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बकरी पालन योजना : बकरी पालन के लिए बैंक लोन और सब्सिडी की पूरी जानकारी

Published - 01 Nov 2021

बकरी पालन योजना : कैसे करें लोन के लिए आवेदन और क्या देने होंगे दस्तावेज

बकरी को गरीबों की गाय कहा जाता है। देश मेें गरीब तबके के लोग है जो गाय या भैंस नहीं पाल सकते हैं, वे बकरी पालन करके अपनी आजिविका का निर्वाहन कर सकते हैं। बकरी पालन में बहुत ही कम खर्च आता है और आमदनी भी अच्छी होती है। यदि कोई 20-25 बकरियों से भी बकरी पालन शुरू करता है तो खर्च के अनुपात में उसे दुगुना लाभ प्राप्त होता है। इसके पीछे कारण ये हैं कि बकरियों के रख-रखाव और उनके खानपान की कोई विशेष व्यवस्था नहीं करनी पड़ती है। बकरियां किसी भी स्थान पर आसानी से रह सकती हैं और पेड़ों पत्ते, घास, बेर आदि खाकर अपना पेट भर लेती हैं। इस तरह देखा जाए तो गाय, भैंस पालन से बकरी पालन काफी सस्ता और आय प्रदान करने वाला बिजनेस बन सकता है। 

बकरी के दूध को बेचने से मिलते हैं ज्यादा दाम

इसके दूध की मांग भी बाजार में बहुत रहती है और इसके दाम भी अच्छे मिलते हैं। डेंगू के मरीज को गाय का दूध पीने की सलाह दी जाती है। वहीं छोटे बच्चों के लिए भी बकरी का दूध पिलाया जाता है। बकरी का दूध इम्युनिटी बढ़ाने वाला माना जाता है। इसके दूध में पोषक तत्वों की मात्रा गाय और भैंस के दूध की तुलना में अधिक होती है। इसलिए डॉक्टर भी बकरी का दूध पीने की सलाह देते हैं। बता दें कि कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बकरी का दूध का सेवन काफी मात्रा में किया गया और जिससे इसके दूध की कीमत 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी। दूध के अलावा बकरी पालन मांस के लिए भी किया जाता है। बाजार में इसके मांस की डिमांड भी काफी रहती है। 

बकरी पालन के साथ कर सकते हैं अन्य कार्य भी

बकरी पालन के साथ आप अन्य कार्य भी कर सकते हैं। जैसे किसान भाई खेती का काम करते हैं तो भी बकरी पालन का काम कर सकते हैं इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी मिलेगी। इसी प्रकार यदि आप कोई घर का काम करते हैं तो भी बकरी पालन का काम कर सकते हैं। कहने का मतलब ये है कि बकरी पालन के काम के लिए आपको अलग से समय देने की जरूरत नहीं पड़ती है जैसा कि गाय और भैंस पालन में इनके देखभाल के लिए समय देना पड़ता है। क्योंकि बकरी को किसी प्रकार की विशेष आहार या देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती है। 

बकरी पालन के लिए कहां से मिलेगा लोन

अब बात करें की बकरी पालन के लिए कहां से लोन मिलेगा। तो आपको बता दें कि बकरी पालन के लिए कई बैंक लोन देते हैं जिनमें नाबार्ड के तहत ये लोन मुहैया कराया जाता है। इसके तहत भूमि विकास बैंक सहित बकरी पालन बिजनेस के लिए लोन मुहैया कराते हैं।  इसमें ब्याज दर भी कम होती है और सरकार की ओर से लोन पर सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। इस तरह बकरी पालन के लिए आपको अपने निकटतम सरकारी बैंक से आसानी से लोन मिल सकता है। 

बकरी पालन के लिए सरकार से लोन पर कितनी मिलती है सब्सिडी

बकरी पालन के लिए केंद्र और राज्य सरकारें प्रोत्साहन दे रही हैं। नाबार्ड के तहत इसके लिए लोन दिया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसके लिए जल्दी स्वीकृत हो जाता है। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, आसाम और अन्य कई राज्यों में भी सरकार ने योजनाएं शुरू की है। राज्य सरकारों ने प्रशिक्षण केंद्र भी बनाए गए हैं। बकरी पालन पर राज्य सरकार की ओर से अपने यहां वर्गानुसार सब्सिडी का निर्धारण किया गया है। अलग- अलग राज्य में अनुदान दी जाने वाली अनुदान की राज्य के नियमानुसार अलग-अलग हो सकती है। नाबार्ड की योजनाओं के तहत राजस्थान भूमि विकास बैंक बकरी पालन के लिए लोन पर सब्सिडी प्रदान करता है। 

