Published - 07 Jun 2022
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई प्रकार की योजनाए चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को कृषि सिंचाई यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। वहीं किसानों को सिंचाई यंत्रों को संचालित करने के लिए बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान सरकार की ओर से किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राजस्थान सरकार ने अगले दो वर्षों में 4.88 लाख किसानों को कृषि बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 4 जून को मुख्यमंत्री आवास पर हुई समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2024 तक प्रदेश में 4.88 लाख किसानों को चरणबद्ध रूप से नवीन कृषि विद्युत कनेक्शन दिए जाएंगे। उन्होंने किसानों को राहत प्रदान करने के लिए प्रदेश में लंबित कृषि विद्युत कनेक्शनों को जल्द से जल्द जारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में वर्तमान में फसलों की सिंचाई का कार्य चल रहा है। सिंचाई की आवश्यकता को देखते हुए किसानों को बिजली की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि फसलों को पर्याप्त पानी मिले और किसानों को राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस वर्ष अलग से पेश किए गए बजट में 31 दिसम्बर 2012 से चली आ रही 9 वर्ष से अधिक लम्बित, लगभग 3 लाख 38 हजार विद्युत कनेक्शन आवेदन ख़त्म करने के लिए 22 फरवरी 2022 तक के समस्त बकाया विद्युत कनेक्शन अगले दो वर्षों में जारी करने की घोषण की थी। राज्य सरकार ने इसके लिए 6,700 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने का प्रावधान किया था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लगभग 1.25 करोड़ किसानों एवं घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में 1044 करोड़ का अनुदान देकर राहत दी गई है, जिससे करीब 43 लाख उपभोक्ताओं के बिजली बिल शून्य हो गए हैं। किसानों को आर्थिक राहत देने के लिए चलाई गई मुख्यमंत्री किसान मित्र योजना में करीब 12.66 लाख से अधिक किसानों को कृषि विद्युत कनेक्शनों पर 291.54 करोड़ का अनुदान दिया गया है। प्रदेश के 1.15 करोड़ से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत देने के लिए मुख्यमंत्री घरेलू विद्युत अनुदान योजना के तहत 752.58 करोड़ का अनुदान दिया गया है। इससे करीब 36 लाख घरेलू उपभोक्ताओं व 7 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है।
मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना में सामान्य श्रेणी—ग्रामीण (ब्लॉक ऑवर सप्लाई) के मीटर्ड एवं फ्लैट रेट श्रेणी कृषि उपभोक्ताओं को वर्तमान में दिये जा रहे टैरिफ अनुदान के साथ-साथ अतिरिक्त अनुदान प्रतिमाह 1,000 रुपए तक (अधिकतम 12,000 रुपए प्रतिवर्ष) विद्युत विपत्र में समायोजन के माध्यम से दिया जाएगा।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
Social Share ✖