प्रकाशित - 30 May 2023
किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए खेती के साथ ही किसानों को पशुपालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को पशुपालन पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग व हरियाणा पशुपालन विकास बोर्ड की ओर से नया उद्यम यानि उद्योग लगाने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इसमें पशुपालन से संबंधित विभिन्न प्रकार के उद्यम जैसे मुर्गी, भेड़, सूअर पालन व चारा संबंधी उद्योग शामिल किए गए हैं। इसके लिए सरकार की ओर से उद्योग इकाई लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत अनुदान की अधिकतम राशि 10 लाख रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक है। इस योजना के तहत यदि आप पशुपालन से संबंधित कोई उद्योग स्थापित करना चाहते हैं तो आपको अधिकतम 50 लाख रुपए तक की सरकारी सहायता मिल सकती है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग व हरियाणा पशुपालन विकास बोर्ड की ओर से मुर्गी उद्योग के लिए दी जाने वाली सब्सिडी और मुर्गी व्यवसाय से होने वाले लाभों की जानकारी दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुरूक्षेत्र के उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना केंद्र सरकार की ओर से लागू की गई है। इसमें दिए जाने वाला अनुदान दो बराबर किस्तों में दिया जाता है। इस योजना में अनुदान (subsidy) की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक है। यह अनुदान मुर्गी पालन, भेड़, बकरी पालन, सूअर पालन एवं चारा से संबंधित उद्योग स्थापित करने के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत उद्यम विकास के तहत प्रदेश में पशुपालन के क्षेत्र में युवा ही नहीं महिलाएं भी स्वरोजगार के क्षेत्र में रूचि ले रही हैं। राज्य में सकारात्मक परिस्थितियों के कारण अन्य राज्यों के बिजनेसमैन भी यहां यूनिट लगाने में रूचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि बेरोजगार युवाओं को काम मिले और प्रदेश में उन्नत पशुधन में वृद्धि करने का कार्य कर सकें।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत ग्रामीण पोल्ट्री फार्मों (rural poultry farms) की स्थापना के लिए लागत की 50 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जाती है। इसमें हैचरी और ब्रूडर कम मदर यूनिट के लिए अनुदान दिया जाता है। इस योजना के तहत पोल्ट्री प्रोजेक्ट के लिए 25 लाख रुपए तक अनुदान मिल सकता है। इस योजना के तहत सब्सिडी राशि समान किश्तों में जारी की जाएगी। पहली किस्त परियोजना की शुरुआत में जारी की जाएगी। वहीं दूसरी किस्त परियोजना के पूरा होने और राज्य कार्यान्वयन एजेंसी द्वारा सत्यापित होने के बाद जारी की जाएगी।
मुर्गी पालन उद्योग स्थापित करने के लिए बैंक से लोन भी मिलता है। इस योजना के तहत परियोजना लागत की शेष राशि की व्यवस्था आवेदक द्वारा बैंक ऋण या वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से ऋण लेकर की जाएगी। मुर्गी पालन बिजनेस के लिए बहुत से बैंक लोन देते हैं, उनमें से प्रमुख बैंक इस प्रकार से हैं
मुर्गी पालन पर सब्सिडी के लिए आवेदन करते समय आपको जिन दस्तावेजों (Documents) की आवश्यकता होगी, वे दस्तावेज इस प्रकार से हैं
मुर्गी पालन पर सब्सिडी का लाभ पाने के लिए आप राष्ट्रीय पशुधन मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं, आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है
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