प्रकाशित - 19 Aug 2024
सरकार की ओर से किसानों को खेती के साथ पशुपालन के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए किसानों तथा ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मिनी डेयरी और हाइटेक डेयरी योजना चलाई जा रही है। इसके तहत पशुपालक किसानों और बेरोजगार युवाओं को डेयरी खोलने के लिए 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। किसान 5 पशुओं, 10 पशुओं या इससे अधिक पशुओं की डेयरी खोलने के लिए इस योजना के जरिये अनुदान का लाभ उठा सकते हैं।
मिनी डेयरी योजना के तहत 10 दुधारू पशुओं तक की मिनी डेयरी खोलने के लिए पशु की लागत पर 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। वहीं अनुसूचित जाति के लोगों को रोजगार मुहैया करवाने की स्कीम के तहत दो या तीन पशुओं की डेयरी खोलने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा देसी नस्ल की 3 व 5 गायों की डेयरी यूनिट लगाने वाले पशुपालकों को गायों की खरीद मूल्य पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। वहीं प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को देसी गाय रखने पर प्रति गाय 30 हजार रुपए सालाना अनुदान दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
राज्य में हाईटेक डेयरी खोलने पर भी सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाती है। योजना के तहत हाईटेक डेयरी डेयरी स्थापित करने के लिए बैंक लोन की ब्याज दर में राहत दी जाती है। इस योजना में विभाग द्वारा लोन पर 75 प्रतिशत लागत (25 प्रतिशत आवेदक के पास मार्जिन मनी होगी) के बराबर ब्याज राशि 5 साल के लिए दी जाती है। इस योजना के तहत वर्तमान में राज्य में 13,480 डेयरियां स्थापित हुई हैं।
यदि आप हरियाणा के पशुपालक किसान है और डेयरी खोलना चाहते हैं तो आपको इसके लिए राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी। डेयरी पर सब्सिडी का लाभ पाने के लिए आपको योजना के तहत आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। योजना के तहत आवेदन करते समय आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे दस्तावेज इस प्रकार से हैं-
हरियाणा के किसान व बेरोजगार युवा जो डेयरी खोलना चाहते हैं, वे इसके लिए अनुदान हेतु आवेदन कर सकते हैं। उन्हें सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए आवेदक अपने निकटतम पशुपालन विभाग से संपर्क कर योजना से संबंधित और अधिक जानकारी ले सकते हैं और इसके लिए आवेदन भी कर सकते हैं। आवेदन करने के बाद आपके आवेदन पत्र व दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। यदि सब कुछ सही रहा तो आपको डेयरी खोलने के लिए सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा।
पशुपालन के काम में पूंजी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाई जा रही है। इसके तहत पशुपालकों को पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाते हैं। इस कार्ड से किसी भी पशुपालक को 1 लाख 60 हजार रुपए का ऋण बिना किसी कोलेटरल सिक्योरिटी के दिया जाता है। इसके अलावा पशुपालक के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना शुरू की गई है जिसके तहत पशुपालक अपने बड़े पशु का दुग्ध उत्पादन क्षमता के अनुसार 100 से 300 रुपए में बीमा करा सकते हैं। वहीं छोटे पशु का बीमा 25 रुपए का प्रीमियम देकर कराया जा सकता है। अनुसूचित जाति के पशुपालकों के पशुओं का बीमा फ्री में किया जाता है। इस योजना से अब तक राज्य के 8 लाख 52 हजार पशुओं का बीमा किया गया है।
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