प्रकाशित - 21 Aug 2023
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका लाभ उन्हें मिल रहा है। इनमें कृषि यंत्र अनुदान योजना (Agricultural Machinery Subsidy Scheme), कृषि सिंचाई यंत्र अनुदान योजना (Agriculture Irrigation Equipment Grant Scheme), खाद-बीज अनुदान योजना (Fertilizer, Seed Subsidy Scheme) आदि योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा कई राज्य सरकारें किसानों को लाभकारी फसलों की खेती के लिए भी प्रोत्साहित करती है। इसके तहत भी किसानों को भारी सब्सिडी (Subsidy) का लाभ प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में सरकार किसानों को घास की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। खास बात यह है कि घास की खेती के लिए सरकार की ओर से किसानों को 10,000 रुपए की सब्सिडी (Subsidy) दी जा रही है। जिस घास की खेती के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी दी जा रही है उसका नाम हाथी घास (elephant grass) है। यह घास किसानों के पशुओं के लिए उत्तम चारा है। इसे पशुओं को खिलाने पर उनके दूध की मात्रा बढ़ती है। यह दुधारू पशुओं जैसे- गाय-भैंस के लिए काफी लाभकारी होता है। इसे पशु बहुत ही चाव से खाते हैं। हाथी घास की खेती से किसानों को बहुत लाभ होगा।
हाथी घास (elephant grass) गन्ने की तरह दिखाने वाली एक प्रकार की घास है। इसे नेपियर घास (napier grass) के नाम से भी जाना जाता है। इसकी लंबाई करीब 4 मीटर तक होती है। इस घास को किसान पूरे सालभर उगा सकते हैं। इस तरह किसानों को अपने पशुओं के लिए सालभर हरा चारा मिल सकता है। इस घास में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। इस घास को पशुओं को खिलाने से उनका पाचन तंत्र सही रहता है। यह पशुओं के शरीर को ठंडा रखती है। किसान इसे किसी भी मौसम में उगा सकते हैं। पशुओं को भी यह घास काफी पसंद आती है।
हाथी घास की खेती के लिए सरकार की ओर से राज्य के किसानों को 10,000 रुपए प्रति हैक्टेयर के हिसाब से अनुदान यानी सब्सिडी (Subsidy) दी जा रही है। इसके लिए बजट 2023-24 में सभी जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में हाथी घास पर अनुदान दिए जाने का फैसला लिया गया है। इसके तहत सभी जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में हाथी घास के दो-दो प्रदर्शन प्रगतिशील पशुपालकों के यहां 0.1 हैक्टेयर भूमि पर लगाए जाने लक्ष्य रखा गया है।
हाथी घास पर सब्सिडी का लाभ किसानों को भौतिक सत्यापन के बाद प्रदान किया जाएगा। इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारी भौतिक सत्यापन करेंगे। इसके बाद ही किसानों को सब्सिडी की राशि उनके खाते में सीधी ट्रांसफर की जाएगी।
राज्य सरकार की ओर से किसानों को हाथी घास की खेती पर सब्सिडी दी जाएगी। इसका लाभ उठाने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा। इसके लिए आवेदन राजस्थान के किसान ही कर सकते हैं क्योंकि राजस्थान सरकार ही यहां के किसानों को हाथी घास पर सब्सिडी का लाभ प्रदान कर रही है। राज्य के जो किसान हाथी घास पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं वे राज किसान साथी पोर्टल (Raj Kisan Sathi Portal) पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। प्रदर्शन आयोजन के लिए प्रगतिशील पशुपालक किसान का चयन राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से संबंधित कृषि पर्यवेक्षक या सहायक कृषि अधिकारी द्वारा जनाधार कार्ड (Janadhar Card) का उपयोग करते हुए किया जाएगा। इसके बाद चयनित किसान, किसान या संस्था से रोपण सामग्री प्राप्त करके उपयोग करनी होगी। इसके अलावा जिन गौशालाओं में चारा उत्पादन करने की सुविधा है और उनके पास सिंचाई हेतु पर्याप्त मात्रा में पानी है, वे गौशालाओं के पदधिकारी भी अपने जनाधार कार्ड के जरिये हाथी घास प्रदर्शन लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसान अपने निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम इसके लिए ऑनलाइन (Online) आवेदन कर सकते हैं।
हाथी घास पर सब्सिडी के लिए आवेदन करते समय किसानों को कुछ दस्तावेजों (documents) की आवश्यकता होगी। आवेदन करते समय किसान इन दस्तावेजों को जरूर साथ रखें ताकि आसानी से आवेदन कर सकें, ये दस्तावेज (document) इस प्रकार से हैं
आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड
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