नाबार्ड योजना के तहत कितनी मिलती है लोन पर सब्सिडी

नाबार्ड की योजना के अनुसार, गरीबी रेखा के नीचे, एससी/एसटी श्रेणी में आने वाले लोगों को बकरी पालन पर 33 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है। वहीं ओबीसी और सामान्य श्रेणी के लोगों को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। जो कि अधिकतम 2.5 लाख रुपए होती हैं।

नाबार्ड योजना : https://www.nabard.org/hindi/content.aspx?id=548

बकरी पालन के लिए लोन लने हेतु पात्रता

कोई भी किसान जिन्हें भेड़ एवं बकरी पालन का समुचित अनुभव हो। इसमें महिला, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पालकों को प्राथमिकता दी जाती है।

योजना लागत एवं ब्याज मुक्त ऋण

भेड-बकरी पालन (40+2) के लिए कुल वित्तीय परिव्यय लागत एक लाख रुपए निर्धारित की गई है। इसमें 50 प्रतिशत ऋण मुक्त राशि होती है जिस पर कोई ब्याज नहीं लगता है। यह राशि अधिकतम 50 हजार रुपए हो सकती है। 

बकरी पालन योजनान्तर्गत कुल लागत का निम्नानुसार निवेश किया जाएगा (Goat Farming Scheme)

बकरी पालन योजना के तहत लोन लेने वाले किसानों को दस प्रतिशत राशि खुद के पास से लगानी होगी। 50 प्रतिशत राशि पर कोई ब्याज नहीं देय होगा क्योंंकि इसके लिए नाबार्ड की योजना के तहत भूमि विकास बैंक से 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। केवल शेष बची 40 प्रतिश राशि पर ही ब्याज देना होगा। 
बकरी पालन के लिए वित्तीय व्यवस्था- 

1.    कृषक अंशदान    10 प्रतिशत
2    ब्याज मुक्त ऋण राशि 50 प्रतिशत
3-    बैंक ऋण राशि    40 प्रतिशत

बकरी पालन के लिए ऋण स्वीकृति के लिए आवश्यक शर्तें और नियम

  • बैंक, क्षेत्र के इच्छुक लाभार्थियों के प्रार्थना पत्र योजना प्रति सहित प्राप्त करेगी। योजनान्तर्गत ऋण केवल उन्हीं लाभार्थियों को दिया जाए जो कि पारम्परिक गड़रिया परिवार से हों, उन्हें भेड़-बकरी पालन का समुचित अनुभव हों।
  • बैक द्वारा चयनित लाभार्थियों की योजना, बैंक स्तर पर स्वीकृत कर योजनान्तर्गत देय ब्याज मुक्त राशि की स्वीकृति हेतु लाभार्थीवार राज्य बैंकको भिजवाई जाएगी। 
  • ब्याज मुक्त राशि की नाबार्ड से स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत ही ऋण व ब्याजमुक्त राशि का प्रार्थी को वितरण किया जाएगी। 
  • बैंक द्वारा ब्याज मुक्त राशि की प्राप्ति के एक माह की अवधि में ऋण वितरण किया जाना आवश्यक है। यदि किन्हीं कारणों वश बैंक निर्धारित अवधि में ऋण वितरण नहीं करती है तो ब्याज मुक्त राशि नाबार्ड को वापस करनी होगी। 
  • राशि के साथ-साथ राशि की प्राप्ति दिनांक से राशि भिजवाने की दिनांक तक की अवधि का 10 प्रतिशत की दर से ब्याज भी देना होगा।

बकरी पालन के लिए ये बैंक देते हैं लोन ( Bakri Palan )

नाबार्ड के तहत आने वाले बैंक भी बकरी पालन बिजनेस के लिए लोन देते हैं इसमें एसबीआई, केनरा बैंक, आईडीबीआई बैंक शामिल हैं। इनमें अलग-अलग बैंकों की शर्तें व नियम और ब्याज दर अलग-अलग हो सकती हैं। 

