प्रकाशित - 12 Jun 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों को खेती के साथ ही पशुपालन के लिए भी सरकार की ओर से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग राज्यों में वहां की सरकार की ओर से पशुपालक किसानों के लिए योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक योजना मुख्यमंत्री भेड़/बकरी पालन उत्थान योजना (mukhyamantree bhed/bakaree paalan utthaan yojana) है। इसके तहत किसानों को 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना को हरियाणा सरकार की ओर से शुरू किया गया है। इस योजना के तहत पशुपालक किसान बकरी पालन (goat farming) का काम शुरू करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। बता दें कि बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो कम लागत से शुरू किया जा सकता है लेकिन इससे काफी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। बकरी के दूध और मांस की बाजार मांग को देखते हुए यह बिजनेस लाभ का सौंदा साबित हो रहा है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसान भाइयों को बकरी पालन (goat farming) बिजनेस के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी और इस बिजनेस से कितना लाभ हो सकता है, इस विषय की जानकारी दे रहे हैं, तो आइए जानते हैं बकरी पालन पर मिलने वाली सरकारी आर्थिक सहायता और इस बिजनेस से होने वाले लाभ के बारें में पूरी जानकारी।
हरियाणा सरकार की ओर से किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भेड़/बकरी पालन योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत पशुपालक किसानों को 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इस योजना में आवेदन करके किसान सरकारी अनुदान से बकरी पालन बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। इस बिजनेस के लिए आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं। बहुत से बैंक इस व्यवसाय के लिए लोन उपलब्ध कराते हैं।
राज्य सरकार की ओर से किसानों को बकरी पालन पर भारी सब्सिडी दी जा रही है। इसके तहत पशुपालकों को बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा है। इसके लिए एससी (S.C) वर्ग के किसानों को 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना में किसान का एससी वर्ग का होना जरूरी है। इसके अलावा नाबार्ड बकरी पालन योजना के तहत भी किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसके तहत एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग व महिला पशुपालक किसानों को 33 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। जबकि सामान्य किसान पशुपालकों को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। यह सब्सिडी बकरी पालन पर लिए गए लोन पर दी जाती है। बकरी पालन पर एसबीआई लोन देता है। बता दें कि हरियाणा के अलावा बकरी पालन पर उत्तर प्रदेश (बकरी पालन लोन सब्सिडी UP), मध्यप्रदेश (बकरी पालन लोन सब्सिडी MP), बिहार, राजस्थान (बकरी पालन लोन सब्सिडी राजस्थान) में भी वहां के निर्धारित किए गए अनुसार सब्सिडी का दी जाती है।
आज के समय में बकरी पालन बिजनेस (goat farming business) लाभ का सौंदा साबित हो रहा है। बकरी के दूध से ज्यादा इसके मांस की बाजार में अधिक डिमांड है। बकरी पालन बिजनेस कम खर्च में अधिक मुनाफा देने वाला बिजनेस है। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको शुरुआत में एक वर्ग मीटर एरिया की आवश्यकता होती है। वहीं बकरियों के आहार का कोई विशेष प्रबंध भी नहीं करना पड़ता है। बकरियां पेड़ों के हरे पत्ते खाकर भी अपना गुजारा कर लेती हैं। हालांकि बकरियों की अच्छी ग्रोथ के लिए उन्हें पौष्टिक आहार देना चाहिए। इसमें एक बकरी को दो किलो चारा और आधा किलो दाना दिया जाता है। यदि सही तरीके से बकरी पालन बिजनेस को किया जाए तो इसके दूध और मांस से काफी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक 18 बकरी पर औसतन 2,16,000 रुपए की कमाई की जा सकती है। वहीं इसके बकरे से औसतन 1,98,000 रुपए की कमाई हो सकती है। यदि आप भी कम समय में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो बकरी पालन का बिजनेस करके कमा सकते हैं।
हरियाणा सरकार की इस योजना के तहत पशुपालक किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए जो योग्यता और शर्तें तय की गई है, वे प्रकार से हैं
राज्य सरकार की मुख्यमंत्री भेड़/बकरी पालन उत्थान योजना में आवेदन के लिए पशुपालकों को पशुपालन विभाग के माध्यम से आवेदन करना होगा। इसके लिए किसानों को जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं
राज्य के पशुपालक किसान जो इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए हरियाणा सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है
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