Published - 12 Jan 2021 by Tractor Junction
पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लेने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण से निबटने के लिए कई देशों में वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है। भारत में भी 10 वैक्सीन ट्रायल पर चल रही हैं। इनमें से अंतिम चरण में ट्रायल पर चल रहीं दो वैक्सीन जिनमें सीरम इंस्टीट्यूट ‘ऑक्सफोर्ड कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक द्वारा निर्मित ‘कोवैक्सीन’ शामिल हैं, को हाल ही में भारत सरकार ने आपातकालीन (इमरजेंसी) उपयोग के लिए हरी झंडी दी गई है। इन दो वैक्सीनों को हरी झंडी मिलने के बाद देश में कोरोना संक्रमण को मात देने की तैयारी कर ली है।
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मीडिया में प्रकाशित जानकारी के अनुसार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भारत सरकार को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन की डिलीवरी कर दी है और इसकी पहली खेप पुणे स्थित उत्पादन केंद्र से देश के अलग-अलग वैक्सीन सेंटर के लिए रवाना कर दी गई हैं। कोरोना वैक्सीन की पहली खेप दिल्ली भेजी गई है जिसका पूरे देश में वितरण किया जाएगा। बता दें कि सरकार ने एसआईआई से ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके कोविशील्ड की 1.1 करोड़ खुराक खरीदने का सोमवार को ऑर्डर दिया था। प्रत्येक टीके पर जीएसटी समेत 210 रुपए की लागत आ रही है। दिल्ली के अलावा, देश के अलग-अलग 12 जगहों पर सात अन्य फ्लाइट से वैक्सीन की डिलीवरी की जा रही है।
मीडिया में प्रकाशित समाचारों के आधार पर सीरम के कोरोना टीकों को पुणे से जिन स्थानों पर डिलीवरी की गई है, उनमें अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़, पटना और भुवनेश्वर शामिल हैं। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी दी कि चार विमानन कंपनियां पुणे से देश के 13 शहरों में कोविड-19 टीकों की 56.5 लाख खुराक ले जाने के लिए आज नौ उड़ानें संचालित हुई हैं, जिनमें से कई जगह वैक्सीन पहुंच भी गई और कई जगह पहुंचने वाली है। बता दें कि सबसे पहले पुलिस सुरक्षा में कोविशील्ड वैक्सीन सीरम के उत्पादन केंद्र से पुणे एयरपोर्ट पहुंची, जहां से अब देशभर के लोकेशन पर उसकी डिलीवरी की जा रही है।
अभी फिलहाल देश में दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़, पटना, शिलांग, भुवनेश्वर शहरों में वैक्सीन की डिलीवरी की जा रही है। इसके बाद अन्य शहरों में वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। सूत्रों ने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन की खुराक को शुरुआत में 60 थोक केंद्रों पर भेजा जाएगा, जहां से उन्हें पूरे भारत के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों में वितरित किया जाएगा। कोविशील्ड की 2,54,500 से अधिक खुराकें दिल्ली के केंद्रीय भंडारण, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, ताहिरपुर में वितरित की जानी हैं। ‘स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीका की खरीद के लिए खरीद एजेंसी के रूप में 11 जनवरी को एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को नामित किया है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय खरीददार एजेंसी है और एलएलएल लाइफकेयर लिमिटेड खरीद एजेंसी है।’
देश में 16 जनवरी से कोविड-19 के टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी। इसके लिए दिल्ली में कुल एक हजार वैक्सीनेशन बूथ और 609 कोल्ड चैन प्वाइंट तैयार किए गए हैं। मगर केंद्र ने फिलहाल हमें 89 केंद्र निर्धारित करने को कहा था, जिसे कर लिया गया है। इसमें 40 सरकारी और 49 निजी अस्पताल को चिन्हित किया गया है। कोविड -19 वैक्सीन दिशा-निर्देशों के अनुसार, टीकाकरण की शुरुआत सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स और अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं से की जाएगी। उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को खुराक दी जाएगी। इसके बाद 50 साल से कम उम्र के व्यक्ति को संक्रमित होने की स्थिति में खुराक मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीकाकरण अनुसूची को पूरा करने के लिए एक व्यक्ति को टीका की दो खुराक 28 दिनों में लेना चाहिए। फिर दूसरी खुराक लेने के दो सप्ताह बाद एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर आमतौर पर विकसित होता है।
केन्द्र सरकार ने देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक को कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक के लिए ऑर्डर दिया था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और कहा था कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले तीन-चार हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है।
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