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एग्रीकल्चर ड्रोन सब्सिडी : महिलाओं और छोटे किसानों को 10 लाख का ड्रोन 5 लाख में मिलेगा

प्रकाशित - 25 Dec 2023

एग्रीकल्चर ड्रोन : महिला और छोटे किसानों को ड्रोन खरीदने पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्र सरकार अपनी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहती है। मोदी सरकार किसानों, महिलाओं, युवाओं, व्यापारियों, मजदूरों, कर्मचारियों सहित सभी वर्गों के लिए संचालित योजनाओं का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मोदी सरकार का सबसे अधिक फोकस महिलाओं और किसानों पर है। किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में कई तरह से फायदा पहुंचाया जा रहा है। अब खेती में एग्रीकल्चर ड्रोन के उपयोगिता को देखते हुए महिला एवं छोटे किसानों को ड्रोन पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का फायदा उठाकर महिलाएं व छोटे किसान 10 लाख रुपए का ड्रोन 5 लाख रुपए में खरीद सकते हैं। इसके अलावा, कृषि स्नातक, एससी-एसटी वर्ग के किसान, सामान्य वर्ग के किसान, कृषि उत्पादक संगठन भी योजना का लाभ उठा सकते हैं। ट्रैक्टर जंक्शन की एक पोस्ट में आपको केंद्र सरकार की एग्री ड्रोन सब्सिडी योजना, ड्रोन रजिस्ट्रेशन, ड्रोन की कीमत व ड्रोन के फायदों की जानकारी दी जा रही है। 

कृषि ड्रोन सब्सिडी : जानिए किसे मिलेगी कितनी सब्सिडी

मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में तकनीकी के विस्तार को प्रोत्साहन दे रही है। लेकिन देश के अधिकांश किसान पैसों की तंगी के चलते तकनीक का उपयोग नहीं कर पाते हैं। ऐसे में मोदी सरकार खेती में सबसे नई तकनीक एग्रीकल्चर ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 40 से 100 प्रतिशत तक भारी सब्सिडी दे रही है। आईये, जानें किस वर्ग को कितनी सब्सिडी मिलेगी :

  • महिला, कृषि स्नातक, एसी/एसटी वर्ग के किसानों को 50 प्रतिशत या 5 लाख रुपए सब्सिडी दी जाएगी।
  • सामान्य किसानों के लिए 40 प्रतिशत या 4 लाख रुपए सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।
  • कृषि उत्पादक संगठनों को ड्रोन की खरीद पर 75 प्रतिशत अनुदान मिलेगा।
  • कृषि प्रशिक्षण संस्थानों एवं कृषि विश्वविद्यालयों को 100 प्रतिशत या 10 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाएगी।

एग्रीकल्चर ड्रोन से खेती में फायदे

भारत में हर साल करीब 35 फीसदी फसल रोग, कीट, खरपतवार व वैक्टीरिया के कारण खराब हो जाती है। ज्यादातर किसानों को फसल में रोग व कीट का पता शुरुआती दौर में नहीं लग पाता है और जब पता लगता है तब तक बहुत देर हो जाती है और फसल खराब हो चुकी होती है। ऐसे में अगर दवा व कीटनाशक का छिड़काव करके फसल को बचाते हैं तो समय व पैसा भी बहुत अधिक खर्च होता है। लेकिन ड्रोन की मदद से फसल में रोग व कीट का पता शुरुआत दौर में ही लग जाता है और उसे रोका जा सकता है। इस तकनीक में सेटेलाइट इमेज का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा कृषि ड्रोन के कुछ फायदे इस प्रकार हैं :

  • एग्रीकल्चर ड्रोन की मदद से कीटनाशक, दवा व यूरिया का प्रभावी छिड़काव किया जा सकता है।
  • खेतों में बीजों की बुवाई की जा सकती है।
  • फसलों में बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
  • फसलों में नुकसान का सही आकलन किया जा सकता है।
  • मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच के साथ-साथ व खेत में सिंचाई के लिए सही प्लानिंग बनाई जा सकती है।

क्या है एग्रीकल्चर ड्रोन

एग्रीकल्चर ड्रोन एक कृषि मशीनरी है जो हेलिकॉप्टर की तरह आसमान में उड़कर खेती में कई तरीको से फायदा पहुंचाती है। इसे मानव रहित विमान भी कह सकते हैं। एग्रीकल्चर ड्रो दो प्रकार के होते हैं एक DGCA (DIRECTORATE GENERAL OF CIVIL AVIATION) से अनुमादित और दूसरे वे जो अनुमोदित नहीं है। DGCA  से अनुमादित कृषि ड्रोन लीगल कैटेगरी में आते हैं। इनकी कीमत कीमत 4 लाख से 12 लाख रुपए तक होती है। वजन के अनुसार ड्रोन को 5 कैटेगरी में बांटा गया है :

  • नैनो ड्रोन - 250 ग्राम से कम
  • मैक्रो ड्रोन - 250 ग्राम से 2 किग्रा तक
  • स्मॉल ड्रोन - 2 किग्रा से 25 किग्रा तक
  • मीडियम ड्रोन - 25 किग्रा से 150 किग्रा तक
  • हैवी ड्रोन - 150 किग्रा से ज्यादा वजन

 ऐसे कराएं ड्रोन के लिए रजिस्ट्रेशन

अगर कोई किसान ड्रोन खरीदता है तो उसके सामने सबसे पहले यह सवाल आता है कि ड्रोन को उड़ाने में कोई कानूनी अड़चन तो नहीं आएगी। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ड्रोन उड़ाने के लिए ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट होना चाहिए। अगर आप ड्रोन उड़ाने की अनुमति और सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहते हैं तो ऑफिशियल बेवसाइट https://digitalsky.dgca.gov.in/home पर विजिट करें। आप निर्धारित शुल्क चुकाकर ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं। यहां आपको बता दें कि पायलट सर्टिफिकेशन से पहले आपको DGCA यानी डॉयरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविशन से ट्रेनिंग पास करनी होगी। यहां आपको ड्रोन उड़ाने के बेसिक नियमों को पालन करते हुए ड्राइव टेस्ट देना होता है।

ड्रोन का पायलट बनने के लिए योग्यता

ड्रोन का पायलट बनने के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 10 वर्ष होनी चाहिए और वह कम से कम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको ट्रैक्टर इंडस्ट्री और खेती से संबंधित सटीक जानकारी देकर अपडेट रखता है। हम किसानों को जागरूक और समृद्ध बनाने में विश्वास रखते हैं। ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों के नए मॉडल और उनके उपयोग की जानकारी आपको सबसे पहले ट्रैक्टर जंक्शन पर मिलती है। हम किसान को फायदा पहुंचाने वाली सरकारी योजनाओं की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित करते हैं। हमारी वेबसाइट पर प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों स्वराज ट्रैक्टर, जॉन डियर ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट सबसे ज्यादा पढ़ी जाती है जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप किफायती कीमत पर नया ट्रैक्टर खरीदना चाहते हैं तो महिंद्रा, स्वराज, टैफे, सोनालिका, जॉन डियर आदि कंपनियों में से उचित ट्रैक्टर का चयन कर सकते हैं। हम आपको सभी कंपनियों के नए ट्रैक्टर मॉडल की जानकारी कीमत, फीचर व स्पेसिफिकेशन्स के साथ देते हैं।

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