प्रकाशित - 03 Aug 2024
फसल नुकसान मुआवजा : मानसूनी सीजन में बारिश से आई बाढ़ ने किसानों की मुसीबत को और बढ़ा दिया है। वहीं देश में कहीं कम बारिश से सूखे जैसे हालत है तो कहीं भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ऐसे ही हालात उत्तरप्रदेश में हो रहे हैं। यहां बाढ़ से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसे देखते हुए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों को फसल नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा राशि जारी की है। योगी सरकार ने अब तक 150 करोड़ से अधिक की धनराशि जारी की है। यह धनराशि क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा देने के लिए जिलों की मांग पर जारी की गई है।
अब तक सवा लाख से अधिक किसानों को उनकी फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 71 करोड़ रुपए से अधिक का मुआवजा दिया जा चुका है। शेष किसानों की फीडिंग का कार्य चल रहा है। उन्हें भी जल्द मुआवजा राशि दी जाएगी। इसमें सबसे अधिक मुआवजा लखीमपुर के किसानों को दिया गया है। यहां करीब 70 हजार से अधिक किसानों को 47 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
राहत आयुक्त जीएस नवीन के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के बाढ़ग्रस्त इलाकों में बाढ़ से फसल को हुए नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नेपाल और पहाड़ी क्षेत्रों से छोड़े गए पानी से प्रदेश के 18 जिलों की 82126.50 हैक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। जबकि सर्वे में वास्तविक फसल नुकसान 29,243.74 हैक्टेयर पाया गया। बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) के नियमों के मुताबिक बैमौसम बारिश, ओलावृष्टि व बाढ़ से फसल को 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाता है।
राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ से 1,57,444 किसानों की फसल को नुकसान हुआ है। जबकि लेखापाल द्वारा अब तक 1,56,952 किसानों को सहायता राशि देने के लिए पोर्टल पर फीड किया जा चुका है। इसके सापेक्ष में अब तक 1,25,521 किसानों को 71,01 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। शेष किसानों की फीडिंग का कार्य तेजी से चल रहा है।
यूपी में बाढ़ से सबसे अधिक नुकसान लखीमपुर जिले में हुआ है। यहां किसानों की 88546 किसानों की फसल को बाढ़ से नुकसान पहुंचा है। इसके सापेक्ष में भुगतान के लिए अब तक 88544 किसानों की फीडिंग पार्टल पर की जा चुकी है और इसमें से 70,691 किसानों को 47 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
राहत आयुक्त जीएस नवीन के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फसल नुकसान से प्रभावित किसानों की लिस्ट तहसील पर चस्पा की जाएगी। इसके साथ ही तहसील में एक निश्चित दिन जिन किसानों को मुआवजा दिया गया है उनके नाम एनाउंस किए जाएंगे। इसे अलावा सरकार की ओर से ऐसे किसानों की लिस्ट भी एनाउंस की जाएगी, जिन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। साथ ही मुआवजा नहीं दिए जाने का कारण भी बताया जाएगा।
अक्सर देखा जाता है कि सरकार की ओर से किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों के लिए मुआवजा दिया जाता है, लेकिन खाते में पैसा जाते ही कट जाता है। इसका कारण किसान का लोन बकाया या अन्य बकाया होता है। ऐसे में किसान को पता नहीं चलता है कि उसे मुआवजा दिया गया है या नहीं। किसान मुआवजे का पता लगाने के लिए तहसील के चक्कर काटता रहता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने तहसील पर फसल नुकसान का मुआवजा प्राप्त किसानों की लिस्ट चस्पा करने का निर्णय लिया है।
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