प्रकाशित - 17 Aug 2024
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इस काम में केंद्र के साथ ही राज्य सरकार भी नई-नई योजनाएं ला रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से पशुपालक किसानों की आय बढ़ाने और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन वृद्धि को लेकर दूध पर प्रति लीटर सब्सिडी (Subsidy) देने का ऐलान किया गया है। पशुपालक किसानों को यह सब्सिडी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाएगी। इस योजना के तहत अंत्योदय परिवार के सदस्यों को प्रोत्साहन राशि का वितरण किया गया है। इसके तहत इन पशुपालक किसानों को 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस पर अप्रैल, मई और जून 2024 के लिए 15 करोड़ 59 लाख रुपए की दूध सब्सिडी जारी की है।
बता दें कि राज्य में पहले डेयरी से जुड़े अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर सब्सिडी दी जाती थी जिसे अब बढ़ाकर दुगुना यानी 10 रुपए प्रति लीटर कर दिया है।
हरियाणा सरकार ने अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को दूध पर सब्सिडी (subsidy) की राशि को 5 रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए प्रति लीटर कर दिया है। यह प्रोत्साहन राशि दुग्ध संघों द्वारा दी जा रही दूध की कीमत के अतिरिक्त होगी यानी इस सब्सिडी का भुगतान किसान को राज्य सरकार अपने बजट से करेगी। यह राशि सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत दूध पर सब्सिडी के लिए कुछ पात्रता व शर्तें भी निर्धारित की गई हैं, जो इस प्रकार से हैं-
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत साल 2022-23 में 32 करोड़ 51 लाख रुपए दिए गए। वहीं साल 2023-24 में दुग्ध उत्पादक किसानों को 39 करोड़ 37 लाख रुपए की सब्सिडी दी गई। इस योजना के तहत साल 2024-25 के दौरान सब्सिडी की सीमा को 6 माह से बढ़ाकर एक साल तक कर दिया गया है जिसका लाभ दूध उत्पादक किसानों को होगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक और बड़ा एलान किया है। इसमें प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत राज्य में घरों तक दूध की सप्लाई करने वाले पशुपालकों के पशुओं का फ्री में बीमा किया जाएगा। इसमें बीमा प्रीमियम की राशि सरकार स्वयं भरेगी। मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए दूध उत्पादकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पशुपालकों को मिलने वाली सुविधाओं और योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत कोई भी पशुपालक अपने बड़े पशु का दुग्ध उत्पादन क्षमता के अनुसार 100 से 300 रुपए तक का प्रीमियम देकर बीमा करवा सकता है। वहीं छोटे पशु का बीमा 25 रुपए का प्रीमियम देकर किया जा सकता है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के पशुपालकों के पशुओं का बीमा मुफ्त में किया जाता है। इस योजना के तहत 8 लाख 52 हजार पशुओं का बीमा किया गया है।
राज्य में पशुपालकों के लिए दुर्घटना बीमा भी चल रहा है। इस योजना के तहत सहकारी समितियों, दुग्ध समितियों से जुड़े दूध उत्पादकों का 10 लाख रुपए का बीमा किया जाता है। इस योजना के तहत 75 व्यक्तियों को 4.1 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। बता दें कि पहले सहकारी समिति से जुड़े दूध उत्पादकों के लिए दुर्घटना बीमा की राशि 5 लाख रुपए थी जिसे बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दी गई है।
राज्य सरकार की ओर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को देसी गाय पालने के लिए प्रति गाय 30,000 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को सालाना दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने अनुदान राशि का प्रावधान किया है। बता दें के प्राकृतिक खेती में गाय के गोबर व मूत्र का इस्तेमाल खाद के रूप में किया जाता है। ऐसे में राज्य सरकार प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को गाय पालने के लिए अनुदान दे रही है।
हरियाणा में सहकारी दुग्ध समितियों की संख्या 3300 है। इसके अलावा दूध की प्रोसेसिंग के लिए 6 मिल्क प्लांट हैं जिनकी प्रतिदिन दूध प्रोसेसिंग की क्षमता 9.45 लाख लीटर है। दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेवाड़ी के गांव बिंदवास में एक नया दूध संयंत्र स्थापित किया जा रहा है जिसकी प्रतिदिन दूध प्रोसेसिंग क्षमता 5 लाख लीटर होगी।
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