Published - 24 Mar 2022 by Tractor Junction
केंद्र सरकार की ओर से सबको अपना घर मुहैया कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना में अब महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। इससे अब हर कोई इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएगा। योजना में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार की ओर से पीएम आवास योजना में बदलाव किया गया है। बता दें कि ये योजना खास कर गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों की घर संबंधी आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी। लेकिन इसका फायदा ऐसे लोग भी उठाने लग गए जिन्हें वास्तव में मकान की आवश्यकता है ही नहीं। उनके पास पहले से रहने के लिए पक्का मकान है और वे सिर्फ इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य से इस योजना का गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं। ऐसी जानकारी होने के बाद सरकार की ओर से पीएम आवास योजना के नियमों में बदलाव किया गया है।
पीएम आवास योजना के नियमों में जो महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, वे इस प्रकार से हैं-
पीएम आवास योजना के तहत जिन लोगों को इस योजना के तहत मकान का आवंटन किया जाता है, उनके साथ रजिस्टर्ड एग्रीमेंट टू लीज किया जाता है। नए नियमों में हुए बदलाव के मुताबिक अब सरकार ये देखेगी कि जिसे घर आवंटित किया गया है वे इस मकान में रहते हैं या नहीं। कम से कम पांच साल इस मकान में लगातार रहना होगा। इसके बाद ही सरकार की ओर से रजिस्टर्ड एग्रीमेंट टू लीज में बदलाव किया जाएगा। यदि इससे पहले आवंटी ने इसे बेचने या किराये पर देने की कोशिश की तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
पीएम आवास योजना के नियमों में किए गए बदलाव से सबसे अधिक फायदा गरीब यानि निम्न आय वर्ग वाले लोगों को होगा। इससे उन्हें इस योजना का अधिक लाभ मिल सकेगा। क्योंकि कई लोग गलत तरीके से पीएम आवास योजना का लाभ लेकर फायदा उठा रहे हैं और इससे गरीब लोगों को मिलने वाला मकान उनको मिल रहा है। इससे पीएम आवास योजना का मुख्य उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। बता दें कि पीएम आवास योजना चलाने का सरकार का मुख्य उद्देश्य देश के गरीब व जरूरतमंद लोगों को रहने के लिए अपना घर उपलब्ध कराना है। इस योजना की खास बात ये हैं कि इस योजना के तहत मकान खरीदने के लिए सरकार से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। ऐसे में जो सहायता सरकार की ओर से गरीब लोगों को मिलनी चाहिए थी, उसका फायदा सक्षम यानि अमीर लोग भी लाभ उठा रहे हैं। इसी बात को देखते हुए सरकार की ओर से नियमों में बदलाव किया गया है ताकि वास्तविक पात्र व्यक्ति को पीएम योजना के तहत मकान मिल सके जिससे उसके अपना घर का सपना साकार हो सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी। यह योजना शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए समान रूप से लागू है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जिन लोगों के पास खुद का पक्का मकान नहीं है। उन्हें इस योजना के तहत आवास उपलब्ध कराना है। पीएम आवास योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को कम कीमत पर आवास उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए बैंक से लोन और सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ दिया जाता है। इसमें लिए गए लोन पर ब्याज में सब्सिडी मिलती है तथा लोन चुकाने के लिए 20 साल तक का समय मिलता है। इस योजना का लाभ बीपीएल कार्ड धारक वाले व्यक्ति ही नहीं बल्कि अन्य जरूरतमंद व्यक्ति जिनके पास रहने को पक्का मकान नहीं है, वे उठा सकते हैं।
सरकार की ओर से पीएम आवास योजना का लाभ विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को दिया जाता है जिसमें उन्हें सरकार की ओर से घर खरीदने के लिए 2.67 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाती है। हालांकि अब मध्यम आय वर्ग को भी इस योजना में शामिल कर लिया गया है। जिससे उन्हें भी सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। बता दें कि जिन लोगों की आय तीन लाख रुपए से कम है उन्हें विशेष रूप से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। योजना की पात्रता के दिए गए मानदंड के अनुसार जिन लोगों की आय 3 से 6 लाख के बीच में होती है उन्हें निम्न आय वर्ग माना गया है। वहीं जिन लोगों की आय 6 से 12 लाख के बीच में है उनको मध्यम आय वर्ग में रखा गया है। इसके अलावा इसमें उन लोगों को भी मध्यम आय वर्ग की सेकेंड कटेगिरी में शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय 12 से 18 लाख के बीच हो उन्हें भी सब्सिडी का लाभ दिया जाता है।
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