प्रकाशित - 15 Jul 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही है जिनका किसानों को लाभ मिल रहा है। इसी क्रम में तेलंगाना सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से रायथु बंधु योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को प्रत्येक एक एकड़ भूमि के लिए खरीफ और रबी सीजन में प्रत्येक के लिए 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब तक इस योजना में करीब 64 लाख किसानों को 6,765 करोड़ रुपए दिए गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि जिस तरह केंद्र में पीएम किसान सम्मान निधि योजना चल रही है जिसमें सरकार की ओर से किसानों को हर साल 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। उसी तर्ज पर तेलंगाना में वहां के किसानों के लिए यह योजना चलाई जा रही है। इसका लाभ उन्हीं किसानों को दिया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
इस योजना का उद्देश्य खरीफ ओर रबी सीजन में खेती के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना से मिलने वाले पैसों से किसानों को दो कृषि मौसमों से पहले बीज और कीटनाशक जैसे इनपुट की खरीद कर सकते हैं। इस साल, पिछले वर्षों के विपरीत, इस योजना की किस्त जून के पहले सप्ताह देने की घोषणा की गई लेकिन भुगतान में देरी हो गई थी। इससे इसका वितरण देरी से हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक कृषि अधिकारी ने बताया कि राज्य में लगातार हो रही बारिश से कृषि कार्य प्रभावित हुए हैं, जिससे बाढ़ का पानी हजारों एकड़ खेतों में घुस गया है। एक बार बाढ़ का पानी कम हो जाने के बाद, हम नुकसान का मूल्यांकन करेंगे। इधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने उन किसानों का आह्वान किया है, जिनके खेत हाल ही में लगातार बारिश के कारण पानी में डूब गए थे, उन्हें 15 हजार रुपए प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि पिछले कई दिनों में आदिलाबाद, निजामाबाद, वारंगल और महबूबनगर जिलों के किसानों की करीब 5 लाख एकड़ में बोई गई फसल नष्ट हो गई है।
इसी के साथ तेलंगाना सरकार ने घोषणा की है कि अवैध रूप से गांजा की खेती करने वाले किसानों को रायथु बंधु योजना का कोई लाभ नहीं दिया जाएगा। बता दें कि तेलंगाना में कई लोगों द्वारा चोरी छिपे गांजे की खेती की जाती है। पिछले साल तेलंगाना के सिकंदराबाद के यापरल निवासी पिलोटला वेंकटनारसिंह शास्त्री (53) को पुलिस ने गांजे की अवैध खेती करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसने अपने घर की छत पर गांजा के पौधे लगा रखे थे।
तेलंगाना के किसानों को इस योजना के अलावा पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ भी मिलता है। यह लाभ इस योजना से बिलकुल अलग दिया जाता है। इस तरह यहां के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना से हर साल 6 हजार रुपए दिए जाते हैं और रायथु बंधु योजना के तहत 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। ऐसे करके यहां के किसानों को हर साल 16 हजार रुपए की सहायता सरकार की ओर से प्रदान की जाती है।
जानकारी के मुताबिक रायथु बंधु योजना की शुरुआत साल 2018 में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत शुरुआत में तेलंगाना सरकार हर साल राज्य के किसानों को 8 हजार रुपये देती थी। वहीं इस राशि को 2019 में बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दिया गया था। रायथु बंधु योजना के तहत उन्हीं किसानों को लाभ दिया जाता है, जिनके नाम पर खुद की खेती की जमीन है। इस योजना का लाभ वो किसान नहीं उठा सकते हैं, जो किराए की भूमि पर खेती करते हैं।
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