प्रकाशित - 02 Sep 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है और अन्य नई योजनाओं को लागू कर रही है। इसी क्रम में किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से मधुक्रांति पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से मधुमक्खी पालक किसान मधुमक्खी पालन से संबंधित जानकारी, शहद क्रय-विक्रय बाजार सहित इस क्षेत्र से जुड़ी तमाम जरूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। ये पोर्टल किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रहा है। इस पोर्टल हो हनी कॉर्नर के नाम से भी जाना जाता है।
देश-विदेश के बाजार में शहद की काफी मांग रहती है। इसके भाव भी काफी अच्छे मिलते हैं। आज बाजार में कई आयुर्वेदिक कंपनियोंं के शहद बिकते हैं। यदि किसान खेती के साथ इस शहद बिजनेस में भी हाथ आजमाए तो अच्छी कमाई कर सकते हैं। इस बिजनेस के लिए सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। यदि आप भी शहद का बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ पाना चाहते हैं तो एनबीबी का मधु क्रांति पोर्टल आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
केंद्र सरकार की ओर से शहद उत्पादक किसानों को लाभार्थ मधु क्रांति पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल की जरिये किसान मधुमक्खी पालन से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इस पोर्टल के माध्यम से हनी फार्मिंग करने वाले किसान अपने शहद को आसानी अच्छे दाम पर बेच पाएंगे, उन्हें मार्केट खोजने के लिए ज्यादा परेशानी नहीं होगी। इससे किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। बता दें कि राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के अंतर्गत मधु क्रांति पोर्टल की शुरूआत की गई है। मधु क्रांति पोर्टल और हनी कॉर्नर की शुरुआत के लिए नेशनल बी बोर्ड और इंडियन बैंक के बीच समझौता भी हुआ है।
मधुमक्खी पालन के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में हर वर्ष 1.20 लाख शहद का उत्पादन किया जाता है जिसमें से लगभग 50 प्रतिशत शहद का निर्यात किया जाता है। इसलिए मधु क्रांति पोर्टल की शुरुआत हो जाने से अब ग्रामीण इलाकों में शहद उत्पादन में वृद्धि होगी। और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब किसानों के लिए आय का एक जरिया भी बन जाएगा।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत किसानों को 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान उद्यान विभाग से दिया जाता है। इस योजना के तहत मधुमक्खी पालन के लिए विभाग द्वारा पहले पात्र किसानों का चयन किया जाता है। इसके बाद उन्हें इससे संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाता है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इस व्यवसाय से किसानों को प्रति पेटी से वर्ष भर में कम से कम 10 हजार रुपए की बचत होगी। किसानों को इसके लिए आर्थिक व्यय भी अधिक नहीं करना होता है।
अगर आप भी सरकार के इस पोर्टल का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप मधु क्रांति पोर्टल पर घर बैठे सरलता से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद आप इसकी मदद से शहद बेच व खरीद सकते हैं। इच्छुक किसान पोर्टल के लिंक https://madhukranti.in/nbb/ पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
मधु क्रांति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान के पास आधार कार्ड, मोबाइल नंबर आदि होना जरूरी है।
मधुमक्खी पालन करने के लिए इच्छुक किसान भाई राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, बी विंग, दूसरी मंजिल, जनपथ भवन, जनपथ रोड, नई दिल्ली, फोन नं. 011-23325265 से भी संपर्क कर अपनी सभी परेशानी को हल कर सकते हैं और मधु क्रांति पोर्टल के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।
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