गोट फार्म योजना : एसबीआई से कैसे मिलेगा लोन

बकरी पालन के लिए लोन राशि व्यवसाय की आवश्यकताओं और आवेदक की प्रोफाइल पर निर्भर करेगी। आवेदक को एक अच्छी तरह से तैयार किया गया बिजनेस प्लान पेश करनी चाहिए जिसमें क्षेत्र, स्थान, बकरी की नस्ल, उपयोग किए गए उपकरण, वर्किंग कैपिटल निवेश, बजट, मार्केटिंग की रणनीति, श्रमिकों का विवरण आदि जैसी सभी आवश्यक व्यवसायिक जानकारी शामिल होनी चाहिए, आवेदक द्वारा योग्यता शर्तों को पूरा करने के बाद एसबीआई आवश्यकता के अनुसार लोन राशि को मंजूरी देगा। एसबीआई भूमि के कागजों को गारंटी के रूप में पेश करने के लिए कह सकता है। ब्याज दर आवेदक की प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।

बकरी पालन के लिए केनरा बैंक से कैसे ले सकते हैं लोन

केनरा बैंक से लोन की राशि व्यावसायिक आवश्यकताओं पर निर्भर करती है। इसमेें लोन की अवधि 4 से 5 वर्ष तक की होती है जिसका तिमाही अथवा छमाही वार्षिक भुगतान जैसा आप विकल्प चुनें उस आधार पर भुगतान किया जा सकता है। इस बैंक से एक लाख का लोन शून्य ब्याज दर पर मिल सकता है। वहीं इससे ऊपर की राशि के लोन पर 15 प्रतिशत से 25 प्रतिशत ब्याज लिया जाता है। इस बैंक से एक लाख का लोन लेने के लिए लोन राशि से बनाई जाने वाली संपत्ति गिरवी रखनी होती है। इसके अलावा यदि आप एक लाख से अधिक की राशि का लोन लेते हैं तो आपको जमीन और लोन राशि से बनाई जाने वाली संपत्ति को गिरवी रखना होगा।

बकरी पालन के लिए आईडीबीआई बैंक कितना देता है लोन

बकरी पालन के लिए आईडीबीआई बैंक भी भेड़ और बकरी पालन केे लिए लोन प्रदान करता है। इसके तहत भेड़ और बकरी पालन के लिए 50,000 रुपए का लोन दिया जाता है और अधिकतम 50 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जा सकता है। यह लोन राशि व्यक्तियों, समूहों, सीमित कंपनियों, शेपर्ड के सह-ऑप सोसायटी और संस्थाओं द्वारा लिया जा सकता है जो बकरी फॉर्म बिजनेस में लगे हुए हैं।

बकरी पालन लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आवेदक की 4 पासपोर्ट साइज फोटो
  • आवेदक का पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
  • आवेदक का स्थाई पते का फ्रूफ
  • आवेदक की आय का प्रमाण 
  • आवेदक का आधार कार्ड
  • आवेदक का बीपीएल कार्ड, यदि उपलब्ध हो
  • जाति प्रमाण पत्र, यदि एससी / एसटी / ओबीसी
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट
  • भूमि रजिस्ट्री के दस्तावेज


बकरी पालन के लिए लोन लेने की सामान्य शर्तें (Goat Farming)

अगर आप लोग नाबार्ड,बकरी पालन योजना के तहत लोन लेना चाहते हैं, तो आपके पास किसी भी बैंक का एक क्रेडिट अकाउंट होना अनिवार्य है। और आपके बैंक अकाउंट की स्टेटमेंट कम से कम 2 साल की होनी चाहिए। बकरी और भेड़ पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए आप पहले अपना पैसा भी लगा सकते हैं। और उसके बाद जरूरत पडऩे पर आप इस योजना के तहत आवेदन करके अपने नजदीकी बैंक शाखा जाकर 5 से 10 या 20 भेड़ एवं बकरी का ऋण कम ब्याज दर पर उठा सकते हैं। इस लोन राशि का भुगतान आप धीरे-धीरे कर सकते हैं।

बकरी पालन योजना मेें लोन के लिए आवेदन कैसे करें

बकरी पालन के लिए समय-समय पर ग्राम पंचायत स्तर, जिला स्तर पर बकरी पालन के लिए संबंधित विभाग द्वारा आवेदन मांगे जाते हैं। आप इसके तहत आवेदन करके लोन पर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। बकरी पालन योजना के के संबंध में अधिक जानकारी आप अपने नजदीकी ग्राम पंयचात या ब्लॉक कार्यालय में जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

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