प्रकाशित - 15 Oct 2023
खरीफ फसल की कटाई के बाद सरसों की बुवाई का समय आने वाला है। ऐसे में सरसों की खेती (Mustard cultivation) करने वाले किसानों को सरसों का अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए प्रमाणित उन्नत बीजों की आवश्यकता होगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार किसानों को सरसों के प्रमाणिक उन्नत बीज (Authentic improved mustard seeds) उपलब्ध करा रही है। खास बात यह है कि इस पर शासन की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) जा रही है। ऐसे में किसान सरकार की बीज वितरण योजना (seed distribution scheme) का लाभ लेकर आधी कीमत पर सरसों के बेहतर क्वालिटी के बीज (Better quality mustard seeds) प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा प्रदेश सरकार की ओर जो किसान दो किलोग्राम सरसों के बीज की खरीददारी करेगा उसे 80 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इस योजना में महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा मसूर और चने के बीजों पर भी किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान (subsidy) दिया जाएगा। यदि आप भी राज्य सरकार की बीज अनुदान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपका सरसों के बीज पर सब्सिडी (Subsidy on mustard seeds) की जानकारी दे रहे हैं। इसके तहत हम बताएंगे कि आप इसके लिए कैसे आवेदन करना होगा और बीजों का क्या रहे रेट रहेगा।
हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. महावीर सिंह के मुताबिक हरियाणा सरकार की ओर से दलहनी व तिलहनी फसलों के उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने का प्रसाय किया जा रहा है। इसके तहत साल 2023-24 राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन दलहन व तिलहन के तहत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न फसलों के बीजों पर अनुदान राशि का प्रावधान किया है। इसके तहत दहलनी फसल मसूर व चने के बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। वहीं तिलहनी फसल सरसों पर भी 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।
हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक के अनुसार दहलनी सरसों व राया के बीज का रेट 1200 रुपए प्रति एकड़ की दर से सब्सिडी दी जाएगी। सूरजमुखी के बीज पर 1600 रुपए प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जाएगा। वहीं सरसों व राया का प्रमाणिक बीज पर 2 किलोग्राम पर 80 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। किसान 2.5 एकड़ तक बीजों पर अनुदान प्राप्त कर सकते हैं।
जो किसान सब्सिडी पर सरसों, चना व मसूर के बीजों पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं वे हरियाणा सरकार के मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पोर्टल (Portal on Meri Fasal Mera Byora) पर पंजीयन करा सकते हैं। कृषि सामग्री की खरीद के लिए किसानों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriharyana.org पर ऑनलाइन पंजीयन (online registration) करवाना होगा। बीजों पर सब्सिडी की अधिक जानकारी के लिए आप अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
यदि आप हरियाणा के किसान है तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। मेरी फसल मेरा ब्यौरा में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। आपको आवेदन करते समय जिन दस्तावेजों (documents) की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-
सरसों के तहत तोरिया भी आता है। तोरिया की बुवाई सितंबर के प्रथम पक्ष में की जाती है। वहीं सरसों की बुवाई बारानी क्षेत्र में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक की जाती है। वहीं सिंचित क्षेत्र में सरसों की बवाई का समस 10 अक्टूबर से लेकर 30 अक्टूबर तक का होता है।
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