प्रकाशित - 13 Jun 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
सरकार की ओर से देश-प्रदेश में फसलों का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से उन पर सब्सिडी दी जाती है ताकि किसान अनुदान पर इनकी खेती करके उसका उत्पादन बढ़ा सके। इसी क्रम में सरकार की ओर से हाथी घास की खेती के लिए भी सब्सिडी का लाभ किसानों को प्रदान किया जा रहा है। हाथी घास नाम से जानी जाने वाली यह घास किसानों के लिए काफी लाभकारी घास है। इस घास को किसान अपने दुधारू पशु के दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं। बता दें कि हाथी घास खिलाने से पशु के दूध देने की मात्रा बढ़ जाती है और यह घास पशु के स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम मानी जाती है। यदि किसान इस घास की खेती करें तो किसानों को अपने पशु के लिए साल भर उत्तम चारा मिल सकता है। खास बात यह है कि हाथी घास की खेती के लिए सरकार की ओर से प्रति हैक्टेयर 10,000 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। हाथी घास की खेती पर यह अनुदान राजस्थान सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को दिया जा रहा है। इच्छुक किसान इस घास की खेती करके सरकारी अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आज हम आपको हाथी घास की खेती को लेकर सरकार की क्या योजना है, इस योजना से कितना लाभ मिलेगा, इसके लिए कैसे आवेदन करना है आदि बातों की जानकारी दे रहे हैं।
हाथी घास जिसे नेपियर घास के नाम से भी जाना जाता है। यह घास गन्ने के समान दिखती है। इसकी हाईट 4 मीटर तक की होती है और यह गुच्छेदार घास होती है जो बारह महीने उगाई जा सकती है। यह घास छोटी और संकरी पत्तियों वाली होती है। इसकी पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हे। इसकी चौड़ाई 4 सेमी होती है। इसके फूलों के सिर बड़े, पीले से बैंगनी रंग के होते हैं। इनकी लंबाई 30 सेमी तक होती है। इसमें स्पाइक के साथ बारीक बालियां होती हैं। यह घास पौष्टिकता से भरपूर होती है। यदि इस घास को पशुओं को खिलाया जाए तो उनके दुग्ध उत्पादन में 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा सकती है। ऐसे में किसान जो पशुपालन का काम भी करते हैं उनके लिए इसकी खेती लाभ का सौंदा है। वहीं इस घास की खेती करने के लिए सरकार की ओर से 10,000 रुपए की सब्सिडी भी दी जा रही है।
हाथी घास या नेपियर घास की उपयोगिता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों में इसकी खेती के लिए अनुदान दिए जाने का फैसला किया है। इसके लिए वित्तीय बजट 2023-24 में व्यवस्था की गई है। इसके तहत सभी जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में नेपियर घास के दो-दो प्रदर्शन प्रगतिशील पशुपालकों के यहां 0.1 हैक्टेयर भूमि पर लगाए जाने की योजना है। इससे पशुपालकों के लिए हरे चारे की उपलब्धता बढ़ेगी ओर साथ ही दूध का उत्पादन भी अच्छा होगा।
कृषि विभाग की ओर से किसानों को हाथी घास की खेती पर प्रति हैक्टेयर अनुदान दिया जा रहा है। इसके तहत किसान को एक हैक्टेयर भूमि पर हाथी घास की खेती के लिए 10,000 रुपए सब्सिडी दी जाएगी। यह अनुदान किसानों को इस घास के प्रदर्शन के भौतिक सत्यापन के बाद दिया जाएगा। भौतिक सत्यापन के लिए कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
प्रदेश के जो किसान अनुदान पर हाथी घास की खेती करना चाहते है, वे इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए किसानो को राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन करना होगा। प्रदर्शन आयोजन के लिए प्रगतिशील पशुपालक किसानों का चयन राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से संबंधित कृषि पर्यवक्षक या सहायक कृषि अधिकारी द्वारा जनाधार कार्ड का उपयोग करते हुए किया जाएगा। इसके बाद चयनित किसान अधिकृत कृषक अथवा संस्था से रोपण सामग्री प्राप्त कर उपयोग में लेगा। भौतिक सत्यापन के बाद अनुदान राशि का भुगतान किसान के खाते में कर दिया जाएगा। इसके अलावा जिन गौशालाओं में चारा उत्पादन करने की सुविधा है और उनके पास सिंचाई की सुविधा है, उन गौशालाओं के पदाधिकारी भी अपने जनाधार कार्ड के माध्यम से हाथी घास या नेपियर घास के प्रदर्शन लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सब्सिडी पर हाथी घास की खेती के लिए किसानों को आवेदन करते समय कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, ये दस्तोवज इस प्रकार से हैं
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