प्रकाशित - 18 Jan 2023
देश में आज के आधुनिक युग में तकनीक व मशीनों का उपयोग करके घंटों का काम आसानी से पूरा कर रहे हैं। देश के किसानों की आर्थिक रूप से मदद करने के लिए राज्य व केंद्र सरकारें विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन करती रहती है। इसी कड़ी में अब सरकार ने किसान पुष्कर स्कीम के माध्यम से आवेदन की गई 150 कृषि ड्रोन आवेदन को मंजूरी दे दी है और साथ ही कई किसानों को कृषि ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही है। कृषि ड्रोन के प्रयोग से किसानों का काम भी कई गुना आसान हो जाएगा। किसान कृषि ड्रोन का उपयोग करके फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव और फसल की निगरानी का काम भी कर सकते हैं। सरकार की ओर से भी कृषि ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। 31 मार्च 2023 तक सरकार का करीब 5,000 ड्रोन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है।
किसान भाइयों आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट के माध्यम से आपके साथ किसान पुष्कर स्कीम से जुड़ी सभी जानकारियां साझा कर रहे हैं।
किसान पुष्कर स्कीम (Kisan Pushkar Scheme) के माध्यम से सरकार ने यूनियन बैंक के करीब 150 ड्रोन आवेदन के लिए लोन को अप्रूव कर दिया है। इन ड्रोन की मदद से किसान अब खेती में उर्वरक और कीटनाशकों के छिड़काव को आसानी से कर पाएंगे, साथ ही किसानों को कृषि क्षेत्र की तकनीकों से जोड़ने और आधुनिक खेती करने में मदद करेंगे।
भारत की ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी गरुड़ एयरोस्पेस ने हाल ही में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ अपनी भागेदारी का ऐलान किया है, इससे करीब 150 कृषि ड्रोन की खरीद पर लोन एप्लीकेशन को स्वीकृति प्रदान की गई है। किसान तक की रिपोर्ट के अनुसार, यूनियन बैंक और गरुण एयरोस्पेस के बीच की ये भागेदारी कस्टमर एक्विजिशन, लीड जनरेशन, एप्लिकेशन सोर्सिंग और क्रेडिट डिप्लॉयमेंट के लिए कस्टमर की ड्यू डिलिजेंस में लाभदायक साबित होगी। गरुड़ किसान ड्रोन देश का खेती-किसानी के लिए लोन की मंजूरी पाने वाला पहला कृषि ड्रोन है, जिसे केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वीकृति प्रदान की थी।
सरकार ने किसान पुष्कर स्कीम (Kisan Pushkar Scheme) के जरिए यूनियन बैंक के 150 ड्रोन लोन आवेदन को मंजूरी दी गई है और साथ ही 2023 कृषि ड्रोन के लिए एक लक्ष्य भी तय किया है। सरकार 31 मार्च 2023 तक देश के किसान भाइयों तक 5,000 कृषि ड्रोन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने कई प्रकार की तैयारियां भी की है, जिसमें से कृषि ड्रोन खरीदने पर सरकार की तरफ से किसानों के लिए लोन की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अतिरिक्त सरकार इस बात पर भी जोर दे रही है कि जिन किसानों को अभी तक तकनीकों से नहीं जोड़ा गया है उन्हें भी आधुनिक खेती की तकनीकों से जोड़ा जाए और इसके लिए उन्हें सरकार से अनुदान व अन्य कई लाभ प्राप्त होंगे।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ गरुड़ एयरोस्पेस की आपसी भागेदारी को लेकर गरुड़ एयरोस्पेस स्टार्टअप के फाउंडर और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश के अनुसार फरवरी 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 कृषि ड्रोन के उपयोग को हरी झंडी दिखाई थी। इस लक्ष्य पर काम करते हुए हम काफी आगे आ गए हैं और अब अगले 6 महीने में हमने 100 देशों को 10,000 ड्रोन का निर्यात करने का भी लक्ष्य रखा है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की मदद से अब देश के अलग-अलग हिस्से में किसानों को कृषि ड्रोन की तकनीक से जोड़ने में आसानी होगी। वहीं गरुण एयरोस्पेस ने भी 1 लाख युवाओं और किसानों को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देना चालू कर दिया है। जिससे युवा रोजगार के साथ-साथ नई तकनीकों का इस्तेमाल करके खेती किसानी के कामों में श्रम और धन दोनों की बचत कर सकेंगे।
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