प्रकाशित - 22 Sep 2022
किसानों के लिए एक खुशखबर सामने आई है। अब किसान घर बैठे मोबाइल के जरिये 1.60 लाख रुपए तक का कृषि ऋण आसानी से स्वीकृत करा सकेंगे। हाल ही में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया मध्यप्रदेाश के हरदा जिले में किसान क्रेडिट कार्ड के डिजिटाइजेशन का काम शुरू किया गया है। अब किसानों को बैंक के लोन के लिए बैंक कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। यदि आपके पास केसीसी है तो आप बिना कोई जमानत दिए 1.60 लाख रुपए का लोन बैंक से ले सकते हैं। इसकी प्रक्रिया अब और भी आसान कर दी गई है। अब किसान मोबाइल के जरिये से घर बैठे ये इस प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको बताएंगे कि आप मोबाइल से किस प्रकार लोन लेने की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं, इस विषय में पूरी जानकारी ताकि आपको आवेदन करने में आसानी हो सकें।
मीडिया रिपोर्ट्स से अनुसार हरदा जिले मेें आयोजित केसीसी डिजिटाईजेशन के इस कार्यक्रम में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की एम.डी. एवं सी.ई.ओ. एमडी और सीईओ सुश्री ए मणिमेखलाई कहा कि हरदा जिले में किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण देने की प्रक्रिया को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से केसीसी का डिजिटलीकरण पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है, बाद में इसका मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा। सी.ई.ओ. ने कहा कि देश में सबसे पहले डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड स्वीकृत करने का कार्य हरदा जिले में प्रारंभ किया गया है क्योंकि यहां का भू-अभिलेख व्यवस्थित व डिजिटलाइज्ड है। अब जिले का कोई भी किसान डिजिटल केसीसी से 1.60 लाख रुपए तक का ऋण अब अपने मोबाइल के जरिये स्वीकृत करा सकता है। उसे इसके लिए बार-बार बैंक आने की जरूरत नहीं होगी।
कार्यक्रम में किसान श्री शेरसिंह मौर्य को पहला डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड अतिथियों ने प्रदान किया। किसान क्रेडिट कार्ड पाने वाली जिले की पहली महिला नीलम रमेश गुर्जर ने भी मंच से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि मात्र आधा घण्टे में 1.60 लाख रुपए लोन मोबाइल के जरिये उन्हें प्राप्त हो गया। इसके लिए उन्हें मोबाइल के माध्यम से अपना आधार नंबर तथा बोई गई फसल के बारे में जानकारी भरना पड़ी और घर बैठे यह कार्य हो गया।
डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड से केसीसी (KCC) की प्रक्रिया आसान होगी, अब किसानों को घर बैठे कृषि ऋण मिल सकेगा। जबकि इससे पहले किसानों को बैंक शाखा में जाना, भूमि स्वामित्व और अन्य दस्तावेज जमा कराना और केसीसी प्राप्त करने में अधिक समय लगना आदि कई चुनौतियां थी। लेेकिन डिजिटल केसीसी प्रक्रिया शुरू होने से किसानों की ये सभी समस्याएं दूर हो जाएगी। डिजिटल केसीसी से किसानों को जो लाभ होंगे, वे इस प्रकार से हैं
किसानों को सस्ता ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Scheme) शुरू की गई है। केसीसी के जरिये किसान 1.60 लाख रुपए का लोन बिना जमानत के ले सकते हैं। वहीं केसीसी से किसान 3 लाख रुपए का ऋण ले सकते हैं। अब तो पशुपालकों और मछलीपालकों को भी केसीसी की सुविधा दी जा रही है। ये लोग केसीसी से अधिकतम 2 लाख रुपए का लोन ले सकते हैं।
जैसा कि आपको ऊपर बताया गया है कि केसीसी से किसान अधिकतम 3 लाख रुपए का लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत बैंक द्वारा 7 प्रतिशत की दर से ब्याज वसूला जाता है। यदि आप लिया गया ऋण समय पर चुका देते हैं तो आपको 4 प्रतिशत ही ब्याज देना होगा। इस तरह आपको तीन प्रतिशत छूट का लाभ प्राप्त हो जाएगा।
जिन किसानों के पास अभी तक केसीसी कार्ड नहीं है और वे इसे बनवाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता की इसे कैसे बनवाएं, तो बता दें कि इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई करके आप अपना केसीसी कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए किसान ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-
केसीसी बनवाने के लिए किसानों को जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों स्वराज ट्रैक्टर, पॉवर ट्रैक ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