किसानों ने अभी तक रबी फसलों की बुवाई नहीं की है वे बुवाई कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अच्छे बीज की आवश्यकता होगी जिसे सरकार की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है। सबसे बड़ी बात ये हैं कि सरकार की ओर से बीजों पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है ताकि किसानों को उन्नत किस्म का बीज सस्ती दर पर मिल सके। यह योजना बिहार सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों के लिए शुरू की गई है। इसके तहत किसानों को उत्तम क्वालिटी का बीज 50 प्रतिशत सब्सिडी पर दिया जा रहा है। साथ ही किसानों को इन बीजों की होम डिलीवरी भी की जा रही है। इच्छुक किसान इस योजना में आवेदन करके 50 प्रतिशत सब्सिडी पर प्रमाणिक बीज प्राप्त कर सकते हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में किसान भाइयों को बीज अनुदान योजना बिहार की जानकारी दे रहे हैं।
बिहार सरकार की ओर से किसानों के लिए रबी फसलों के बीजों पर सब्सिडी दी जा रही है। ये अनुदान योजना डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर के तहत आने वाली Bihar Seed Corporation Limited द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के तहत राज्य के किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बाजार से कम कीमत पर बीज उपलब्ध कराए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज की खरीद पर सरकार की ओर से अनुदान दिया जाता है ताकि किसानों को सस्ता बीज मिल सकें।
बीज अनुदान योजना बिहार के तहत किसानों को गेहूं, मक्का, चना, मसूर आदि रबी की फसल के उत्तम क्वालिटी के बीज दिए जा रहे हैं। किसान इन बीजों को प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकता है। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद किसान सरकारी बीज की दुकान से बीज खरीद सकते है। इसके अलावा विभाग की ओर से किसानों को बीजों की होम डिलीवरी की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए किसान से कुछ शुल्क लेकर बीजों की होम डिलीवरी कर दी जाती है।
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि विभाग किसानों को रबी फसलों के बीज की आपूर्ति समय पर कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अभी तक राज्य के 4,23,369 किसानों के बीच 1,30,992 क्विंटल विभिन्न रबी फसलों के बीज का वितरण किया जा चुका है, जो कि जिलों को आपूर्ति किए गए बीज का 62.94 प्रतिशत है। उसमें से राज्य के 1,28,881 किसानों को 99,676 क्विंटल गेहूं की बीज उपलब्ध कराए जा चुके हैं। किसानों को बीजों की होम डिलीवरी भी की जा रही है, राज्य के 1,44,878 किसानों के बीच 46,182 क्विंटल बीज की होम डिलीवरी की गई है, जो कुल बीज वितरण का 35.23 प्रतिशत है।
बीज अनुदान योजना के तहत किसानों को अनुदान प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उन्हें रजिस्ट्रेशन करा कर रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करना होगा। इसके बाद वे इस योजना के लिए आवेदन करके इसका लाभ प्राप्त कर सकेंगे। बीज अनुदान योजना 2022 में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया इस प्रकार से है।
रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करने के बाद आप इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे। इस योजना में बीजों पर अनुदान प्राप्त करने की प्रक्रिया इस प्रकार से है।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सोनालिका ट्रैक्टर, जॉन डियर ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